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महिला कंडोम के फायदे और नुकसान | Benefits and side effects of female condom

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महिला कंडोम के फायदे और नुकसान | Benefits and side effects of female condom

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Presentation Transcript


  1. महिलाकंडोमकेफायदेऔरनुकसानBenefits and side effects of female condom अधिकतर स्त्रियाँ परिवार नियोजन के उपायों के रूप में विभिन्न प्रकार के प्राकृतिक व घरेलू उपाय के साथ ही मेडिकल उपायों का सहारा भी लेती हैं। इन उपायों में सबसे अधिक प्रसिद्ध और प्रचलित है, गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना। लेकिन समय और तकनीक के बदलाव ने महिला गर्भनिरोधक क्षेत्र में भी क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया है। अब पुरुष कॉन्डोम की भांति महिला कॉन्डोम भी बाज़ार में आ गया है। हालांकि अभी यह भारतीय बाज़ार में अभी इतना प्रचलित नहीं है और इसी कारण महिला कॉन्डोम के फायदे और साइड इफ़ेक्ट्स से अभी तक अनभिज्ञ हैं।

  2. 1. फीमेलकॉन्डोमक्याहोताहै?What is the female condom ? जब महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों या किसी अन्य उपाय का प्रयोग नहीं करना चाहती हैं और उनका पुरुष साथी भी कॉन्डोम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है तब फ़ीमेल कॉन्डोम का प्रयोग महिला के द्वारा किया जा सकता है। फ़ीमेल कॉन्डोम, दरअसल मेल कॉन्डोम की ही भांति पतले रबड़ का बना होता है और उसी प्रकार सेक्स के समय गर्भधारण (Pregnancy) और यौन संचारित रोगों (Sexually Transmitted Diseases)के होने से बचाव करता है। इसके योनि में प्रयोग किए जाने के कारण इसे आंतरिक कॉन्डोम (Internal Condoms) भी कहा जा सकता है।

  3. 2.क्या लेडीज कॉन्डोम प्रभावशाली हो सकता है?Can ladies condom be effective ? जी हाँ, यदि फ़ीमेल कॉन्डोम को सही तरीके से लगाया जाये तो यह निश्चय ही प्रभावशाली सिद्ध हो सकता है। इस कॉन्डोम को नरम प्लास्टिक से बनाया जाता है और उपयोग करने के लिए इसे योनि के अंदर रखा जाता है। योनि (Vagina) के अंदर यह कॉन्डोम आंतरिक भाग,बाहरी भाग और गुदा (Anal) को पूरी तरह से कवर कर लेता है। इससे सेक्स करते समय पुरुष का वीर्य (Sperm) गर्भाशय के अंदर प्रवेश करके महिला के एग (Female Egg) से मिल नहीं पाता है। इससे स्त्रियाँ सेक्स के बाद भी गर्भधारण के खतरे से बची रहती है। इसके साथ ही पुरुष यदि यौन संचारित रोगों से प्रभावित है तब उसका प्रभाव भी महिला के जननांग तक नहीं हो पाता है।

  4. 3.वुमन कंडोमकेलाभक्याहोसकतेहै?What are the benefits of female condoms ? फीमेल कॉन्डोम का प्रयोग करने से महिला को न केवल अनचाहे गर्भ से छुटकारा मिलता है बल्कि एसटीडी आदि (STD) का डर भी नहीं रहता है। इसके अलावा औरतो के कंडोम के फायदे इस प्रकार  हैं:- • सेक्स प्रक्रिया में इस कॉन्डोम के कारण महिला को नियंत्रण मिल जाता है; • फीमेल इस कॉन्डोम को स्पर्म नाशक (Spermicide) के साथ भी इस्तेमाल कर सकती हैं; • पुरुष कॉन्डोम की तुलना में महिला कॉन्डोम अधिक प्रभावशाली होता है, क्योंकि यह महिला की योनि के आंतरिक भाग(lebia), योनि और गुदा के बीच का भाग पेरीनुम (Perineum) पुरुष के लिंग (Penis) के नीचे के हिस्से में होने वाले इन्फेक्शन से भी बचाव करता है; • सेक्स के समय महिला कॉन्डोम का उपयोग, महिला को एचपीवी और हर्पिस जैसे रोगों से भी रक्षा करता है; • महिला यदि चाहे तो सेक्स से आठ घंटे पहले भी इस कॉन्डोम को अपने शरीर में लगा सकती हैं।

  5. 4.महिला कंडोमकेदुष्प्रभावक्याहैं?What are the side effect of female condoms ? महिला कॉन्डोम योनि के आंतरिक भागों को स्पर्श करते हुये लगता है। इसके कुछ साइड इफेक्ट हो सकतेहैं:- • कंडोम के मैटीरियल जो कि रबड़ या प्लास्टिक होने के कारण महिला को योनि, गुदा (Anal) में खुजली या जलन जैसा महसूस हो सकता है। • कंडोम के कारण योनि में इन्फेक्शन होने का भय भी हो सकता है। • फीमेल कंडोम के नियमित प्रयोग से योनि में घाव भी हो सकते हैं। 5. गर्ल्सकंडोमकाउपयोगकैसेकरें? How to use the female condoms ? महिला कॉन्डोम दरअसल योनि के अंदर उसी प्रकार लगाया जाता है जैसे टैंपून को लगाया जाता है। इसमें दो सिरे होते हैं जिन पर पुरुष कॉन्डोम की भांति रिंग लगे होते हैं। इनमें छोटा रिंग वाला हिस्सा बंद होता है जो महिला अपने हाथ से योनि के अंदर लगाती है।

  6. 6.सारांशsummaryमहिला कॉन्डोम सेक्स प्रक्रिया में महिला द्वारा प्रयोग किया जाने वाला एक गर्भनिरोधक उपाय है।इसका प्रयोग महिला अपनी योनि में टैंपून के रूप में करती है जिसे सेक्स प्रक्रिया में पुरुष का स्पर्म इसमें एकत्रित हो जाता है।इससे महिला गर्भधारण, एचआईवी और दूसरे यौन संक्रमण से भी बचाव हो जाता है। इसका दूसरा हिस्सा जो बड़े रिंग में होता है वह योनि से बाहर रहता है और सेक्स के समय पुरुष का लिंग इसमें प्रवेश करता है। सेक्स के बाद यह बाहर वाले हिस्से को ध्यान से पकड़कर खींच लिया जाता है। इसको प्रयोग करते समय महिला को कुछ सावधानी बरतनी चाहिए जैसे : • फ़ीमेल कॉन्डोम को योनि से बाहर निकालते समय यह सावधानी बरतनी चाहिए कि वीर्य कॉन्डोम से किसी भी प्रकार बाहर न गिर जाये; • इसका प्रयोग करने के बाद कभी भी इसे फ़्लश न करें, क्योंकि यह आपके फ़्लश को रोक सकता है, इसलिए इसे कागज में लपेटकर कूड़े के डिब्बे में ही फेंकें; • कभी भी एक बार प्रयोग किए गए कॉन्डोम को दोबारा इस्तेमाल न करें।

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