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इस डॉक्टर ने नौकरी छोड़ी, देश बदले, विकलांग लड़कियों का ध्यान रखने के लिए

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इस डॉक्टर ने नौकरी छोड़ी, देश बदले, विकलांग लड़कियों का ध्यान रखने के लिए

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Presentation Transcript


  1. इस डॉक्टर ने नौकरी छोड़ी, देश बदले, विकलांग लड़कियों का ध्यान रखने के लिए https://hindi.shethepeople.tv/blog/dr-michelle-harrison-takes-care-of-differently-abled-girls

  2. डॉक्टर मिशेल हैरिसन अपनी नौकरी छोड़कर अन्य सक्षम लड़कियों की देखभाल करने के लिए न्यू जर्सी से कोलकाता शिफ्ट हो गईं। यह उनकी कहानी है।

  3. लेकिन फिर उन्होंने एक ऐसा फैसला किया जो कई ज़िंदगियों पर असर करने वाला था। उन्होंने न्यू जर्सी छोड़कर कोलकाता आने का फैसला लिया ताकि वह बहुत सी विकलांग लड़कियों को मां जैसा प्यार दे सकें और उन्हें घर की छांव दे सकें। यह सब की शुरुआत हुई जब वो अपने दूसरे बच्चे, सिसिलिया देवयानी हैरिसन को 1984 में गोद ले रही थीं। 2004 में वो अपनी बेटी को कोलकाता लेकर आयीं। हैरिसन ने कहा, “मैं उसे उसके बायोलॉजिकल माता-पिता से मिलवाना चाहती थी।” वर्ष 2001 में वो इंटरनेशनल मिशन ऑफ होप गए, जहां सीसिलिया को गोद लिया गया था। उसकी एक मासी वहां मिलने आई थी। उस घटना को याद कर उन्होंने कहा, “हमें कहा गया कि वो सीसिलिया की असली मां थी। उन्होंने यहां तक कि एक जुड़वा बहन, बायोलॉजिकल पिता और दादी भी बना दिए, जो कि उस मासी के लिए काम कर रहे थे।” बहुत से गोद लिए बच्चे अपने माता पिता के बारे में जानना चाहते हैं, इसलिए हमारे पास उन पर विश्वास नहीं करने का कोई कारण नहीं था। लेकिन जब सिसीलिया ने गलती से कुछ ऐसा सुना जिसका कोई सही मतलब नहीं था, तब हैरिसन ने सोचा कि कुछ गड़बड़ है और सिसीलिया का डी. एन. ए. टेस्ट करवाया और उन्हें पता चला कि डीएनए उनसे मैच नहीं करता।

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