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गुरु पूर्णिमा आदर्शवाद समर्पण और संगठन का महापर्व

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गुरु पूर्णिमा आदर्शवाद समर्पण और संगठन का महापर्व

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Presentation Transcript


  1. EDUCATION गुरूपूर्णिमाआदर्िवादसमपिणऔरसंगठन कामहापवि   BY MOHIT-KUMAR-SHARMA JUL 03, 2023 11:10  गुरूपूर्णिमार्हन्दूधमिक ेमहत्वपूणिपवोंमेंसेएकहै।यहपर्वर्र्वक ेपूर्णवमार्िर्िकोमनायाजािाहै औरइसर्िनगुरूओंकोसमर्पविहोिाहै।गुरूपूर्णवमाकामहत्वध्यानऔरर्िक्षाक ेप्रिीकरृपमेंमाना जािाहै, औरइसर्िनकोगुरूओंक ेप्रर्िक ृ िज्ञिाव्यक्तकरनेकाएकअर्सरमानाजािाहै। गुरूकामहत्वर्हन्दूधमिमेंबहुतउच्चमान्यताहै।गुरूध्यानकास्रोिमानाजािाहैजोआध्यात्मिक औरज्ञानाजवनकीप्रर्ियामेंमहत्वपूणवहोिाहै।गुरूर्हव्यत्मक्तहोिाहैजोहमेंअच्जेऔरसच्छेमागवििवन करिाहैऔरहमारीआत्मिकर्र्कासमेंमििकरिाहै।गुरूपूर्णवमाक ेर्िनयहमहत्वपूणवमौकाहैर्क हमगुरूओंकोधन्रर्ाििेकरउनक ेचरणोंमेंअपनीप्रर्िष्ठाप्रकटकरेंऔरउनकाआिीर्ाविप्राप्त करें।गुरूपूर्णवमाकापर्वभारिीयसंस्क ृ र्िमेंएकमहत्वपूणवस्िानरखिाहै।इसर्िन गुरूपूर्णवमाकापर्वभारिीयसंस्क ृ र्िमेंएकमहत्वपूणवस्िानरखिाहै।इसर्िनर्िष्यअपनेगुरूक ेचरणों मेंबार्ििानिेिेहैंऔरउनसेआिीर्ावििेिेहैं।यहर्िनगुरूर्िष्यक ेआपसीसम्बन्ोंकोमजबूिकरने काभीएकमौकाहै।गुरूपूर्णवमाकामहत्वर्ेिोंऔरपुराणोंमेंभीर्र्णविहै, औरयहर्िनभगर्ानर्र्ष्णु क ेअर्िारपरिुरामक ेजन्यर्िनक ेरृपमेंभीमनायाजािाहै।

  2. गुरूपूर्णिमाक ेपविकीर्ुरूआतऋर्िव्यासजीकोसमर्पितहोिीहै।ऋर्िव्यासजीमहाभारतक े लेखकऔरमहर्ििहैंर्जन्ोंनेसंस्क ृ र्िऔरज्ञानकोमहत्वपूणवरृपसेप्रभार्र्िर्कया।इसर्िए, इसर्िन कोआर्दगुरूर्दवसक ेरृपमेंभीजानाजाताहै। गुरूपूर्णवमाकाउद्देश्यर्िक्षार्िवयोंकोअपनेगुरूओंक ेप्रर्िआिरऔरसम्मानकाअर्भर्ािनकरनाहै। गुरूपूर्णवमाक ेर्िनर्िष्यअपनेगुरूओंकोर्र्र्भन्नप्रकारक ेउपहारऔरआिरक ेरृपमेंर्स्त्र, फ ू ि, फ ू ििान, अर्घ्व, पुष्पमािाआर्िस्वीकारकरिेहैं।यहउनकीक ृ पाऔरआिीर्ाविकीप्रिीक्षाकाप्रिीक है।इसक ेअिार्ा, गुरूपूर्णिमाक ेर्िनर्िष्यअपनेगुरूकोमान्रिाऔरसम्मानक ेसािसंकल्पभीिेिे हैंर्कर्ेउनक ेद्वारार्िएगएर्सखाएगएज्ञानकोसिैर्आचरणकरेंगे। गुरूपूर्णिमाकाअर्िहैगुरूकीपूणिता।इसर्िनर्िष्यअपनेगुरूकोपूजनकरध्यानऔरगुरूक े आिेिोंकापािनकरिेहैं।गुरूपूर्णवमाक ेर्िनर्र्िेर्धार्मवककायविम, सत्संग, भजन-कीिवनआर्ि आयोर्जिर्कएजािेहैंजहांर्िष्यगुरूक ेज्ञानऔरसत्संगकाआनंििेिेहैं।इसर्िनर्िष्यऔरगुरूक े बीचएकअनुभंगअिर्ार्र्िेर्सम्बन्होिाहै, जोअत्यंिमहत्वपूणवहै। गुरूपूर्णिमाक ेपविकामहत्वर्र्क्षाक ेक्षेत्रमेंभीअर्ितीयहै।इसर्िनछात्रअपनेगुरूओंकासम्मान करिेहैंऔरउन्ेंधन्रर्ाििेिेहैं।यहर्िनछात्रोंकोएकनयाप्रेरणर्मििाहैऔरउन्ेंआगेकीपढाई मेंप्रोत्सार्हिकरिाहै।छात्रगुरूपूर्णवमाक ेर्िनअपनेगुरूओंसेसीखनेकाउत्साहप्रकटकरिेहैंऔर उनक ेमागवििवनमेंअपनेअध्ययनकोमजबूिकरिेहैं। गुरूपूर्णवमाक ेअिार्ा, इसर्िनयोग, ध्यान, मन्त्रजाप, प्रािवनाऔरसेर्ाक ेकायविमभीआयोर्जिर्कए जािेहैं।यहर्िनर्िष्योंकोआत्मिकऔरमानर्सकसुखक ेर्िएर्र्िेर्आयामप्रिानकरिाहैऔरउन्ें सत्संगऔरसंगठनकीभार्नासेप्रेररिकरिाहै। गुरूपूर्णवमाएकमहानपर्वहैजोर्िक्षा, ज्ञानऔरआध्यात्मिकिाकीमहत्वपूणविाकोप्रकटकरिाहै। इसर्िनहमेंयहस्मरणरखनाचार्हएर्कगुरूहमारेजीर्नमेंअत्यंिमहत्वपूणवहैंऔरहमेंसहीऔर उच्छिममागवप्रिानकरिेहैं।इसर्िए, हमेंउनकासम्मानकरनाऔरउनक ेआिेिोंकापािनकरना चार्हए। गुरूपूर्णवमाक ेर्िनयहसंिेिर्ियाजािाहैर्कहमेंहमारेगुरूओंक ेप्रर्िक ृ िज्ञिाऔरआिर रखनचार्हए।हमेंउनक ेउत्क ृ ष्टज्ञानकासम्मानकरनाऔरउनक ेमागवििवनमेंअपनीप्रगर्िकरनी चार्हए।यहर्िनहमेंर्िक्षाक ेमहत्वकोस्मरणकरनेकाअर्सरिेिाहैऔरहमेंसमाजमेंज्ञानकी महत्विाकोसाझाकरनाचार्हए। गुरूपूर्णिमाक ेअर्सरपरहमेंअपनेगुरूओंकाआभारव्यक्तकरनाचार्हए, उनक ेप्रर्िसम्मानऔर आिरप्रकटकरनाचार्हए।हमेंउनक ेजीर्नमेंर्िखाएगएमूल्ोंकाआिरकरनाचार्हएऔरउनक े

  3. द्वारार्िएगएज्ञानकासमपवणकरनाचार्हए।इसर्िनहमेंयहसोचनाचार्हएर्कहमेंगुरूकीसेर्ामेंद्वारार्िएगएज्ञानकासमपवणकरनाचार्हए।इसर्िनहमेंयहसोचनाचार्हएर्कहमेंगुरूकीसेर्ामें जुटनाचार्हएऔरउनक ेज्ञानकोिूसरोंक ेसािसाझाकरनाचार्हए। गुरूपूर्णिमाहमेंएकसंयमी, ज्ञानीऔरउच्छस्तरीयजीर्नजीनेकीप्रेरणािेिाहै।हमेंअपनेगुरूओंक े उपिेिोंकाआिरकरनाचार्हएऔरउनक ेमागवपरचिनेकाप्रयासकरनाचार्हए।गुरूपूर्णवमाक ेपर्व कोसमर्पविकरक ेहमअपनेजीर्नमेंसच्छेज्ञान, आििवऔरसत्यकोआमंर्त्रिकरिेहैंऔरअपने अंिरक ेर्िव्यप्रकािकोप्रकटकरनेकासंकल्पिेिेहैं।हमेंइसर्िनअपनेजीर्नमेंउच्छिममानर्ीय मूल्ोंकोअपनानेकासंकल्पिेनाचार्हएऔरअपनेगुरूओंक ेद्वारार्सखाएगएज्ञानकाप्रचार-प्रसार करनेकाप्रयासकरनाचार्हए। इसपर्र्त्रअर्सरपरहमेंआपसीिािमेि, सम्प्रेमऔरसमरसिाकोबढानाचार्हए।हमेंिूसरोंकीसेर्ा करनेऔरउन्ेंज्ञानकीओरप्रेररिकरनेकाप्रयासकरनाचार्हए।गुरूपूर्णवमाहमेंर्र्चारिीििा, अनुिासन, र्र्नम्रिाऔरसच्छीआििवर्ार्ििाकोअपनेजीर्नकार्हस्साबनानेक ेर्िएप्रेररिकरिाहै। गुरूपूर्णिमाहमेंउनब्रह्मज्ञार्नयोंकोस्मरणकरनेकाअर्सरिेिाहैर्जन्ोंनेहमेंज्ञानक ेउज्ज्विपिपर चिनेकामागवप्रिानर्कया।इसर्िनहमेंध्यानिेनाचार्हएर्कहमगुरूओंकीमूर्िवमेंनहीं, बल्कउनक े द्वारार्सखाएगएज्ञान, उपिेिऔरमागवििवनमेंआनंििेनेचार्हए।हमेंआिाकीउद्धारिीििा, ज्ञान, औरअध्यात्मिकप्रगर्िक ेर्िएअपनेगुरूओंक ेप्रर्िश्रद्धाऔरर्र्श्वासरखनाचार्हए।गुरूपूर्णवमाक े अर्सरपरहमेंयहयािर्ििानाचार्हएर्कज्ञानऔरआििोंकाप्रिंसकहोनाहमाराधार्मवकिार्यत्वहै। हमेंउनर्र्द्यार्िवयोंक ेअर्भयांर्त्रकीकरनाचार्हएजोहमेंर्सखाएगएज्ञानकोआगेबढािेहैंऔरउनक े जीर्नमेंसत्य, न्रायऔरआििवक ेर्िएखडेहोनाचार्हए। गुरूपूर्णवमाहमेंसमग्रिाऔरआि-समपवणकीभार्नासेयुक्तरहनेकासंक े ििेिाहै।हमेंअपनेगुरूओं क ेप्रर्िसंर्ेिनिीििाऔरसंयमकापािनकरनाचार्हएऔरउनक ेद्वारार्िएगएसुझार्ोंऔरआिेिों कोध्यानसेमाननाचार्हए।हमेंउन्ेंसिैर्प्रणामकरनाचार्हएऔरउनक ेउज्ज्विर्िव्यज्ञानकोअपने जीर्नमेंसत्मम्मर्ििकरनाचार्हए। इसपर्र्त्रर्िनकोयािरखिेहुएहमेंअपनेअंिरकीिुिवभिमगुणोंकोप्रकटकरनेकाप्रयासकरना चार्हएऔरअपनेगुरूओंक ेप्रयासोंकोर्ांर्छिफििेकरउन्ेंप्रसन्नकरनाचार्हए।हमेंउनक ेआििों, र्र्चारोंऔरसमपवणक ेप्रर्िप्रिंसाव्यक्तकरनाचार्हएऔरउनक ेउपिेिोंकापािनकरक ेउनकी क ृ पाप्राप्तकरनीचार्हए।इसर्िनहमेंआि-र्र्श्वासऔरस्वाधीनिाकोबढानाचार्हएऔरअपनेआप कोउच्छिमआििोंक ेसािजोडनाचार्हए। गुरूपूर्णिमाहमेंअपनेजीर्नकोसच्छाई, र्र्चारिीििाऔरउद्धारिीििाक ेमागवपरिेजानेकासंक े ि िेिाहै।हमेंअपनेगुरूओंक ेप्रर्िआभारऔरश्रद्धाव्यक्तकरनाचार्हएऔरउनक ेद्वाराप्रिानकीगई

  4. उपिेिोंकोअपनेजीर्नकार्हस्साबनानाचार्हए।हमेंअपनेगुरूओंकीप्रेरणाऔरमागवििवनमेंर्र्श्वासउपिेिोंकोअपनेजीर्नकार्हस्साबनानाचार्हए।हमेंअपनेगुरूओंकीप्रेरणाऔरमागवििवनमेंर्र्श्वास रखनाचार्हएऔरउनक ेद्वारार्सखाएगएआििोंकोपूणविःअपनानेकाप्रयासकरनाचार्हए। गुरूपूर्णवमाहमेंएकसंगठनमेंसंयुक्तरहनेक ेमहत्वकोयािर्ििािाहै।हमेंउनगुरूओंक ेसाि र्मिकरकामकरनाचार्हएजोहमेंसहीर्ििामेंअग्रसरहमेंबनािेहैं।हमेंसामररकभार्नाऔर साझेिारीकोमजबूिकरनाचार्हएऔरसंगठनक ेर्र्कासऔरसफििाक ेर्िएगुरूओंक ेमागवििवन कासहारािेनाचार्हए।इसपर्र्त्रर्िनपरहमेंअपनेगुरूओंक ेप्रर्तआपक ृ ष्टआििवर्ािऔरसमपवण र्िखानाचार्हएऔरउनक ेद्वारार्िएगएमागवििवनपरचिनेकासंकल्पिेनाचार्हए। गुरूपूर्णवमाएकउत्क ृ ष्टपर्वहैजोहमेंर्र्ज्ञान, किा, संगीि, सार्हत्यऔरधार्मवकिाक ेक्षेत्रमेंगुरूओंक े योगिानकोस्मरणकरािाहै।हमेंउनअर्द्विीयआििवर्ार्ियोंकोयािर्ििानाचार्हएर्जन्ोंनेहमेंज्ञान कीज्योर्िप्रिानकीहैऔरर्जनक ेबिपरहमअद्यात्मिकऔरआध्यात्मिकप्रगर्िकोप्राप्तकररहेहैं। हमेंइसर्िनउनआििवर्ार्ियोंकासम्मानकरनाचार्हएऔरउनकीसत्प्रिंसाकरनीचार्हएजोहमें आिर्र्श्वासिेिेहैंऔरहमारेजीर्नकोपररर्िवनिीिबनानेमेंसहायिाकरिेहैं। गुरूपूर्णिमाकाअर्िहैगुरूकापूू्र्णमाकासमपिण, आिरऔरप्रिंसा।इसअर्द्विीयपर्वक ेद्वाराहम अपनेगुरूओंक ेप्रर्िहमारीआभारऔरश्रद्धाकाअर्भव्यत्मक्तकरिेहैं।हमेंउनक ेद्वारार्सखाएगएज्ञान औरमागवििवनकोस्वीकारकरनाचार्हएऔरउनक ेप्रेरणािायकउपिेिोंकापािनकरनाचार्हए।गुरू पूर्णवमाक ेअर्सरपरहमेंआिाकीप्रगर्ि, मनकीिुद्धिाऔरचररत्रमेंसुधारकरनेकासंकल्पिेना चार्हए। गुरूपूर्णवमाहमेंसार्वभौर्मकएकिाऔरआििवर्ािकोबढानेकासंक े ििेिाहै।हमेंर्र्र्भन्नसंस्क ृ र्ि, धमवऔरभार्ाओंक ेिोगोंक ेसािसहयोगकरनाचार्हएऔरसभीमनुष्योंक ेअर्धकारोंऔरमूल्ोंकी सम्मानकरनाचार्हए।इसर्िनहमेंर्िक्षाऔरज्ञानकीमहत्ताकोसमझनाचार्हएऔरउन्ेंसबक ेर्िए सुिभऔरसमर्पविकरनेकाप्रयासकरनाचार्हए। गुरूपूर्णवमाहमारेजीर्नमेंसत्य, प्रेमऔरसमरसिाकोस्िार्पिकरनेकाअर्सरहै।हमेंआपसीबंधन कोमजबूिकरनाचार्हएऔरअपनेगुरूओंक ेआििोंकाअनुसरणकरक ेसमाजमेंसद्भार्ना, समरसिाऔरसमानिाकाप्रचारकरनाचार्हए।हमेंगुरूपूर्णवमाक ेमहत्वकोयािरखिेहुएज्ञान, सद्भार्, औरियाक ेमागवपरचिनेकासंकल्पिेनाचार्हए। गुरूपूर्णवमाहमेंस्वयंकोसमर्पविकरनेकीप्रेरणािेिाहै।हमेंअपनेगुरूओंक ेप्रर्िर्र्श्वासऔरसमपवण रखनाचार्हएऔरउनक ेआििोंकापािनकरनेकाप्रयासकरनाचार्हए।इसर्िनहमेंअपनेगुरूओंक े उिाहरणकाअनुसरणकरिेहुएस्वयंकोसमार्पविकरनाचार्हएऔरउनक ेआिेिोंकोमाननाचार्हए।

  5. गुरूपूर्णवमाहमेंसंस्क ृ र्िऔरपरंपराकामहत्त्वयािर्ििािाहै।हमेंउनगुरूओंक ेप्रर्िसम्मानऔर आििवर्ािव्यक्तकरनाचार्हएजोहमेंसंस्क ृ र्ि, धमवऔरमानर्ीयिाक ेमूल्ोंकोर्सखािेहैं।इसर्िन हमेंसंस्क ृ र्िक ेमहत्वकोसमझनाचार्हए | ALSO READ Guru Purnima Honoring the Divine Teacher and Embracing Spiritual Wisdom - This Year Educate Yourself and Develop Your Skill with EasyShiksha Online Courses with Certificate - Authorised certificate recognized everywhere TAGS:GURU PURNIMATEACHERSTUDENTEDUCATION

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