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SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE - जनवरी-अंक-2023

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SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE - जनवरी-अंक-2023

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Presentation Transcript


  1. नयी ग ंज-------. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE शोध ,साहित्यऔरसंस्कृतिकीमाससकवैबपत्रिका वर्ष 2023 अंक 1 WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 i

  2. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE संपादकमंडल प्रमुखसंरक्षक प्रो. देवमाथुर vishvavishvaaynamah.webs1008@gmail.com मुख्यसंपादक रीमा मािेश्वरी shuddhi108.webs@gmail.com संपादक सशवा ‘स्वयं’ sarvavidhyamagazines@gmail.com शाखा प्रमुख ब्रजेश कुमार aryabrijeshsahu24@gmail.com aryabrijeshsahu24@gmail.com परामशषदािा कमल जयंथ jayanth1kamalnaath@gmail.com WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 ii

  3. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE सम्पादकीय फ लों की िरि बनो सशवा स्वयं िँसो, खखलखखलाओ, जैसे फ ल िोिे िैं | मुश्श्कलों से क्या घबरािे िो? श्जंदगी में दो बािों की गगनिी करना छोड़ दो, खुद का दुुःख और द सरों का सुख | श्जंदगी आसान िो जाएगी... ककसक े जीवन में मुश्श्कलें निीं.... िर ककसी क े जीवन में िैं | लेककन उनिीं से जीि जाना िी िो जीवन िै | WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 iii

  4. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE िुम ज़ब उदास िोिे िो, अपने अंदर नकारात्मक भाव ले आिे िो, ये वैसे िी िै जैसे मुरझाया िुआ फ ल... क्या आपको पसंद िै मुरझाया िुआ फ ल... निीं ना | और कोई निीं प छिा कक क्यों मुरझाया ? िँसने वाले क े साथ प रा जिाँ िोिा िै, रोने वाले क़ो कुछ देर की सिानुभ ति भी मुश्श्कल िी समल पािी िै | क्या िम इिने िार गए िैं कक सिानुभ ति से जीवन श्जयें | जीवन का नाम िी िोिा िै िर हदन का नया संघर्ष.. िमारे िाथ में जो िै उसकी, उस पल की कीमि िै बिुि.. ये पल सशकवों – सशकायिों में भी बीि सकिे िैं लेककन आप अगर मुश्श्कलों में भी खुद क़ो अंदर से अपने सकारात्मक ववचारों की शश्क्ि देिे रिें िो पिझड़ में भी फ लों क़ो ला सकिे िैं आप | फ लों क़ो देखा िै, अपने सुनदर रंगों से, ऐसे मुस्कुरा कर खखलने से वो ककिनी ख़ुशी त्रबखेरिे िैं िम सब क े सलए और िम इंसान.... इिना सब कुछ िोिा िै िमारे पास लेककन ज्यादा पाने की इच्छा िमें खुश िोने देिी िी निीं... मुस्कुराने देिी िी निीं... ये फ ल.. पत्ते.. पेड़ इनक े पास जो ख़ुशी िै पिा िै वो क्यों िै ? क्योंकक ये कभी अपने बारे में निीं सोचिे.. ये क े वल सबक े बारे में सोचिे िैं.. लेिे कुछ निीं क े वल देिे िैं.. त्रबना पाने की इच्छा क े | WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 iv

  5. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE और इससलये ये िृप्ि िोिे िैं क्योंकक ये प र्ष िोिे िैं | िम इंसानों की रचना भी उसी ईश्वर ने की श्जसने इन िँसिे मुस्कुरािे फ लों क़ो बनाया | िम अगर अपने चेिरे पर मुस्कान रखें िो िम बिुि खुशी दे सकिे िैं अपने अपनों क़ो | फ लों की िरि खुद क़ो रख कर िम अपने अपनों क़ो उससे किीं ज्यादा ख़ुशी दे सकिे िैं | WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 v

  6. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE शुभेच्छा नयी ग ूःज------.पररवार परामशषदािा- प्रश्निैककसंस्कृतिक्यािै।य ंसंस्कृतिशब्दसम्+कृतिसेबनािै, श्जसकाअथषिैअच्छीकृति।अथाषि् संस्कृतिवस्िुिुःराष्ट्रीयअश्स्मिाक ेपररचायकउदात्तित्वोंकानामिै। भारिीयसनदभषमेंसंस्कृतिव्यश्क्ितनष्ट्ठनिोकरसमश्ष्ट्ितनष्ट्ठिोिीिै।संस्कृतिकीसंरचनाएकहदन मेंनिोकरशिाश्ब्दयोंकीसाधनाकासुपररर्ामिोिािै।अिुःसंस्कृतिसामाससक-सामाश्जकतनगध िोिीिै।संस्कृतिवैचाररक, मानससकवभावनात्मकउपलश्ब्धयोंकासमुच्चयिोिीिै।इसमेंधमष, दशषन, कला, संगीिआहदकासमावेशिोिािै।इसीकीअपररिायषिाकीओरसंक े िकरिेिुएभिृषिररने सलखािैककइसक ेत्रबनामनुष्ट्यघासनखानेवालापशुिीिोिािै- ‘‘साहित्यसंगीिकला-वविीनुः साक्षाि्पशुुःपुच्छववर्ार्िीनुः।। मुख्यसंपादक उपतनर्द्क ेशब्दोंमेंकिेंिोसंस्कृतिमेंजीवनक ेदोआयामश्रेयवप्रेयकासामंजस्यिोिािै।इनिीं आधारपरआध्याश्त्मक, वैचाररकवमानससकववकासिोिािैऔरइनिींक ेआधारपरजीवन-म ल्योंव संस्कारोंकातनधाषरर्िोिािैऔरयिीजीवनक ेसमग्रउत्थानक ेस चकिोिेिैः।सशक्षा-िंिमेंइनिीं सांस्कृतिकम ल्योंकासशक्षर्-प्रसशक्षर्िोिािै।विषमानमेंसशक्षा-व्यवस्थासंस्कृतिकीअपेक्षा सम्यिा-तनष्ट्ठअगधकिै।िात्पयषिैककविषमानसशक्षाववचार-प्रधान, गचनिन-प्रधानवम ल्यप्रधानकी अपेक्षाज्ञानाजषन-प्रधानिै।वस्िुिुःइसीकापररर्ामिैककसम्प्रतिसशक्षाक ेद्वाराबौद्गधकस्िरमें िो संपादक– असभवृद्गध िुई िै ककनिु संवेदनात्मक या भावनात्मक स्िर घिा िै। WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 vi

  7. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE िमारीसशक्षामेंसांस्कृतिकम ल्योंक ेस्थानपरपश्श्चमीसभ्यिा-म लकित्वोंकोउपादानक ेरूपमें ग्रिर्करसलयागयािै।िभीिोसशक्षावसमृद्गधक ेपाश्चात्यमानदण्डोंकोआधारमानसलयािैजो संस्कृति-ववरोधीिैः, श्जनमेंनैतिकवमानवीयम ल्योंकाववशेर्स्थाननिींिै।इसीकापररर्ामिैकक बुद्गधमानवगरीबनैतिकव्यश्क्िसामाश्जकदृश्ष्ट्िसेभीिांससयेपरिीरििािैऔरनैतिकिा-वविीन, संवेदनिीन, भ्रष्ट्िाचारीवअपराधीभीसम्पनन, सभ्य, सम्मानयवप्रतिश्ष्ट्ठििोिािै।इसीसंस्कृति- वविीनव्यवस्थाक ेकारर्शोर्र्-प्रधानप ंजीवादीव्यवस्थािीग्राह्यिोगईिै, श्जसनेरिन-सिनक े स्िरकोिोउठायािै, परइसभोगवादीबाजारवादीव्यवस्थाक ेकारर्अथषशास्िविकनीककववज्ञानक े सामनेनैतिकिावमानवीयिागौर्िोगईिै।जबककराधाकृष्ट्र्नवकोठारीआयोगकीमानयिाथी ककसशक्षाऐसीिोनीचाहियेजोसामाश्जक, आगथषकवसांस्कृतिकपररविषनकाप्रभावीमाध्यमबन सक े ।इसदृश्ष्ट्िसेभारिीयप्रकृतिऔरसंस्कृतिक ेअनुरूपसशक्षासेिीम ल्यपरकउदात्त-गुर्ोंका संप्रेर्र्औरसमग्रव्यश्क्ित्वकातनमाषर्सम्भविै।इसमेंपुरानेवनयेकात्रबनाववचारककयेजोदेश कीअश्स्मिावसमाजक ेहििकरिै, उसीकोप्रमुखिादेनीचाहिए। शाखा प्रमुख कीकलमसे-- वप्रयपाठकों संस्थानकीपत्रिकानयीग ंजक ेपिलेअंककालोकापषर्एकआंिररकसुखकीअनुभ तिकरारिािै। मुझेप्रसननिािैककशाखा प्रमुखक ेरूपमेंकायषभारसंभालनेक ेबादमुझेआपसभीसेनयीग ंजक े इसअंकक ेमाध्यमसेरूबरूिोनेकामौकासमलरिािै। िमककिनाभीववकासकरलेंककनिुयहदसमाजमेंसंवेदनािीमरगईिोसबव्यथषिै।इस संवेदनिीनिाक ेचलिेसमाजमेंनकारात्मकऊजाषहदनप्रति-हदनबढ़िीजारिीिैजोतननदनीयभीिै औरववचारर्ीयभी।आवश्यकिािैककिमअववलम्बइसहदशामेंअपनेप्रयासआरम्भकरदें। वस्िुिुःअपनेकमोंसेिमअपनेभाग्यकोबनािेऔरत्रबगाड़िेिैः।यहदगंभीरिासेगचंिन-मननककया जायिोिमाराकायष-व्यापारिमारेव्यश्क्ित्वक ेअनुसारिीआकारग्रिर्करिािैऔरिमेंअपनेकमष क ेआधारपरिीउसकाफलप्राप्ििोिािै।कमषससफ षशरीरकीकियाओंसेिीसंपनननिींिोिाअवपिु मनुष्ट्यक ेववचारोंसेएवंभावनाओंसेभीकमषसंपननिोिािै।वस्िुिुःजीवन-भरर्क ेसलएिीककया गयाकमषिीकमषनिींिैिमजोआचार-व्यविारअपनेमािा-वपिाबंधुसमिऔरररश्िेदारक ेसाथ करिेिैःविभीकमषकीश्रेर्ीमेंआिािै।मसलनिमअपनेवािावरर्सामाश्जकव्यवस्था, पाररवाररक समीकरर्ोंआहदक ेप्रतिश्जिनािीसंवेदनशीलिोंगेिमाराव्यश्क्ित्वउिनीिीउच्चकोहिकीश्रेर्ीमें आयेगा। WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 vii

  8. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE आजक ेजहिलऔरअतिसंचारीजीवन-वृवत्तक ेसफलसंचालनिेिुसभीकाव्यश्क्ित्त्वउच्चआदशों परआधाररििोऐसीमेरीअसभलार्ािै। यिज़रूरीनिींिैककिरकोईिरककसीकायषमेपररप र्षिो, परनिुअपनादातयत्वअपनीप रीकोसशशसे तनभानाभीदेशकीसेवाकरनेक ेसमानिीिै।संप र्षकिषव्यतनष्ट्ठासेककयािुआकायषआपकोअवश्य िीकायष-समाश्प्िकीसंिुश्ष्ट्िदेगा।कोईभीककयागयाकायषिमारीछापउसपरअवश्यछोड़देिािै अिएवसदैवअपनीश्रेष्ट्ठिमप्रतिभासेकायषसंपननकरें।िरछोिीचयाषकोऔरछोिे-से-छोिेसेकायष क ेिरअंगकाआनंदलेकरबढ़िेरिनािीएकअच्छेव्यश्क्ित्वकाउदािरर्िै। यिसवषववहदििथ्यिैककनयीग ंजएकउच्चस्िरीयपत्रिकािैश्जसमेंववसभननववधाओंमें उच्चस्िरीयलेखोंकाअन ठासंग्रििै आपसभीपत्रिकाकाआननदलेंएवंअपनीप्रतिकियायेंऑनलाइनयाऑफलाइनभेजें। नयीग ंजक ेमाध्यमसेिमाराआपकासंवादगतिशीलरिेगा।आपसभीअपनीसुनदरवश्रेष्ट्ठरचनाओं सेनयीग ंजकोतनरनिरसमृद्धकरिेरिेंगेइसीववश्वासक ेसाथ। अंिमेंमैःसभीसम्पादकमण्डलक ेसदस्योंएवंरचनाकारोंकोनयीग ंजपत्रिकाक ेसफलसम्पादन एवंप्रकाशनक ेसलएसाधुवादज्ञावपिकरिाि ंकरिाि ँ। आपसभीकोिाहदषकबधाईक ेसाथबिुि-बिुिधनयवाद!! कासलदासनेकाव्यक ेमाध्यमसेकिािै- पुरार्समत्येवनसाधुसवं नचावपकाव्यंनवसमत्यवद्यम्। सनिुःपरीक्ष्यानयिरद्भजनिे म ढुःपरप्रत्ययनेयबुद्गधुः।। अथाषि्पुरानीिीसभीचीजेंश्रेष्ट्ठनिींिोिीऔरननयासबतननदनीयिोिािै।इससलएबुद्गधमान व्यश्क्िपरीक्षाकरक ेजोहििकरिोिािैउसीकोग्रिर्करिेिैःजबककम खषद सरोंकािीअनधानुकरर् करिेिैः। अस्िु, तनववषवादरूपसेयिसभीस्वीकारकरिेिैःककराष्ट्रकीरक्षा, कासकारात्मकपक्षिोिािै। प्रकाशनसामग्रीभेजनेकापिा ई-मेलुःgoonjnayi@gmail.com नयी ग ंज इंिरनेिपरउपलब्धिै। www.nayigoonj.com परश्क्लककरें। नयी ग ंज मेंप्रकासशिलेखाहदपरप्रकाशककाकॉपीराइििै WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 viii

  9. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE शुल्कदर 40/- वावर्षक: 400/- िैवावर्षक: उपयुषक्िशुल्क-दरकाअगग्रमभुगिान 1200/- को -----------------------------------------द्वाराककयाजानाश्रेयस्करिै। तनयमतनदेश 1 रचनाएंयथासंभविाइपकीिुईिों, रचनाकारकाप रानाम, पदएवंसंपक षवववरर्काउल्लेख अपेक्षक्षििै। 2 लेखोंमेंशासमलछाया-गचििथाआँकड़ोंसेसंबंगधिआरेखस्पष्ट्ििोनेचाहिए।प्रयुक्िभार्ा सरल, स्पष्ट्िएवंसुवाच्यहिंदीभार्ािो। 3 अनुहदिलेखोंकीप्रामाखर्किाअवश्यसुतनश्श्चिकरें।अनुवादमेंसिायिािेिुसंस्थानसंपादक मंडलप्रकोष्ट्ठसेसंपक षकरसकिेिैः। 4 प्रकासशिरचनाओंमेंतनहििववचारोंक ेसलएसंपादकमंडलप्रकोष्ट्ठउत्तरदायीनिींिोगाऔर इसक ेसलएप रीकीप रीश्जम्मेदारीस्वयंलेखककीिीिोगी। नई ग ँज तनयमावली रचनाएूः goonjnayi@gmail. Com ई-मेल पते पर भेजी जा सकती हैः। रचनाएूः भेजने क े ललए नई ग ूंज क े साथ लॉग-इन करें, यह वाूःछित है।आप हमारे whatsapp no. 9785837924 पर भी अपनी रचनाएूं भेज सकते हैं वप्रय सागथयों, नईग ँजिेिु आपक े सियोग क े सलएआपका िाहदषक धनयवाद। आशा िै कक ये संबंध आगे भी प्रगति क े पथ पर अग्रसर रिेंगे। आगामी अंक िेिु आप सबक े सकिय सियोग की पुनुः आकांक्षा िै। आप सभी से एक मित्वप र्ष अनुरोध िै कक आप अपने शोध प्रपि तनम्न प्रारूप क े ििि िी प्रस्िुि करें श्जससे कक िमें िकनीकी जहिलिाओं का सामना न करना पड़े - WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 ix

  10. NAYI GOONJ – SHODH , SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE 1.प्रकाशनिेिुआपकीरचनाक ेमौसलकिोनेकास्वतःसत्यापन रचना प्रेवर्ि करिे समय "मौसलकिा प्रमार् पि" पर िस्िाक्षर करना अतनवायष िै। इसक े त्रबना रचना पर ववचार करना संभव निीं िोगा 2. रचनाकिींपरभीप वषमेंप्रकासशिनिींिोनीचाहिए ! 3. आपकीरचनाएूंएम.एस. ऑकफसमें टाइप होना चाहहए 4. फोंि-कृछतदेव10, मूःगल य छनकोड 5. रचनाओूःक ेसाथअपनाप र्णपता, मोबाइलनूःबर, ईमेलतथापासपोटणसाइजकी फोटोलगानाअपेक्षितहै ! 6. आपलेख, कववता, कहानी, ककसीभीववधामेंरचनाएूंभेजसकतेहैं ! नई ग ँज रचनाओं क े प्रेर्र् सम्बंगधि तनयम व शिे : एक से अधधक रचनायें एक ही वडण-डॉक्य मेंट में भेजें। रचनायें अपने पूःजीकृत पेज पर हदए गए ललूःक इस्तेमाल कर प्रेवित करें। यहद आप हहूःदी में टाइप करना नहीूः जानते हैः, आप ग गल द्वारा उपलब्ध करवायी गयी ललप्यान्तरर् सेवा का इस्तेमाल कर सकते हैः। इसक े ललए Google इनपुट उपकरर्ललूःक पर जाएूं। स-आभार संपादकमंडल Note:- प्रत्येक रचना लेखक की स्वयं मौसलक िथा सलखखि िै! इसमें लेखक क े स्वयं क े ववचार िैः िथा कोई िुहि िोने पर लेखक स्वयं श्जम्मेदार िोगा! WEBSITE- nayigoonj.com Email address goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 x

  11. अ अनुक्रमाणि नुक्रमाणिका का क्रम क्रम संख्या संख्या णििरणिका णििरणिका लेखक लेखक पृष्ठ पृष्ठ संख्या संख्या लेख लेख – – बदले पररिेश में गांधी और गांधीिाद बदले पररिेश में गांधी और गांधीिाद डॉ डॉ घनश्याम घनश्याम बादल बादल 1 1 1 1 – – 3 3 प्रणिकूल पररणथिणि और दृढ़ प्रणिकूल पररणथिणि और दृढ़ इच्छाशणि इच्छाशणि जो कभी संभि न हो सका जो कभी संभि न हो सका बृजेश बृजेश कुमार कुमार 2 2 4 4 – – 7 7 डॉ डॉ णशिा णशिा धमेजा धमेजा णप्रया देिांगन णप्रया देिांगन णगरेंद्र णगरेंद्र भदौररया भदौररया 3 3 8 8 - - 10 10 कणि कणििा बढ़िी ठंड बढ़िी ठंड रौदनाद रौदनाद िा 4 4 5 5 11 11 12 12 – – 17 17 प्रकृणि प्रकृणि डॉक्टर डॉक्टर अ अददिी भारद्वाज भारद्वाज ददिी 6 6 18 18 – – 19 19 कहा कहानी नी कानून का डंडा और िदी कानून का डंडा और िदी रमेश मनोहरा रमेश मनोहरा 7 7 20 20 - - 21 21 दोहे दोहे हमीद के दोहे हमीद के दोहे हमीदकानपुरी हमीदकानपुरी णप्रया देिांगन णप्रया देिांगन 8 8 22 22 लघु लघु किा किा स्नेहा की जीि स्नेहा की जीि 9 9 23 23 - - 24 24

  12. नारी नारी िुम िुम अबला अबला नहीं नहीं सबला सबला हो हो धाय धाय मााँ णनबंध णनबंध मााँ गोरा टाक गोरा टाक 1 10 0 26 26 – – 27 27 समान नागररक संणहिा समान नागररक संणहिा ऐणिहाणसक ऐणिहाणसक थिल गागरोन गागरोन का दुगग का दुगग ( (राज 11 11 1 12 2 28 28 - - 31 32 32 - - 34 35 35 - - 38 31 34 थिल एक एक नजर नजर राज.) .) 1 13 3 साक्षात्कार साक्षात्कार- - 2022 ब बनी नी - -दाणमनी दाणमनी 2022 में आ में आरजे रजेएस एस 38

  13. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE डॉघनश्यामबादल मोहनदास करमचंदग ंधी, ब पू, र ष्ट्रपपत औरआमआदमीक ेलिए लिर् फग ंधीज नेव िे 21 वीिदीक ेचमत्क रपुरूषम ने गएग ंधीआजभीबहुतम यनेरखतेहैं।म यनेतोवह देशक ेलिएभीरखतेहैंमगरबदिेहुएपररवेशमेंअबग ंधीश यदवहज्योततपुंजय नहींरहे जजनिेभ रतन मक यहदेशम गफदशफनएवंरोशनीप करचित थ । 70 ि ितकइिदेशकोचि नेव िेग ंधीव दीदिकीजैिीदुगफततहोरहीहैउिक अिर ग ंधीकीछपवपरभीहुआहै।ह ि ंककग ंधीनेआज दीक ेतुरंतब दहीकहददय थ कक अबक ंग्रेिक स्वतंत्रभ रतमेंकोईख िरोिनहींहोन च दहएऔरउन्होंनेक ंग्रेिक े पविजफनकीइच्छ व्यक्तकीथी।िेककनत त्क लिकपररजस्थततयोंमेंिंभवतःहैनतोयह व्यवह ररकथ औरनहींउििमयक ेक ंग्रेिीनेत ऐि होनेदेनेमेंअपन कोईि भदेखरहे थेइिलिएक ंग्रेिबनीरही।क ंग्रेिबनीहीनहींरहीअपपतुदृढ़त क ेि थस्व धीनत आंदोिन मेंककएगएबलिद नोंक श्रेयिेतेहुएिंबेिमयतकित्त रृढ़रही।जबतकनेहरृदेशक े प्रध नमंत्रीरहेतबतकक ंग्रेिक कोईपवकल्पदेशकोनददख , निूझ ।श स्त्रीजीक े छोटेिेक यफक िमेंभीकॉन्ग्रेिदेशक ेलिएअपररह यफरही। इिक ेब दपररवतफनक दौरशुरृहुआऔरनेहरूकीपुत्रीइंददर ग ंधीनेकम निंभ िी। ह ि ंककतबवहक ंग्रेिकीवररष्ट्ठतमनेत नहींथींऔरउनिेऊपरक ेप यद नपरक मतऔर मोर रजीदेि ईजैिेकईनेत थेिेककननेहरृग ंधीपररव रक ेप्रतततनष्ट्ठ क ेचितेहुएइंददर ग ंधीप्रध नमंत्रीबनीं।बि, यहीिेग ंधीव दीदशफनभीमनम नेढंगिेअपन य एवंप्रस्तुत ककय ज नेिग । इंददर ग ंधीगजबकीवक्त थी, उनक ेव्यजक्तत्वमेंभीजबरदस्तआकषफणथ , उनकीभ षण शैिीऔरआमआदमीमेंउनक ेप्रततआकषफणक ेचितेहुए 1971 मेंउन्होंनेग ंधीव दी WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 1 नयी ग ूँज

  14. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE अदहंिकिोचिेहटतेहुएअपनेर जनीततकर् यदेक ेलिएप ककस्त नक पवभ जनकरव य औरउिक ेिह रे 1972 मेंचुन वजीतकरपुनःित्त रृढ़हुई। 1975 मेंआप तक ििग य और 1977 मेंित्त िेब हरहोकर 1980 मेंकर्रव पिआईंिेककनजजितरहइंददर ने अदहंि एवंिोकतंत्रक मज कउड य थ श यदउिीक ेचिते 1984 मेंउन्हेंअपनीज नभी गंव नीपडी।तबिेिेकरआजतकगंग -जमुन मेंजजतन प नीबह हैश यदउििेभी ज्य द पररवतफनग ंधीदशफन, ग ंधीव दीपवच रग ंधीकीर ष्ट्रकीअवध रण ग ंधीव दीर जनीतत, ित्त िेपवतृष्ट्ण क ेभ व, ि द जीवनउच्चपवच रकीआदशफव दीपरंपर भीक िक ेि थ ज तीददख ईदीय नीि र्गोईक ेि थकहेंतोअबग ंधीक े विमुखौट म त्ररहगएथे। ग ंधीक ेप्रततआमआदमीकीश्रद्ध कोचुन वोंक ेिमयजमकरभुन य ज त रह िेककन व्यवह ररकएवंर जनीततकजीवनमेंग ंधीकहींनहींथे।जजिक ेपररण मस्वरृपदेशमेंभ ई भतीज व द, पक्षप त, ज ततव द, िंप्रद यव द, िंकीणफपवच रध र , क्षेत्रीयत व दजैिेअनेकऐिे तत्वघुिआएजजन्होंनेएकतरहिेग ंधीएवंग ंधीव दक गि घोटनेमेंकोईकिरब की नहींछोडी।कहिकतेहैंकक 1948 मेंग ंधीजीकीमृत्युक ेमहज 20 - 22 ि िब दही दहंदुस्त नन मक यहदेशक े विददख वेक ेलिएग ंधीव दीदेशथ ।यथ थफमेंयह ंपर पूंजीव दह वीहोचुक थ औरपूंजीव दक ेपीछेभ्रष्ट्ट च रक द नविर् े दपोशबनकरखड हुआ थ । यहक िभिेहीभौततकप्रगततक ेदहि बिेखर बनरह होमगरयददएकपुनर विोकन ककय ज एतोस्पष्ट्टददखेग कीनैततकपतनक दौरयहींिेशुरृहुआऔरएकऐिीब ढ़यह ं परआईजजिमेंिच, न्य य, अदहंि , दय , करूण आददक ेलिएकोईख िजगहनहींबची। पवदेशोंिेवस्तुओंक प्रव हभ रतमेंजबरदस्तबढ़ य नीग ंधीक ेस्वदेशीक ेिपनेकोखंड खंडकरददय गय । ह ि ंककऔद्योगगकक् ंतत, हररतक् ंततएवंश्वेतक् ंततदेशकीजरृरतथीमगरकुटीरउद्योगों क ेनीचेकीज़मीनबहुतहीतरीक ेक ेि थपजश्चमीदेशोंक ेइश रेपरखींचिीगई।क मग र मज़दूर, छोटेकमफच रीिबअबबडे-बडेक रख नोंऔरउद्योगपततयोंक ेगुि मबनकररहगए। ग ंधीक कुटीरउद्योगक िपन िगभगपूरीतरहधर श ईहोगय ।रहीिहीकमीलशक्ष मेंहुएअन प-शन पपररवतफनोंनेपूरीकरदी। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 2 नयी ग ूँज

  15. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE चररत्रतनम फणवनैततकमूल्यतथ भ रतकीि ंस्कृततकधरोहरएवंपरंपर एंतथ बुतनय दी लशक्ष क लिद्ध ंतएकदमत्य गददय गय ।अबऐि भीनहींहैककयहि रीब तेंइंददर क िमेंहीहुईयेंआजभीज रीहैं। भिेहीर ष्ट्रव दएवंर ष्ट्रव दीिरक रक मुिम्म चढ़ एनय दिित्त मेंआय औरपपछिे िगभगएकदशकिेिग त रित्त मेंहैइििेपहिेभीटुकडोंमेंकरीब 7 ि िर ष्ट्रव दी िरक ररहीमगरग ंधीव दीमूल्यव पिनहींआए।नहीअबउनक ेव पििौटनेकीकोई उम्मीदभीहै। ग ंधीअबएकप्रक रिेकरीब-करीबक िप रअथ फतएक्िप यरहोनेकीकग रपरहैं।हर ग ंधीजयंतीपरग ंधीक ेबुतोंपरम ल्य पफणहोत हैचखेचि एज तेहैंर जघ टऔरब पूकी िम गधपरिवफधमफप्र थफन एंकीज तीहैंिेककनआजहमजजिदौरमेंजीरहेहैंवह ंिवफधमफ िमभ वखतरेमेंददख ईदेरह है। आजइिदेशक ेदोनोंप्रमुखिमुद योंक ेिोगिग त रकठोरएवंकट्टरहोतेददख इपडरहेहैं य नीदहंदुस्त नकीआत्म अबबदिरहीहै।अबग ंधीक ेम यनेक्य हैंइिेिमझन और भीमुजश्किहोगय हैऔरिगत हैककआनेव िेिमयमेंपररवतफनआंधीमेंग ंधीकोऔर भीभुि ददय ज एतोअचरजनकरें। र जनीततकपवश्िेषकोंम नन हैयददक ंग्रेिनेधर तििेजुडकरजनत क िमथफनह लिि नहींककय तोआनेव िेिमयमेंग ंधीनेजोक ंग्रेिकीपविजफनकीब तकहीथीवहआज क ंग्रेिकीपीठपरिव रपररव रक ेद्व र पूरीकीज तीददख ईदेरहीहै। अस्तुकॉन्ग्रेिरहे, नरहेयहअिगब तहैमगरबदितेहुएपररवेशमेंग ंधीऔरभीज्य द िमीचीनऔरजरूरीहोज एंगेइिमेंदोर यनहींहै।ह ं, उनकीनीततयोंएवंदशफनोंकी व्य ख्य नएतरीक ेिेकीज िकतीहैजोश यदिमयकीजरृरतभीहै।ग ंधीव ददयोंकोभी यहगचंतनकरन होग ककग ंधीक ेककनपवच रोंकोक िकीकिौटीपरकिकरआगे बढ़ न हैऔरककननीततयोंकोछोडकरआगेबढ़न है। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 3 नयी ग ूँज

  16. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE बृजेश कुमार इस संसार में मनुष्य जीवन में सुख दुुःख का आना स्वाभाववक है | सुख दुुःख का जोड़ा है इस संसार में ऐसा कोई भी व्यक्ति नह ं है क्जसने खुशशयों क े साथ मािम ना देखा हो | व्यक्ति क े जीतन में सुख भी आिा है औऱ दुुःख भी | | यह सुख दुुःख की पररभाषा क े वल मनुष्य जीवन क े शलए नह ं है | अवपिु इस संसार में प्रत्येक जीव क्जसने जन्म शलया है, क े जीवन में सुख दुुःख का आना ननक्श्िि है दुुःख से अधिक दुुःखी तयों हुआ जाये | ज़ब यह बाि है कक जीवन में सुख औऱ दुुःख दोनों का ह भोग करना है िो | दुुःख सुख मनुष्य जीवन क े साथ, ज़ब िक प्राण हैः िब िक दुख सुुःख है | क्जस मनुष्य में दुखो को सहन करने की शक्ति आ जािी है पररक्स्थनि में भी घबरािा नह ं है औऱ अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति से मुकाबला करिा है | वह ववपर ि से ववपर ि | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 4 नयी ग ूँज

  17. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE वह मनुष्य संसार में सुखी समझा जािा है हैः :- | रववन्र नाथ टैगोर अपनी कवविा वरदान में कहिे हे प्रभु सहन करने की शक्ति दे दे, किर िाहे ककिने भी दुुःख मुझे दें दे | ! ि मुझे दुखों से छुड़ा, ये प्राथथना लेकर मैः, िेरे दर पर नह ं आया, ि मुझे दुखों को मल क दास ने बहुि अच्छा कहा है – जै दुुःखखया संसार में, खोदो निनका दुुःख, दशलदार सौंप म लक को, लोगन द जे सुख | हे प्रभु !सारे संसार का दुुःख मुझे दे दो, औऱ मेरे जीवन क े सारे सुख संसार पर वार दो | यदद हम अपने जीवन में छोटा सा काम करना िाहिे हैः िो अनेकों आपनियों का सामना करना पड़िा है | यदद हम आपनियों का सामना करने में सक्षम हैः िो जीि ननक्श्िि है | आपने देखा होगा कक बहुि मनुष्य अपने जीवन में कोई काम करने क े शलए िैयार ह नह ं होिे |वह सोििे हैं कक इस से दुखों से बि जायेंगे | ऐसे मनुष्य जीवन में कभी भी प्रगनि औऱ उन्ननि नह ं कर सकिे | उनका जीवन कीड़े मकोड़े क े समान है औऱ कुछ भी नह ं | मनुष्य की दृढ़ इच्छाशक्ति की पर क्षा िो प्रनिक ल पररक्स्थनि में ह होिी है | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 5 नयी ग ूँज

  18. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE ववपर ि पररक्स्थनि को देखकर वविशलि होने का स्वभाव मनुष्य का है, लेककन जो िैयथ से इनका सामना करिे हैं औऱ ववपर ि पररक्स्थनि को अपने अनुक ल बना लेिे हैः को महापुरूष की संज्ञा द जािी हैः | ऐसे व्यक्तियों | अगर हम इनिहास को उठा कर देखिे हैः कक महापुरूषों ने ककिनी- ककिनी ववपर ि पररक्स्थनियों में अपने िैयथ को नह ं त्यागा औऱ प्रसंिा प वथक उनको स्वीकार ककया औऱ अपने जीवन का दहस्सा मानकर प्रारब्ि ककया | ऐसे कुछ उदाहरण आपक े सामने रखिे हैः 1.महाराणा प्रिाप घास की रोट खा कर मािृभ शम क े शलए लड़िे रहें लेककन उन्होंने मुगलों की दास्िां स्वीकार नह ं की | 2. महाभारि में पांडवो ने वनवास को स्वीकार ककया जबकक वे िाहिे िो कौरवों क े दास बनकर अपना जीवन व्यिीि कर सकिे थे उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति का ह पररणाम था | ककन्िु उन्होंने ऐसा ना करक े वनवास स्वीकार ककया, यह | 3.राजा हररश्िन्र राज्य लोभ से अपने विनों से नह ं किरे भरने का काम करने लगे | बक्ककडोमक े घर जाकर पानी | औऱ अपनी पक्त्न को भी बच्िे का दाह संस्कार करने से रोक ददया | 4.राजा शशवव ने यदद शर र क े कटने क े दुुःख से दुुःखी होकर कब िर को बाज़ क े शलए दे ददया होिा िो उनका नाम आज कौन जानिा | 5. वन में सीिा का हरण होने पर, राम ननराश नह ं हुए बक्कक वानर जानि क े लोगों को इकठ्ठा कर रावण क े राज्य में ईंट से ईंट बजा द | 6. गुरू गोववन्द शसंह ने अपने िारों बेटों का बशलदान दे ददया लेककन अपने पथ से िननक भी वविशलि नह ं हुए | ऐसे अनेकों उदहारण से इनिहास भरे पड़े हैः, ये भी असंख्य मनुष्यों की भांनि काल क े गाल में समा जािे लेककन आज भी इनका नाम ज्यों का त्यों जीववि है उनकी दृढ़ इच्छा शक्ति | | इसका एक मात्र कारण है WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 6 नयी ग ूँज

  19. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE आज हम देखिे हैं कक मनुष्य छोट छोट मुक्श्कलें सामने आने पर अपना मानशसक संिुलन खो बैठिा है, आज क्स्थनि यह है कक व्यक्ति मुसीबि का सामना िथा मुसीबि से बाहर ननकलने क े रास्िे खोजने की अपेक्षा अपना अम कय समय िथा शक्ति को घबराने में खिथ करिा है तया होगा को ख़राब कर लेिा है | अब ? तया करूूँ ?कहाूँ जाऊ ं | ? ऐसा सोि कर रोने क े शसवाय अपनी मानशसक क्स्थनि औऱ छोट छोट मुसीबि का पहाड़ बना देिा है || अगर व्यक्ति में िैयथ है िो वह बड़ी बड़ी मुसीबि को आसानी से पार कर जािा है संसार में कोई भी जीव नह ं है | ऐसा इस | क्जस पर मुसीबि नह ं आिी है || उनमें से कुछ िो मुसीबिों से घबरा कर हार मान लेिे हैं जीवन में नयी उजाथ का संिार करिे हैः औऱ उनकी िरतकी का रास्िा मुसीबिों से ननकलिा है | | औऱ कुछ लोग उन मुसीबिों से औऱ दृढ़ इच्छा शक्ति क े कारण मंक्ज़ल को पा लेिे हैं वववेकी औऱ अवववेकी की दोनों को ज़रा, मृत्यु औऱ व्यधियां होिीं हैं परन्िु ज्ञानवान व्यक्ति अपने कमथ का भोग समझकर दृढ़िा क े साथ सहन करिा है, औऱ म खथ वविल होकर ववपनियों को औऱ बढ़ा लेिा है | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 7 नयी ग ूँज

  20. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE जो कभी संभव नह ं डॉ शशवा िमेजा तया है वो नह ं.....ऐसा तया है जो पाया नह ं जा सकिा ? पुरूषाथथ से, मेहनि से, इच्छाशक्ति से, दृढ़ ननश्िय से ऐसा तया है जो संभव ? तया उत्तर है आपका बदल सकिे हैं लेककन ऐसा एक कायथ है क्जस पर कभी कोई ववजय ना पा सका | ? सब संभव है !अगर शशद्दि से मेहनि की जाये िो आप अपनी िकद र वो कायथ है बीिे समय क़ो वावपस लें आना...समय बीिा मिलब बीि गया | एक बार क्जस समय क़ो घड़ी बीिा िुकी ठीक उसी समय, ददन, वार क़ो कभी कोई वावपस न ला सका तया कोई संशय है आपको कक इस िरिी पर जन्म लेने क े बाद जो सबसे अम कय शमला है.. मािा –वपिा क े बाद वो समय क े शसवाय कुछ नह ं | | िो क्जन्होंने इन अम कय का म कय समझ शलया ये प र दुननया किर उनका म कय समझ लेिी हैं समय क़ो अम कय मानने वाले खुद अनमोल बन जािे हैं तयोंकक ऐसा व्यक्ति क्जसे इस सत्य का | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 8 नयी ग ूँज

  21. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE बोि है वह समय की एक -एक ब ूँद क़ो खिथ करिे समय बहुि सोि वविार करेगा और समय क़ो व्यथथ कभी जाने नह ं देगा | समय क े रृप में क्जसे आप खिथ कर रहें होिे हैं उसे जीवन कहिे हैं.... बीि जाने वाला समय जीवन क़ो घटािा जा रहा है.... और हम िरह - खेलना, बािें करना, म वीज देखना ,ननंदा करना.... आदद आदद करिे रहिे हैं | िरह से खुद क़ो िृक्ति देने क े उद्देश्य से काम क े काम पर हमार प्रनिकिया ऐसी होिी है –करिे हैं अभी थोड़ी देर में, कल पतका , ये कर लेंगे | अभी जकद तया है, टाइम पड़ा है | टाइम क े वल िल रहा है, स रज की िरह महत्व हम बिपन से इसे पढ़िे आ रहें हैं –छोटे होिे हैं िो एक बार िो इस ववषय पर ननबंि जरृर शलखा होगा हम सबने ,लेककन बिपन का वो पाठ बड़े होिे - होिे हम भ ल जािे हैं | | उसने पीछे मुड़कर देखना नह ं सीखा | समय का ऐसा तयों ? स्क ल में हम समय क़ो इिना नह ं गवांिे ,क्जिना बड़े होकर गवािे हैं| लेककन िब िक हमार बुद्धि इिनी पररपतव नह ं होिी, क्जिनी हम जैसे- जैसे बड़े होिे हैं िो होिी िल जािी है | िो किर ऐसा तयों कक बड़े होने पर हम समय का मोल उिना नह ं समझ पािे.... तयोंकक बिपन में हमें स्क ल का काम समय पर ना करने पर डांट पड़िी थी, ट िर की मज़ी सज़ा भी दे सकिी थीं | बड़े हो गए िो हम खुद क े माशलक खुद बन गए आज़ाद कहने लगे | हम अपनी मज़ी से सब कुछ करने क़ो हमार | हमें हमार गलनियों पर ना ट िर कुछ बोल सकिी है, ना मािा वपिा | िो समय क़ो नष्ट करक े , हमने खुद क े साथ जो ककया वो न्याय नह ं, अन्याय होिा है क़ो काब में ऱखना गलि नह ं, सह होिा है | | खुद | सह कायथ मज़ब र से नह ं, ख़ुशी से ककये जािे हैं अब ि ंकक हमें ककसी की डांट नह ं शमलनी िो हम ककसी भी कायथ क़ो कभी िक भी टालने लगे और समय का महत्व भ लने लगे | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 9 नयी ग ूँज

  22. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE कई- कई महापुरूषों ने हमें िेिाया है, समय क े महत्व क़ो सुन्दर शब्दों में िो कभी कड़े शब्दों में समझाया है | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 10 नयी ग ूँज

  23. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE वप्रया देवांगन क ै सा ये मौसम है आया, कभी ि प सूँग होिी छाूँव। बैठे बबस्िर में है सारे, नह ं िरा पर रखिे पाूँव।। दठठुर रहे हैः लोग यहाूँ पर, ककटककट करिे सब क े दाूँि। इक द जे को करे इशारे, नह ं ननकलिी मुूँह से बाि।। िेज स यथ की ककरणें आिीं, शमलिी है ऊजाथ भरप र।। िौराहे पर बैठे बैठे, ठंडी को करिे हैः द र।। स्वेटर मिलर िन को भाये, स्पशथ नह ं करिे हैः नीर। छोटे बच्िे रोिे रहिे, तया ठंडी में होिी पीर।। बादल में छुप जािा स रज, और पवन की बहिी िार। दुबक े मानव घर क े अंदर, काम काज से माने हार।। बहुि बढ़ है ठंड िरा पर, थोड़ा कम कर दो भगवान। देह बि थ सी जमिी जािी, कह ं ननकल ना जाये प्राण।। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 11 नयी ग ूँज

  24. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE धगरेंर शसंह भदौररया हे पाखण्ड खक्ण्डनी कवविे ! िावपक राग जगा दे ि । सारा कलुष सोख ले स रज, ऐसी आग लगा दे ि ।। कवविा सुनने आने वाले, हर श्रोिा का वन्दन है। लेककन उससे पहले सबसे, मेरा एक ननवेदन है।। आज मािुर घोल शब्द क े , रस में न िो डुबोऊ ूँ गा। न मैः नाज नखरों से उपजी, मीठी कथा वपरोऊ ूँ गा।। न िो निमुखी अशभवादन की, भाषा आज अिर पर है। न ह अलंकारों से सक्ज्जि, माला मेरे स्वर पर है।। न मैः शशष्टिावश जीवन की, जीि भुनाने वाला ह ूँ। न मैः भ शमका बाूँि बाूँि कर, गीि सुनाने वाला ह ूँ।। आज िुहलबाक्ज़याूँ नह ं, दुन्दुभी बजाऊ ूँ गा सुन लो।। मृत्यु राज की गाज काल भैरवी सुनाऊ ूँ गा सुन लो।। आज हृदय की िति बीधथयों, में भीषण गमाथहट है। तयोंकक देश पर दृक्ष्ट गड़ाए, अरर की आगि आहट है।। इसीशलए कक थ श कठोर वाणी का यह ननष्पादन है। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 12 नयी ग ूँज

  25. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE सुति रति को खौलाने का, आज ववकट सम्पादन है।। कटे पंख सा वववश पररन्दा, मन क े भीिर क्जन्दा है। कुछ लोगों क े कारण भारि, बुर िरह शशमथन्दा है।। क्जिना खिरा नह ं देश को, दुश्मन क े हधथयारों से। उससे ज्यादा भय लगिा है, नछपे हुए गद्दारों से।। ये इिने मिलब परस्ि हैः, िर लें िन की पेट को। बदले में धगरबी रख सकिे, हैः माूँ बीवी बेट को। दाूँव लगे िो िरा िाम, पररवेश बेि सकिे हैः ये। क्षखणक स्वाथथ क े शलए स्वगथ सा, देश बेि सकिे हैः ये।। जास सों की ठण्ड घटाने को, शसगड़ी रख देिे ये। गुस्िाखों की भ ख शमटाने को, रबड़ी रख देिे ये।। देशरोदहयों क े मुख में मुगी िगड़ी रख देिे ये। जयिन्दों क े अशभनन्दन में, झट पगड़ी रख देिे ये।। क्जनकी सोि समझ पर कुण्ठा, क े जाले पड़ जािे हों। राष्र गीि गािे ह अिरों पर िाले पड़ जािे हों।। क्जनकी शतल देखिे रोट , क े लाले पड़ जािे हों । कौओं की तया कह ूँ कब िर, िक काले पड़ जािे हों।। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 13 नयी ग ूँज

  26. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE क्जनको अन्िर नह ं स झिा, पापड़ और पहाड़ों में। कौन शक्ति बलबिी सोििे,भों भों और दहाड़ों में।। उनकी धिन्िा नह ं मुझे वे, सुनें या कक अनसुना करें। बैठें या किर िले जाूँय, घर पर जाकर शसर िुना करें।। वह रहे नर नाहर क्जसमें, सुनने का दम गुदाथ हो। वरना िला जाय मजमें से, क्जन्दा हो या मुदाथ हो।। मैः आया ह ूँ वीरों की रग रग में रोश जगाने को। कायर में ह नह ं नपुंसक, िक में जोश जगाने को। इिना है ववश्वास कापुरूष, सुन लें मेर वाणी को। ननश्िय ह िलवार उठा लेंगे कर में ककयाणी को।। मेर आग भर वाणी से, दहक उठेगी यह दुननया। ज्वालाएूँ बरसेंगी मुख से, ििक उठेगी यह दुननया।। क्जन लपटों की लपक देख, थराथिी लोहे की छािी। वपघल वपघल कर मोम स र खी, पानी पानी हो जािी।। उसी आग की धिनगार को, बबछा रहा ह ूँ डग डग में। कोशशश है भर द ूँगा बाूँक े , वीरों की मैः रग रग में।। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 14 नयी ग ूँज

  27. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE मैः छन्दों में ढाल िुका ह ूँ, लावा ज्वालामुखखयों का। जबरदस्ि आह्वान ककया है, योद्िा स रजमुखखयों का।। दहम्मि हो िो ह िुम सुनना, वरना जाना भाग कह ं। कवविा सुनने क े ितकर में, लगा न लेना आग कह ं।। छोटे मुंँूँह से बड़ी बाि बेशक िुमको िुटकुला लगे। या आए इस सुति काल में, प्रलयंकर ज़लज़ला लगे।। मेर कवविा िुम को िाहे, कला लगे या बला लगे। यह भारि का रौर नाद है, बुरा लगे या भला लगे।। कपट मन क े पेट ददथ की, जड़ी हमारे पास नह ं। छ मन्िर कर देने वाल , छड़ी हमारे पास नह ं।। िलिा समय रोक ले ऐसी, घड़ी हमारे पास नह ं। िाल भर छल ववद्या छोट बड़ी, हमारे पास नह ं।। इसीशलए इस शेष सभा को, काज बिाने आया ह ूँ। मैः यौवन क े स्वणथ काल का, राज बिाने आया ह ूँ।। िुम तया हो िुम तयों आये हो ? तया करना माल म नह ं। क ै से जीना िुम्हें और क ै से मरना माल म नह ं।। इसीशलए इस ज्ञान खण्ड की शशक्षा, बहुि जरृर है। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 15 नयी ग ूँज

  28. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE जन्म शलया क्जस भ पर उसकी, रक्षा बहुि जरृर है।। हे बशलवीरो! उठो सुनो िुम जो िाहो कर सकिे हो। मात्र आत्म बल क े बल पर िन में पौरूष भर सकिे हो।। िुम्हें ककसी अदृश्य शक्ति ने जो सामर्थयथ परोसा है। क्जस क े बल पर मािृभ शम को िुम पर अटल भरोसा है।। जब िक िुम हो िब िक िय है, दुश्मन सिल नह ं होगा। जीव जन्िु तया जड़ िेिन का, जीवन ववकल नह ं होगा।। िुम िाहो िो कण कथीर क े , क ं िन कोदहन र कर दो। िट्टानों को दबा दबा कर, कर से ि र- ि र कर दो।। पलक खोलिे ह पल में, पाषाण वपघलने लग जाएूँ। एक ि ूँ क में आूँिी तया, ि िान मिलने लग जाएूँ।। पाूँव पटकिे ह पानी की , िार िरा से ि ट पड़े। िुम िाहो िो इन्र बज्र सा, साहस अरर पर ट ट पड़े।। आत्मबल वीरों को ककंधिि, भय न ककसी खाूँ का होिा। बीि बैररयों क े लड़िे हैः, बाल नह ं बाूँका होिा।। शसर पर किन बाूँि कर िलना, व्रि होिा रणिीरों का। िभी साथ शमलिा ि िानी, आंँूँिी और समीरों का।। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 16 नयी ग ूँज

  29. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE राष्र यज्ञ में प्राणाहुनि से, बड़ा और बशलदान नह ं। इससे बढ़कर कीनिथकाम का, कोई भी सम्मान नह ं।। राबत्र घनी है जंग ठनी है, द पक बनकर जलना है। अूँधियारों क े बीि बैठकर, मुख से आग उगलना है।। सुन लो राष्् प्रेम क े धिन्िन, का मन्िव्य समझिे जो। मािृभ शम की सेवा को, पहला किथव्य समझिे जो।। उनसे ह कह सकिा ह ूँ मैः, मरने शमटने जीने की। दुश्मन से लोहा लेने की, छक कर पीय ष पीने की।। वीरों को मन से प्रणाम है, मेरा बस इिना कहना। दुश्मन घाि लगाकर बैठे हैः, िुम िौकन्ने रहना।। आज नह ं िो कल इन हालािों से पाला पड़ना है। हमें युद्ि दोगलों और, दुश्मन दोनों से लड़ना है।। इसीशलए हर प्रहर कमर पर काल बाूँि कदटबद्ि रहो। तया जाने कब बैर कर दे, हमला िुम सन्नद्ि रहो।। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 17 नयी ग ूँज

  30. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE अब भी वति है… ए मानुष। गुनाह िो कुछ हुए जरृर हैः प्रकृनि मां जो आज रृठी सी है य ं ह नह ं रृठिी जननी अपनी जान से कुछ िो अपेक्षाएं ट ट सी हैः । िरिी से जन्मा इंसान शमट्ट ह बन जािा है भ क ं प हो या ििवाि उसक े पाप याद ददलािा है जहां ऋिुएं कहिी थीं खुदा यह ं कह ं आसपास है वह आसमां आज जिािा उसक े िोि का एहसास है ि -ि कर जल रहे सब वन यह बिािे हैः प्रकृनि की नैमिों को हम क ै से जा ा़ र जा ा़ र कर जािे हैः WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 18 नयी ग ूँज

  31. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE जो शीिल करिी थी वह पवन ि िान बन िुकी है थपेड़े हो या शीिलहर हर रृप में िन उठी है वसुिा अश्रु िारा को ननजथल है म खथ करिा रहा स खने लगे जब आंस िरा क े तयासा तयासा किरिा रहा पंिित्व ननशमथि ए देह अब त्रादहमाम तयों कहिी है पांिों ित्व हैः रूष्ट िुझसे पररक्स्थनि यह कहिी है अक्षम्य है जरृर अपराि यह िेरे िह ं ओर मौि की िादर बबखर सी है हे मानुष गुनाह िो कुछ हुए जरृर है िुझसे प्रकृनि मां जो आज रृठी सी है । अददनि भारद्वाज WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 19 नयी ग ूँज

  32. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE कान नकाडंडाऔरवदी रमेशमनोहरा गलिसाइडसेजािाहै. सीट बजाकरसिेिकरिेहै. इिनेपरभीयददवाहनवालानह ं समझिाहै. िबअपनेहाथमेंशलएकान नक ेडंडेकाजमकरइस्िेमालकरिेहै. औरउसपर अपनीखाकीवदीकारौबभीददखािेहै. जनिाभीउनसेनह ं, उनकीखाकीवदीसेभयभीि रहिीहै. तयोंककखाकीवदीमेंकईकान ननछपेहै. बक्ककय कहेंकुछकान निोइन्ह ंक े द्वाराबनाएगयेहै. हेडसाबकाडंडाभलेह छोटाथा. मगरइसमेंकान नकीकईध र एं समादहिथी. ककसकोककसिारामेंक े सबनानाहै. कान नकायेडंडाऔरवदीअच्छीिरह जानिीहै. अिुःजोभीवाहनउसिौराहेसेगुजरिाहै. अधिकांशउनसेनज़रबिाकरिुपिाप ननकलजािेथे. जोउनकीनज़रमेंपकड़ाजािाथा. पहलेिोवहउसपरडंडापेलदेिाथा. किरिालानबनादेिाथा. हेडसाहबइसिौराहेपरअपनीसेवायेदेरहेथे. मुंह मेंबीडीठ ंसरखीहै. कोईवाहन अबआपउनकाकामजानेंगे. नामउनकाशेरशसंहहै. अिुःशेरजैसीबड़ी - बड़ीमुछेहैउनकी जबककसीवाहनवालेपरवेगुस्साकरिे, िबमुंह क ेसाथउनकीम छेभीबोलिीथी. जब जनिाकोमाल महै. आजशेरशसंहकीड्य ट िलानेिौराहेपरलगीहै. िबवेइसिौराहेपर आिेह नह ंतयोंकककईवाहनकाउन्होंनेयािायािकापालनकरिेहुएभीिालानकाटददये. हॉकोईिधिथिनेिाअथवागुंडाउिरसेगुजरिाहै, उनक ेसम्मानमेंसाविानकीमुरामेंखड़ा होकरसम्मानदेिेहै. जबपुशलसअधिकार उिरसेगुजरिेहै. िबउनकोसलामठोंकिाहैिब वहअधिकार गाड़ीरोककरकहिाहै. शेरशसंहड्य ट बराबरदेरहेहो ? “हॉसाहब, आपकाआशीवादहै. आपकाआशीवादबनारहे. ड्य ट क ेमामलेमेंमैःक ं ज सीनह ं करिाह साहब, ईमानदार सेनौकर करिाह .” “ठीकहै--- ठीकहै.” अनसुनाकरिाहुआ, वोअधिकार बोला- “साहब, इसबारमेराप्रमोशनहोजायेगा.” आखखरअपनेलालिकीबािशेरशसंहनेजबकह द . िबगुस्सेसेपुशलसअधिकार बोला - िुम्हार बहुिशशकायिेआरह है. आमजनिाको बहुिपरेशानकरिेहो. बेवजहिालानकाटदेिेहो ? WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 20 नयी ग ूँज

  33. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE “नह ंसाहबयेसबझ ठीशशकायिेंहै. जोयािायािकापालननह ंकरिेहैनउनकाह िालान बनािाह . हेडसाबशेरशसंहनेअपनीसिाईमेंजबयहकहॉिबपुशलसअधिकार कहॉ - ड्य ट दोप्रमोशनजबहोगािबहोजायेगा. औरपुशलसअधिकार नेअपनीगाड़ीस्टाटथकरद .” वोड्य ट देकरअधिकार कामनजीिनािाहिाहै. मगरहरबारउसकीड्य ट कोनकारदेिा है. िबआमजनिापरउसकाडंडाऔरवदीकारौपऔरिलनेलगिाहै. जबएकगाड़ीवाला गलिरास्िेंसेननकलगया. िबउन्होंनेसीट बजाकररोकनेकाप्रयासककया. िबिकवहवह िेजरफ्िारसेभागगया. उन्हेंउसपरबहुिगुस्साआया. जैसेह हेडसाहबपीछेमुड़े. एक िेजरफ्िारयुवकजोगाड़ीिेजिलारहाथा. हेडसाहबक ेपासआकरब्रेकलगाकरगाड़ी रोकी, िबउसयुवकपरगुस्सेसेअपनाडंडाबरसािेहुएकहॉ - अंिेकह ंक ेगलिसाइडसे गाड़ीिलारहाहै. अभीिालानबनािाह िेरा ? शेरशसहअपनेअधिकार कीयहबािसुनकरभीिरगुस्साआिाहै. प्रमोशनकीआशामें “मगरसाहब, मैःिोसह साइडसेिलरहाथा.” उसयुवकनेकहॉ - किरभीआपनेमुझेडंडा तयोमारा ? “िुपबेसाले, जुबानलड़ािाहै, वोभीवदीसे. एकिोगलिसाइडसेिेजरफ्िारसेगाड़ी िलारहाथा. अंिाकह ंका.” “अंिामैःनह ंआपहै. जोदाये - बायेभीआपकोनह ंददखरहाहै.” “तयाकहॉमुझेअंिाकहॉ ?--- िलिालानकाटिाह . िलथाने.” “क्योंिल थाने, मैःयािायािक ेननयमकापालनकरिेहुएजारहाथा?” “सीिेमाजनेसेिलिाहैकीनह ं?” अभीहेडसाहबयहबािकहरहेथेककयुवकगाड़ीस्टाटथ करिुका, िलिीगाड़ीसेकहॉ - िलेमेर ज िी. औरक्षणभरमेंह वोयुवकहवाहोगया. शेरशसंहअपनािोिददखािेरहे. WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 21 नयी ग ूँज

  34. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE हमीद कानपुर नफ़रि को शमलिा नह ं, एक भी खर दार। किर तय ूँ िलिा ि लिा,नफ़रि कारोबार। इससे रहकर बेख़बर, कहिा तया संसार। क्षमिाओं को हर घड़ी, देना है ववस्िार। ननजी क्ज़न्दगी में कभी, डालो मि व्यविान। सब को दो सम्मान यदद, पाना है सम्मान। प र क्षमिा से सदा, कररये हर इक काम। थकान जब आने लगे, कररये िब आराम। कुदरि ने सबको ददया, इक ववशशष्ट उपहार। दुननया में है ह नह ं, कोई भी बेकार। WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 22 नयी ग ूँज

  35. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE वप्रया देवांगन बतफन म ाँजती हुई स्नेह को जब पत चि कक उिकी ि ि उिे न क े वि घूर रही है, बजल्क तंज किते कुछ िख्त शब्द छोड रही है ; स्नेह िे नहीं रह गय । ह थ धोकर तुरंत उठी। बोिी- “म ाँ जी आपको हमेश मेरी ही गिती नजर आती है क्य ? जब देखो गैरों की तरह हर ब त पर मुझे त ने म रती रहती हो।“ स्नेह आग बबूि हो गयी। कह ही रही थी- “वैिे भी आपक े बेटे क व्यवह र मेरे प्रतत ठीक नहीं है; अब आप भी....!” कहते हुए स्नेह अपने कमरे में चिी गयी। स्नेह अपनी ककस्मत को कोिने िगी। उिकी लिर् फ इतनी ही गिती थी कक वो एक गरीब घर की बेटी थी, जो हमेश िच्च ई क ि थ देती थी। जब उिे कुछ गित िगत तो बोि देती थी। कुछ देर ब द िुलमत घर आय । तभी स्नेह की ि ि श्य म िुलमत क े ि मने मगरमच्छ क े आाँिू बह ने िगी। िुलमत िे रह नहीं गय । पूछ - “म ाँ आप रो क्यों रही हैं। क्य हुआ म ाँ, बत इये तो ?” श्य म ने अपनी गिती पर पद फ ड िते हुए स्नेह को ही दोषी ठहर य । िुलमत की त्यौरी चढ़ गयी। बोि - “स्नेह , तुम्ह री इतनी दहम्मत कक तुमने मेरी म ाँ को रृि ददय ।“ जोर-जोर िे आव ज िग ई- “स्नेह ... स्नेह ... तू कह ाँ मर गयी। ब हर तनकि। जर इधर तो आ।“ स्नेह दौडते हुए कमरे िे ब हर आयी। िुलमत ने आव देख न त व। उिने स्नेह क े ग ि पर एक तम च जड ददय । स्नेह की आाँखों क े ि मने अाँधेर छ गय । इधर श्य म पीछे िे मुस्कुर रही थी। उिक े किेजे को थोडी ठंडक लमिी। उिे िग कक स्नेह एक अबि न री की WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 23 नयी ग ूँज

  36. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE तरह है; कुछ नहीं कर प येगी। िब बद फश्त कर िेगी। िेककन अब बहुत हो चुक थ । स्नेह भी ह र म नने व िों में िे नहीं थी। उिने अपने आिप ि क े िोगों को बुि य । िबक े ि मने चीख- चीख कर बोिी- “क्य यही है एक न री क अििी जीवन। क्य पुरूषों क े शोषण में कमी आ गयी कक अब न री ही न री क शोषण कर रही है। कभी दहेज क े लिए तो, कभी म ाँ-ब प पर ऊ ाँ गिी उठ कर। अरे आज एक न री दूिरी न री क ददफ नहीं िमझ प रही है, ऐिे न री जीवन को गधक्क र है। बहू और बेटी में भेद करते हैं। नौकर नी की तरह रखते हैं। क्य वह कभी ककिी की बहू नहीं थी ? क्य उनकी अपनी बेटी नहीं होती ? आज मेरे ि थ ऐि व्यवह र ककय ज रह है; जजिे देख कर कि कोई और ककिी क े ि थ करेंगे।“ िब क े ि मने स्नेह अपनी ि ि िे पूछने िगी- “म ाँ जी, क्य िच्च ई क ि थ देन गित ब त है ? मेरे म ाँ-ब प को कोिने िे क्य लमित है आपको ? अगर कोई आपकी बेटी क े ि थ ऐि करेंगे तो आपको अच्छ िगेग ? आपक े ह ाँ में ह ाँ बोिू तभी मैं अच्छी बहू बनूाँगी ? इकट्ठे हुए िोग भी स्नेह क ि थ देने िगे। वे िुलमत और श्य म को िमझ ने िगे। उन्हें अपनी गिती क एहि ि होने िग । दोनों ने बैठक में एकत्रत्रत िोगों क े िमक्ष स्नेह िे म र्ी म ाँगे। स्नेह की आत्म को ठेि तो पहुाँची थी; कर्र भी उिने दोनों म ाँ-बेटे को म र् कर ददय । WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 24 नयी ग ूँज

  37. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE िाय माूँ गोरा टांक र जस्थान की बशलदानी भ शम को अगखणि वीर- वीरांगनाओ ने इस शमट्ट को अपने ख न से सींिा है, इसमें कोई दो राय नह ं है | अगर इनिहास की बाि करें िो अपने बच्िे को मािृभ शम की रक्षा क े शलए बशलदान करने वाल मां पन्ना िाय का नाम सवथप्रथम शलया जािा है | लेककन इसी ह मरूभ शम में एक और िाय माूँ ‘गोरा टांक’ भी हुई है | क्जसने मां पन्ना की िरह अपने पुत्र को राजगद्द क े शलए न्योछावर कर ददया | सन 1678 ई. में मारवाड़ पर महाराजा जसवंिशसंह का शासन था | उस समय ददकल क े िख्ि पर औरंगजेब का शासन था | महाराज जसवंि शसंह औरंगजेब की ओर से काबुल गए हुए थे| उनक े साथ मारवाड़ी वीर दुगाथदास, अन्य सहयोगी, ववश्वसनीय िाय माूँ गोरा टांक िथा उनकी राननयां भी थी | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 25 नयी ग ूँज

  38. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE लेककन एक दुखद घटना ऐसी घट कक 28 नवंबर 1678 ई. को महाराजा जसवंि शसंह का देहांि हो गया | इस घटना क े बाद मारवाड़ी वीर िथा उनक े साथी और गभथविी राननयां सदहि लाहौर आ गये | कुछ समय पश्िाि महाराज जसवंि शसंह की राननयां जादम जी िथा रानी नरृकी ने 19 िरवर 1679 को पुत्रों को जन्म ददया | रानी जादम जी क े पुत्र का नाम अजीि शसंह िथा रानी नरूकी क े पुत्र का नाम थूँबन था | इनकी देखभाल करने क े शलए ‘ गोरा टांक’ को ननयुति ककया गया | इसक े बाद औरंगजेब क े द्वारा इन्हें लाहौर से मारवाड़ी वीरो सदहि राननयों को ददकल बुला शलया गया | कुछ सतिाह पश्िाि दल थंबन की मृत्यु हो गई | और मारवाड़ी वीरों ने महाराजा अजीि शसंह को मारवाड़ का उत्तराधिकार घोवषि करने क े शलए औरंगजेब से आग्रह ककया | लेककन औरंगजेब की ननयि में खोट होने क े कारण उन्होंने अपने सैननकों को आदेश देकर प र हवेल को घेर शलया, जहां पर मारवाड़ी वीर िथा अजीि शसंह थे | मारवाड़ी वीर दुगाथ दास िथा उसक े सहयोगी की स झब झ से महाराजा अजीि शसंह को ददकल से मारवाड़ ले जाने की योजना बनाई गई | क्जसक े शलए गोरा टांक को महाराजा अजीि शसंह को सकुशल ददकल की हवेल से बाहर ननकालने का कायथ ददया गया| गोरा टाक ने सिाई वाल का भेष बनाकर, शसर पर टोकरे में महाराजा अजीि शसंह को शलटाकर हवेल से बहार ले आई | बाहर सपेरे क े भेष में खड़े मुकुं ददास खींिी को महाराजा अजीि शसंह को दे ददया | और मुकुं ददास महाराजा अजीि शसंह को ददकल से मारवाड़ ले आया | इिर गोरा टांक ने अपने पुत्र को महाराजा अजीि शसंह क े कपड़े पहना कर लेटा ददया | महाराजा अजीि शसंह का लालन-पालन गोरा टांक क े द्वारा ककया गया | उिर औरंगजेब क े सामने गोरा टांक क े बेटे को ददखाया गया जोकक 1688 ईस्वी में तलेग महामार की िपेट में आकर मृत्यु को प्राति हो गया | इनिहास में मां पन्ना क े बशलदान को पुनुः गोरा टाक ने दोहराया | उसका यह बशलदान मारवाड़ की राजगद्द क े प्रनि किथव्य ननष्ठा व स्वाशभमान को दशाथिा है कक क्जसने अपने द ि मुहे बच्िे को काल क े गाल में समादहि कर ददया | 20 मई 1704 को गोरा टांक क े पनि की मृत्यु होने पर, गोरा टाक ने अपने पनि क े साथ अक्नन स्नान कर शलया | उनकी याद में महाराजा अजीिशसंह ने 6 खंभों की छिर बनवाई | गोरा टांक का यह बशलदान मारवाड़ क े इनिहास में स्वणथ अक्षरों से शलखा गया | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 26 नयी ग ूँज

  39. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE समान नागररक संदहिा समान नागररक संदहिा अथाथि् - एक देश एक ननयम - ये ऐसे ननयम है क्जसे सभी िाशमथक समुदायों पर लाग ककया जाना िादहए | संवविान क े अनुच्छेद | में को वखणथि ककया गया है 4 क े भाग 44 भारिीय संवविान का अनुच्छेद समान नागररक संदहिा सुरहक्षि करने का प्रयास करेगा यानी संवविान द्वारा सरकार को यह ननदेश ददया गया है कक वह सभी समुदायों को उन मामलों पर एक साथ लाने का ननदेश दे रहा है, उनक े संबंधिि व्यक्तिगि कान नों द्वारा शाशसि है | शलए एक राज्य भारि क े प रे क्षेत्र में नागररकों क े - कहिा है 44 हालांकक संवविान का अनुच्छेद भी अदालि क े द्वारा लाग करने योनय नह ं होंगे | यह स्पष्ट करिा है कक राज्य क े नीनि ननदेशक 77 ित्व ककसी किर भी वे देश क े शासन में मौशलक हैः | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 27 नयी ग ूँज

  40. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE इस बाि से यह पिा िलिा है कक यद्यवप हमारा संवविान स्वयं मानिा है कक एक समान नागररक संदहिा को ककसी िरह से लाग ककया जाना िादहए अननवायथ नह ं बनािा है | लेककन वह इसक े कायाथन्वयन को | समान नागररक संदहिा भारि को एकीकृि कर सकिी है िमथ अलग अलग होने क े बावज द एक राष्र य नागररक नागररक संदहिा क े अंिगथि लाने में मदद कर सकिी है भारि में कई िमथ र नि ररवाज और प्रथाओं क़ो माना जािा है | , हर भारिीय को उसकी जानि | | यदद हम आिुननक प्रगनिशील राष्र की बाि करें िो हमारा देश आधथथक ववकास की दृक्ष्ट से आगे बढ़ा है लेककन सामाक्जक ववकास की दृक्ष्ट से वपछड़ गया है और भारि वास्िव में ववकशसि राष्र बनने की अपने लरय की िरि नागररक संदहिा समाज को आगे बढ़ाने में मदद शमलेगी | | आगे ब ढ़ जाएगा | डॉ अंबेडकर ने संवविान को बनािे समय कहा था कक य ननिॉमथ शसववल कोड वांछनीय है लेककन किलहाल यह स्वैक्च्छक ह रहना िादहए . आर . बी . | दरअसल समान शसववल कोड की आवश्यकिा इसीशलए लगिी है तयोंकक भारि में जानि और िमथ क े आिार पर अलग बबगड़ा हुआ है एतट अलग कान न और मैररज - हैः इसक े कारण ह सामाक्जक ढांिा | | अलग | अलग कान नों क े कारण न्याय प्रणाल पर बहुि असर पड़िा है - आज भी लोग शाद िलाक आदद मुद्दों से ननपटने क े शलए पसथनल लॉ ह अपना सकिे हैः | समान शसववल कोड क े आने क े बाद उन कान नों का रृप सरल हो जाएगा जो आज िाशमथक मान्यिाओं क े अनुसरण में अलग | शर यि कान न आदद , अलग है जैसे दहंद कोड बबल - विथमान में गोवा भारि का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां पर समान शसववल संदहिा लाग है | समान शसववल संदहिा क्जसका ककसी िमथ से कोई संबंि नह ं है | विथमान में देश क े हर िमथ क े लोग वववाह और िलाक़ आदद मामलों का ननपटारा अपने पसथनल लॉ क े अिीन करिे हैः | इस समय मुक्स्लम ईसाई और पारसी समुदाय का पसथनल लॉ है जबकक दहंद शसववल लॉ क े अंिगथि दहंद शसख जैन और बौद्ि आिे हैः | सन वररष्ठ नेिाओं द्वारा ववरोि का सामना करना पड़ा | नागररक संदहिा का समथथन ककया लेककन उन में जवाहरलाल नेहरृ ने समान 1970 ँ्हें कई WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 28 नयी ग ूँज

  41. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE समान नागररक संदहिा क े अंिगथि आने वाल मुख्य ववषय ननम्न प्रकार से हैः 1.व्यक्तिगि स्िर 2. संपवत्त क े अधिग्रहण 7. संपवत्त का संिालन 4. वववाह 5. िलाक 6. गोद लेनासमान नागररकिा संदहिा वाले देश - अधिकांश आिुननक देशों में ऐसे कान न लाग है | अमेररका कई देश है क्जन्होंने समान नागररक संदहिा को लाग ककया है इक्जतट जैसे , स डान , इंडोनेशशया , िुकत , मलेशशया , बांनलादेश , पाककस्िान , आयरलैःड , भारिीय संवविान और समान नागररक संदहिा- समान नागररक संदहिा पर डॉ- आर अंबेडकर क े वविार .बी . “मैः व्यक्तिगि रूप से नह ं समझ पा रहा ह ं कक ककसी िमथ क्षेत्र अधिकार तयों ददया जाना िादहए को यह ववशाल व्यापक ) मजहब ( ? ऐसे में िो िमथ जीवन क े प्रत्येक पक्ष पर हस्िक्षेप करेगा और वविानयका को क्षेत्र पर अनििमण से रोक े गा | यह स्विंत्रिा हमें तया करने क े शलए शमल है? हमार सामाक्जक व्यवस्था समानिा भेदभाव और अन्य िीजों से भर है | यह स्विंत्रिा हमें इसशलए शमल है कक हम इन सामाक्जक व्यवस्था में जहां हमार मौशलक अधिकारों क े साथ ववरोि है वहां वहां सुिार कर सक ें “ | म ल अधिकारों में ववधि क े शासन की अविारणा ववद्यमान है क्जसक े अंिगथि सभी नागररकों को एक समान ववधि का संरक्षण प्राति होना िादहए लेककन स्विंत्रिा की इिने वषों क े बाद भी जनसंख्या का एक बड़ा वगथ अपनी म लभ ि अधिकारों क े शलए ह संघषथ कर रहा है | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 29 नयी ग ूँज

  42. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE इस प्रकार एक समान नागररक संदहिा कब लाग ना होना एक प्रकार से ववधि क े शासन का उकलंघन है ह साथ ह संवविान की प्रस्िावना का भी उकलंघन है| समान शसववल संदहिा से संभाववि लाभ अलग न्यायपाशलका में वषों से लंबबि मामलों क े ववषय में राहि अवश्य शमलेगी | | अलग कान नों क े कारण न्यायपाशलका पर बहुि बोझ पड़िा है - अलग िमों की अलग - सभी क े शलए एक समान कान न होने से देश में एकिा की भाव में प्रिार होगा क्जस देश में नागररकों में एकिा होिी है कोई वैमनस्य नह ं होिा वह देश िेजी से ववकास क े पथ पर आगे बढ़िा ह है | समान नागररक संदहिा क े लाग होने से भारि देश की मदहलाओं की क्स्थनि में सुिार अवश्य आएगा |विथमान में कुछ िमों क े पसथनल लॉ में मदहलाओं क े अधिकारों को सीशमि कर ददया गया है |समान शसववल संदहिा क े लाग होने क े बाद मदहलाओं को अपने वपिा की संपवत्त पर अधिकार और कोटथ लेने जैसे मामलों में भी एक समान ननयम से देखा जाएगा | यदद ककसी भी िमथ क े अंिगथि समाज क े ककसी वगथ क े अधिकारों का हनन होिा है िो उसे रोका जाना िादहए |िभी ववधि क े समक्ष समिा की अविारणा क े िहि सभी क े समान सभी क े साथ समानिा का व्यवहार, वास्िववकिा में शसद्ि ककया जा सक े गा | माननीय सवोच्ि न्यायालय क े द्वारा संपवत्त पर समान अधिकार और मंददर प्रवेश क े समान अधिकार जैसे न्यानयक ननणथयों क े माध्यम से समाज में क्षमिा क े शलए उकलेखनीय प्रयास ककए गए हैः | अिुः भारि की सरकार और न्यायालयों को िादहए कक वे समान समान शसववल संदहिा को लाग कराने क े शलए समग्र गंभीर प्रयास करें | समान शसववल संदहिा लाग होने क े पश्िाि आने वाले बदलाव – 1.शर यि क े अनुसार मुक्स्लम कुछ भी नह ं कर पाएंगे जैसे मुक्स्लमों का िीन - िार वववाह करना एवं िलाक लेने क े शलए भी उन्हें कोटथ क े जररए ह जाना होगा | 2.मुक्स्लम शर यि कान न क े अनुसार अपने पररवार को जायदाद का बंटवारा नह ं कर सक ें गे | 3. समान नागररक संदहिा लाग होने क े बाद वववाह, िलाक़ दहेज़, उत्तराधिकार क े मामलों में दहंद मुसलमान और ईसाइयों पर एक समान कान न लाग हो जाएंगे | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 30 नयी ग ूँज

  43. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE समान शसववल कोटथ कहां लाग है ? 1. भारि में गोवा राज्य में में ह समान नागररक संदहिा लाग 1961 | गाल शासन क े समय लाग थीकर द गई थी जो पुिथ 2. विथमान में उत्तराखंड की सरकार ने एक कमेट गठन की है जो समाज समान नागररक संदहिा लाग करने क े शलए ड्राफ्ट िैयार करेगी ;| समान शसववल संदहिा बहस _का प्रमुख मुद्दा हाल ह क े वषों में समान शसववल संदहिा पर शसयासी और सामाक्जक दोनों ह माहौल गमथ रहे हैः | एक और जहां देश की बहुसंख्यक आबाद समान नागररक संदहिा को लाग करने की पुरजोर मांग उठािी है वह अकपसंख्यक वगथ इसका ववरोि करिे हैः | समान शसववल संदहिा और ववधि आयोग 1. ववधि आयोग ने अपना पक्ष रखिे हुए कहा है कक जरृर नह ं है कक एक एकीकृि राष्र को समानिा की आवश्यकिा हो बक्कक हमें मानवाधिकारों पर ननववथवाद िकों क े साथ अपने मिभेदों को भुलाने का प्रयास करना िादहए 2. आयोग का सुझाव है कक समान नागररक संदहिा को लाग करने की वजह सभी ननजी कान नी प्रकियाओं को संदहिाबद्ि कर देना िादहए | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 31 नयी ग ूँज

  44. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE ग गरोन दुगफ क तनम फण डोड डोडगढ़ य धूिरगढ़ कहि त है इन्हीं क े न म पर यह | र जपूतों द्व र करव य गय ) परम र ( |  आहू और क िीलिंध नददयों क िंगम स्थि जो स्थ नीय भ ष में ि मेि कहि त है- क े तनकट मुक ं दर की पह डी पर जस्थत है |  चौह न कुि कल्पद्रुम क े अनुि र खींची र जवंश क े िंस्थ पक देवनलिंह ने अपने बहनोई बीजिदेव डोड श िक को म रकर इि दुगफ पर अपन अगधक र कर लिय और इिक न म ग गरोन रख | िन 1303 ई.मेंददल्िी क े िुल्त न अि उद्दीन खखिजी ने ग गरोन पर आक्मण कर ददय उि िमय र ज जैतलिंह क श िन क ि थ |  र ज जैतलिंह ने अि उद्दीन खखिजी क िर्ित पूवफक प्रततरोध ककय तथ र ज जैत लिंह की पवजय हुई|  र ज जैतलिंह क े श िनक ि में खुर ि न िे प्रलिद्ध िूर्ी िंत हमीदुद्दीन गचश्ती ग गरोन आये | उनकी दरग ह मीठे ि हब क े न म िे प्रलिद्ध है | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 32 नयी ग ूँज

  45. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE  र ज जैत लिंह की तीिरी पीढ़ी में भजक्त पर यण नरेश पीप र म क हुये ने अपन र ज्यवैभव त्य ग कर, िंत र म नंद क े लशष्ट्य बन गए |  इनकी छतरी आहू व क िीलिंध नददयों क े िंगम क े िमीप जस्थत है, जजिे िंत पीप की छतरी कहते हैं | इनिहास में गागरोन दुगथ क े दो साक े प्रमुख हैः:- पहि ि क - ग गरोन क े िबिे अगधक प्रलिद्ध कथ पर क्मी श िक र ज भोज क े पुत्र अचिद ि हुए, जजन क े श िनक ि में पहि ि क हुआ ने एक पवश ि िेन क े ि थ ग गरोन पर आक्मण कर ददय तथ ककिे को घेर लिय गय अचिद ि ने अपने बंधु क डटकर मुक बि ककय वीरगतत को प्र प्त हुए क े दुगफ को अपने बडे इधर खींची वंशज प ल्हणिी अपने खोए हुए पैतृक र ज्य को प ने क े लिए िही अर्िर की प्रतीक्ष कर रह थ पर पुन: पवजय प्र प्त कर िी और अपन आगधपत्य स्थ पपत कर लिय इततह ि दूिर ि क :- उि िमय ग गरोन क े श िक प िहणिी थे प िहणिी ने मेव ड क े तत्क िीन मह र ण एवं अपने म म र ण कुं भ िे िैतनक िह यत की म ंग की, जजि पर उनक े म म र ण कुं भ ने धीर िेन पतत क े नेतृत्व में एक िैन्य दि उिकी िह यत क े लिए भेज ददय | इि भीषण युद्ध में ि तवें ददन िेन पतत धीर अपने योद्ध ओं क े िदहत िडते हुए जजििे प िहणिी की दहम्मत टूट गई और वह र त क े अंधेरे में अपने पवश्वस्त िैतनकोोों क े ि थ दुगफ िे पि यन कर गय भटकते हुए, उनक प ि बबफर भीिों क े गगरोह िे पड गय प ल्हणिी िदहत िमस्त योद्ध ओं को मौत क े घ ट उत र ददय पीप जी | में म ंडू क े िुल्त न अिपख ं गोरी 3241 िन | ) उर् फ होशंग श ह ( जजिमें ग गरोन क े श िक | – ब ंधवो क े ि थ योद्ध ओं को एकत्रत्रत कर म ंडू क े िुल्त न इि भीषण िंग्र म में अचिद ि तथ उिक े बंधु जजिक े क रण उनकी र तनयों और दुगफ की ििन ओ ने अपने को जौहर की ज्व ि में भस्म में कर ददय शहज दे गजनी ख को िौंप ददय | | -ब ंधव | इिक े पश्च त अिपख ं गोरी ने ग गरोन | उिने अपने म म र ण कुं भ की िैन्य िह यत िे ग गरोन | | इिे ही में ग गरोन क प्रथम ि क कह गय है | | ईस्वी में महमूद खखिजी ने ग गरोन पर आक्मण कर ददय 3222 | वीरगतत को प्र प्त हो गय जंगि में | | इन बबफर भीिो ने इधर ग गरोन क े दुगफ | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 33 नयी ग ूँज

  46. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE में बचे हुए योद्ध ओं ने अपन क े िररय ब न पहन कर लिंह की भ ंतत युदो ध में टूट पडे दूिरे ि क े क े रृप में प्रलिद्ध हुई यह घटन इततह ि में ग गरोन क े | तथ वीर ंगन ओं ने दुगफ क े अंदर जोहर ककय | | दशथनीय स्थल:- ग गरोन दुगफ की पवशेषत यह है कक इि दुगफ क तनम फण िीधे चट्ट न पर ककय गय है बजल्क इिमें नींव नहीं है | द्व र हैं जजनमें एक पह डी की तरर् खुित है तथ दूिर द्व र नदी की तरर्  ग गरोन दुगफ िे कुछ दूरी पर झ िर प टन न मक जगह है जजिमें ि त िहेलियों क मंददर जस्थत है  भव नी न ट्यश ि - मह र ज भव नी लिंह द्व र तनलमफत यह न ट्यश ि प रिी ओपेर शैिी की है |  नविख ककि – इि ककिे क तनम फण झ ि र ज पृथ्वी लिंह ने करव य |  झ िर प टन में शीतिेश्वर मह देव क मंददर भी दशफनीय है ज त है क्योंकक यह ं पर मंददरों में हज रों घंदटय ं िटकी हुई है अन्य महत्वप णथ बबंदु :-  झ ि व ड र जस्थ न क िव फगधक आदफ जजि है |  र जस्थ न क ततगथ युक्त देव िय शीतिेश्वर मह देव मंददर है जो की िबिे प्र चीन है |  िंत मीठे ि हब की दरग ह ग गरोन में जस्थत है |  पवद्व नों क अनुम न है कक पृथ्वीर ज ने अपन प्रलिद्ध ग्रंथ ग गरोन में रहकर लिख  िंत पीप क मठ द्व ररक में जस्थत है | इ ि ककिे क े तीन परकोटे हैं ककिे क े अंदर दो प्रवेश | | इि मंददर को कनफि टॉड ने च रभुज मंददर भी कह ो है | | झ िर प टन को घंदटयों क शहर भी कह | | ’ वेलिकक्िन रूक्मणी री ‘ | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 34 नयी ग ूँज

  47. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE साक्षात्कार आरजेएस पर क्षा 2022 में ियननि ववद्याथी दाशमनी जी,आपका अशभनंदन और स्वागि है | आपने अपनी सिलिा से अपने पररवार जनों को गौरवाक्न्वि ककया है| हमें आपसे बाि करक े आज अत्यंि हषथ महस स हो रहा है|आपको नई ग ंज क े समस्ि पररवार एवं संपादक मंडल की ओर से हाददथक बिाई | दाशमनी जी अपना जीवन पररिय शशक्षा एवं पररवार क े बारे में बिाएं | मेरा नाम दाशमनी प्रेम िेयरवाल है से ह ूँ alwar से ककया है िथा ll. M NLSIU, Bangaluru से ककया है | | मैः अलवर क्जले क े राजगढ़ कस्बे क े मध्यमवगीय पररवार | मैःने अपनी प्राथशमक शशक्षा अपने कस्बे से ह की है िथा अपनी ll. B. Govt. College आपक े प्रेरणा स्त्रोि क्जन्हें आप अपनी सिलिा का प्रथम श्रेय देना िाहें | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 35 नयी ग ूँज

  48. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE मेरे िािा जी जो कक वकील हैं, मेरे प्रेरणा स्त्रोि हैं, उन्ह ं से इस प्रोि े शन में आने की प्रेरणा शमल | दाशमनी जी , आपकी सिलिा क े म ल मन्त्र तया हैंजो आप students क़ो बिाना िाहें एक सािारण परन्िु म ल मन्त्र है –मेहनि स्माटथ हाडथ वक थ की आवश्यकिा है | | इसक े साथ ह कॉम्पीदटशन में बने रहने क े शलए आप अगर pre और mains की िैयार क े शलए कुछ ववशेष बिाना िाहें | Pre exam क े शलए क्जिना हो सक ें concise notes िैयार करें, िाकक revision क े समय आसानी रहें exam time में आपको revision में कुछ problem ना हो | Main points या शब्द highlight करें या notebook में शलख लें | क्जससे कक | Mains एनजाम में क्जिना हो सक े answer शलखने की प्रैक्तटस करें, ख ब मेहनि करें, ववश्वास रखें कक ये मेहनि एक ददन िल लाएगी | ननबंि में अच्छा क ं टेंट शलखने क े शलए एक दहंद एवं एक english अख़बार का editorial daily basis पर पढ़ने की आदि बनाएं | Editorial आप mobile पर भी पढ़ सकिे हैं | RJS बनने क े बाद तया कुछ ऐसे बदलाव आप समाज में लाने क े प्रयास आप करना िाहेंगे, यदद हाूँ िो वो तया हैं ? इस पद पर रहिे हुए मुझे क्जिनी opportunity शमलेगी उसमें मैः मदहलाओं क े अधिकारों एवं दहि में कायथ करने का प्रयास करूूँगी |समाज क े साथ मेरे कायाथलय में ईमानदार से कायथ हो, ककसी क े प्रनि अन्याय ना हो, कोई बेवजह प्रिाड़ड़ि नह ं हो, इस ददशा में अवश्य कायथ करूूँगी | कुछ important books suggest करना िाहिी हैं ? मैःने ननम्नशलखखि books refer की - Constitution क े शलए M. P. Singh, J. N. Pandey, Contract / SRA क े शलए –अविार शसंह WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 36 नयी ग ूँज

  49. NAYI GOONJ – SHODH, SAHITYA EVAM SANSKRITI (MONTHLY) MAGAZINE T. P. Act क े शलए R. K. Sinha IPC – K. D. Gour, Bhattacharya CPC – Takwani C.R. P.C – Kelkar Hindi Essay – Newspapers & Arihant Essay book Hindi Grammar –व्याकरण रिना RBSE Previous years - Papers – Universal guide to judicial service examination Bare Acts Being a woman तया आज भी आप मानिी हैं कक जीवनमें संघषथ ज्यादा होिे हैं या इस बाि में सामाक्जक क्स्थनि में अपेहक्षि बदलाव आ िुक े हैं ? बबककुल भारि देश जो कक एक वपिृ सत्तात्मक पृष्ठभ शम रखिा है, मैः मानिी ह ूँ कक मदहलाओं क े जीवन में ज्यादा संघषथ होिा है िुलनात्मक बदलाव बबककुल आये हैं ननभथरिा क़ो कम करेगी, व उनकी ननणथय लेने की क्षमिा क़ो बढ़ायेगी | | समाज में अपेहक्षि बदलाव िो अभी नह ं आये हैं परन्िु | मदहलाओं की शशक्षा व आधथथक उन्ननि क़ो, द सरों पर आपका मुख्य सन्देश सभी ववद्याधथथयों क े शलए जो िैयार में लगे हैं | पढ़े, ख ब पढ़े अपनी हॉबी क़ो समय दें िाकक frustration से बिें रहें friends का group बनाएं | कुछ समय क े शलए सगे, सम्बन्िी, त्यौहार आदद क़ो भ लकर मेहनि करें | | Discussion क े शलए एक –दो | Quality समय इस group क़ो दें | आपक े जीवन का सबसे अधिक यादगार समय कौनसा है | WEBSITE- nayigoonj.com Email address - goonjnayi@gmail.com WHATSAPP NO. 91-9785837924 37 नयी ग ूँज

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