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ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग इतिहास और महत्व

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ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग इतिहास और महत्व

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  1. TOURIST PLACES ओंकारेश्वरज्योतितलिंगइतिहासऔरमहत्व   BY MOHIT-KUMAR-SHARMA JUL 19, 2023 12:40  ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकाइतिहासकाफीप्राचीनहै।इसकानामप्राचीनकालमेंमहादेवपुरीथा।इसक े अलावाइसे'ममलेश्वर' और'अमलेश्वर' नामोंसेभीजानाजािाथा।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगनममदानदी क ेतकनारेमध्यप्रदेशराज्यक ेखागोनतिलेमेंस्थििहै।पुराणोंक ेअनुसार, ओंकारेश्वरमंतदरका तनमामणद्वापरयुगमेंरतििहुआथा।मान्यिाक ेअनुसार, यहमंतदरमहादेवऔरनममदाकीआस्थाको संक े तििकरिाहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगभगवानतिवकोसमतपमिहैऔरयहज्योतितलिंगभारिमें महत्वपूणमिीिमथिलोंमेंसेएकमानािािाहै। मंतदरकीस्थापनाऔरतनमामणकाक्र े तिटपुरािात्विकऔरऐतिहातसककालमेंजतटलिाओंक ेबीच बांटनामुत्विलहै।यहांक ेज्योतितलिंगकाउल्लेखमहाभारि, पुराणोंऔरअन्यधातममकग्रंिोंमेंभी तकयागयाहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगक ेमंतदरमेंभगवानतिवक ेसाथहीपावमिीमािा, गणेि, कातिमक े य औरनंतदजैसेदेवी-देविाओंकीमूतिमयांभीहैं।मंतदरकामुख्यगोपुरमदतिणतदशामेंस्थििहैऔर यहांक ेप्रांगणमेंबडीसंख्यामेंतिवतलंगोंकीउपत्वस्थतिअनुभवकीजासकिीहै। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकोभक्ोंक ेबीिअत्यंिमहत्वपूणममानािािाहैऔरहरसालबडीसंख्यामें श्रद्धालुयहांदिमनकरनेआिेहैं।इसकामंतदरवाणी, उज्जैन, इंदौर, खागोन, औरभोपालजैसेस्थानोंसे आसानीसेपहंचाजासकिाहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकाइतिहासमहादेवकीप्रमुखप्रतिमाक ेरूपमें औरनममदानदीक ेिटपरत्वस्थिमंतदरक ेरूपमेंसंगतििहै।इसकास्थानऔरप्राक ृ तिकसौंदयमइसेएक प्रमुखपयमटनस्थलबनािेहैंजहांश्रद्धालुऔरपयमटकआिेहैंऔरभगवानतिवकीपूजाअचमनाकरिे

  2. हैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहिपूणमतहस्साभारिीयसातहत्य, धातममकग्रंथोंऔरस्थानीयलोगोंकी कथाओंमेंउल्लेत्वखिहै।इसक ेतनकटत्वस्थिनममदानदीकोमान्यिाओंक ेअनुसारमहादेवकीस्त्रीऔर पत्नीमानाजािाहै।तवश्वासहैतकओंकारेश्वरमंतदरक ेप्रवेिद्वारपरपुष्पकीतिद्रकारीतदखाईदेिीहै तजसेतिवक ेअनुयायीतिवरातिक ेअवसरपरखोलाजािाहै।मंतदरक ेअंदरत्वस्थिज्योतितलिंगकोदिमन करनेक ेतलएश्रद्धालुबहिदूर-दूरसेआिेहैं।इसकीसंख्यावर्मभरमेंअतधकहोिीहै, खासकरमहातशवरातिक ेतदन।लोगयहांअपनेव्रिऔरपूजाक ेतलएआिेहैंऔरअपनेजीवनमेंसुख- िांतिकीकामनाकरिेहैं। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहत्वपूणमअवधारणायहहैतकजोव्यत्विइसज्योतितलिंगकोदेखिाहैऔर उसेपूजाअचमनाकरिाहै, वहअपनीपापोंक ेकारणोंसेमुिहोजािाहैऔरब्रह्मललोककोप्राप्तकरिा है।यहमान्यिाहैतकओंकारेश्वरज्योतितलिंगमेंतिवकीअद्वैिित्त्वकाआभासहोिाहैऔरयहजगि्क े सृति, त्वस्थतिऔरसंहारकाप्रिीकहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगक ेइतिहासऔरमहत्वकोिाननेक े बाद, लोगइसेधातममकऔरपौरातणकमहिपूणमस्थलक ेरूपमेंमान्यिादेिेहैं।यहांक ेदिमनऔरपूजा करक ेश्रद्धालुऔरपयमटकिांतिऔरआध्यात्विकअनुभवप्राप्तकरिेहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगका इतिहासऔरमहिसंबंतधिकईकथाओंऔरपौरातणककथाओंसेजुडाहआहै।एकप्रतसद्धकथाक े अनुसार, दक्षनामकराजानेअपनीयज्ञमेंअपनेपुिमहादेवकोअवमातनितकयाथा।इसक े पररणामस्वरूप, महादेवनेअपनीतदव्यिाकिसेराजाकोसजादीऔरउनकीयज्ञक ुं िमेंअपनी ज्योतितलिंगकोस्थातपितकया।इसतलएयहांपरओंकारेश्वरज्योतितलिंगकीपूजाकीजािीहै। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामंतदरसंस्क ृ तिऔरधातममकिाक ेआदान-प्रदानकाअतद्विीयउदाहरणहै। इसकीवास्तुतिल्पऔरकायमकलापोंमेंसंस्क ृ तिकाप्रतिष्ठानहैऔरयहांक ेप्राचीनमूतिमयां, आतक म टेक्चर औरनक्कािीसभीकोमंतदरकीमतहमाकोस्वीकारकरनेपरमजबूरकरिीहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंग धातममकऔरपयमटनस्थलक ेरूपमेंबहिमहिपूणमहै।लोगयहांआकरतिवकीपूजाकरिेहैं, अपनी मनोकामनाएंमांगिेहैंऔरआध्यात्विकआनंदकाअनुभवकरिेहैं।इसक ेआसपासक ेक्षेिमेंआनेवाले पयमटकनममदानदीक ेसौंदयमऔरप्राक ृ तिकदृश्ोंकाआनंदलेिेहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगक ेमंतदरमें सालभरअनेकत्योहारमनाएजािेहैं, तजनमेंमहातिवराति, कातिमकपूतणममा, नवरातिऔरमागमिीर्म क ृ ष्णएकादिीसमेिकईधातममकऔरसांस्क ृ तिकआयोजनिातमलहोिेहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंग भारिीयधातममकऐतिहातसकिाऔरधातममकसंस्क ृ तिकामहिपूणमसंक े िहै।इसेयहांक ेस्थानीयलोगोंक े द्वाराश्रद्धासेपूजाजािाहैऔरयहएकसच्चेऔरअनुभवीधातममकस्थलक ेरूपमेंयातियोंकोआकतर्मि करिाहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगक ेप्रतिलोगोंकीतविेर्भत्विहै।इसेभत्वियोगकाएकमहिपूणमक ें द्र मानाजािाहैऔरयहांपरआनेवालेभितिवकीआराधनाक ेतलएतदलसेप्रयासकरिेहैं।यहांपर साधारणियाभिोंकोिांतिऔरमनोवृतितमलिीहै। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहत्वभारिीयधममशास्त्रमेंगहनरूपसेवतणमिहै।यहांक ेमंतदरकी स्थापनाऔरतवकासकीयािानेइसेएकप्रमुखिीथमस्थलबनातदयाहै।यहांक ेदिमनसेश्रद्धालुऔर

  3. पयमटकनयीऊजामऔरप्रेरणाप्राप्तकरिेहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकाइतिहासऔरमहिहमारीपयमटकनयीऊजामऔरप्रेरणाप्राप्तकरिेहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकाइतिहासऔरमहिहमारी संस्क ृ तिऔरधातममकिाक ेएकमहिपूणमतहस्सेकोप्रकटकरिाहै।यहधातममकतवचारोंऔरआध्यात्विक अनुभवक ेतलएएकअतद्विीयस्थानहै।यहांक ेमंतदरक ेवािावरणमेंअद्यािऔरध्यानकामहिपूणम अनुभवहोिाहैजोमन, िरीरऔरआिाकीिुत्वद्धमेंमददकरिाहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकी प्रािीनिाऔरमहत्वपूणमथिानीयप्रसंगोंक ेकारणयहएकअतद्विीयऔरआकर्मकथिलहै।लोग इसेसंिुति, आनंदऔरआध्यात्विकतवकासकास्रोिमानिेहैं।यहएकधातममकप्रिंसाऔरध्यानकी जगहहैजहांलोगअपनीआिाकीखोजकरिेहैंऔरतिवकीक ृ पाकोप्राप्तकरिेहैं।ओंकारेश्वर ज्योतितलिंगकामहत्वतशवभक्ोंऔरधातममकसमुदायक ेतलएअत्यंिमहत्वपूणमहै।लोगयहां अपनीआस्थाऔरभत्विकाप्रकटीकरणकरिेहैं।इसेतिवक ेअद्वैिरूपक ेरूपमेंमान्यिादीजािीहै औरइसकीपूजाअचमनासेतिवभिोंकोमोक्षकीप्रात्वप्तहोिीहै।यहांक ेमंतदरकातनमामणकाफीपुराने समयमेंहआथाऔरइसकीवास्तुतिल्पमेंमहारािरीयऔरमालवीसंस्क ृ तिकाप्रभावतदखाईदेिाहै। मंतदरकीआतक म टेक्चर, नक्कािी, औरतविेर्िाएंइसेएकअतद्विीयकलािककायमकलापबनािीहैं। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकादशमनकरनेक ेतलएलाखोंतशवभक्यहांआिेहैं।इसक ेआसपासक े क्षेिमेंबसनेवालेलोगइसेअपनेधातममकऔरसांस्क ृ तिकजीवनकाअतभन्नअंगमानिेहैं।इसका प्रतिष्ठानब्रह्मला, तवष्णुऔरमहेश्वरतिमूतिमक ेद्वारातकयागयाहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहिपूणम अनुभवकरनेक ेतलएतवश्वासीभिोंद्वारायहांभगवानतिवकीपूजा-अचमनाकीजािीहै।यहांकी पतवििाऔरआध्यात्विकमाहौललोगोंकोध्यानमेंजुटानेमेंमददकरिीहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंग भारिीयधमम, ऐतिहातसकिाऔरआध्यात्विकिाक ेआदान-प्रदानकाप्रिीकहै।इसेतवश्वमेंअपनीमतहमा क ेतलएजानाजािाहैऔरलोगइसेअपनेधातममकऔरमानतसकतवकासक ेतलएमहिपूणममानिेहैं। इसक ेदिमनऔरपूजाकरनेसेभिोंकोिांति, समृत्वद्धऔरआनंदकीप्रात्वप्तहोिीहै।ओंकारेि्वर ज्योतितलिंगकीमहिपूणमकथाएंऔरतमथकोंक ेसंबंधमेंकहाजािाहैतकइसज्योतितलिंगकोदेखनेऔर उसकीपूजाकरनेसेलोगोंकोसद्गतितमलिीहै।एकप्रतसद्धकिाक ेअनुसार, एकगरीबआदमीने अपनेआिाहत्याक ेतलएियकरतलयाथा, लेतकनउसकीआिानेउसेओंकारेश्वरमंतदरलेजाकरध्यान करनेकीसलाहदीथी।जबवहवहांगया, िोउसकीआिाकोमुत्वितमलीऔरउसनेउच्चस्थानप्राप्त तकया।इसकथासेस्पिहोिाहैतकओंकारेश्वरज्योतितलिंगश्रद्धाऔरआध्यास्िकिाक ेतलएएक महत्वपूणमथिानहै।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहिधातममकसातहत्यमेंवतणमिहै।महाभारिमेंइसका उल्लेखहैऔरइसेपौरातणककथाओंमेंभीतवस्तारसेवतणमितकयागयाहै।यहज्योतितलिंगतशव पररवारकीपूिाकामहत्वपूणमक ें द्रहैऔरयहांतशव, पावमिी, गणेश, कातिमक े यऔरनंतदकी मूतिमयााँथिातपिहैं। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगक ेप्रतिभक्ोंकीतवशेर्आथिाहै।लोगयहांआकरअपनेआपकोआराम औरिांतिकीअनुभूतिकरिेहैं।ध्यानऔरमननकीयािाकरनेवालेलोगयहांआकरअपनीआिाको ऊ ं चाईयोंिकलेजािेहैं।ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहिपूणमतदनहरसालक ेमहातिवरातिहोिाहै।इस

  4. तदनलाखोंतिवभियहांपहंचिेहैंऔरतशवकीपूिाअिमनाकरिेहैं।इसक ेअलावाअन्यत्योहार औरपूजाओंपरभीयहांभिोंकीभीडदेखीजासकिीहै। ओंकारेश्वरज्योतितलिंगकामहिभारिीयधमम, ऐतिहातसकिा, औरआध्यात्विकिाक ेसंक े िक ेरूपमें उच्चमान्यिाप्राप्तकरिाहै।यहएकप्रमुखधातममकस्थलहैजोलोगोंकोआध्यात्विकउन्नतिक ेपथपर लेजािाहैऔरउन्हेंआिज्ञानऔरिांतिप्रदानकरिाहै। ALSO READ Mangal Pandey The Heroic Soldier Who Ignited India's Independence Struggle - This Year Educate Yourself and Develop Your Skill with EasyShiksha Online Courses with Certificate - Authorised certificate recognized everywhere TAGS:ओंकारेश्वरज्योतितलिंगओंकारेश्वरमंतदरओंकारेश्वरज्योतितलिंगकाइतिहासओंकारेश्वरज्योतितलिंगकीमहत्विाभारिीय िीिमथिलतहंदूधममतशवभस्क्आध्यास्िकिापौरातणककिाएंभस्क्योगमहातशवरातिपूिाआराधना

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