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अडानी सरगुजा: प्रगति रिपोर्ट
अडानी सरगुजा, छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित एक महत्वाकांक्षी एकीकृत खनन-विद्युत परियोजना है। इस बहुआयामी उद्यम को भारत के ऊर्जा परिदृश्य को बदलने की क्षमता के साथ राष्ट्रीय महत्व की परियोजना घोषित किया गया है। यह परियोजना अडानी समूह द्वारा विकसित की जा रही है, जो देश की अग्रणी विविधतापूर्ण बुनियादी ढांचा और वस्तुओं कंपनियों में से एक है। अडानी सरगुजा परियोजना में तीन प्रमुख घटक शामिल हैं:
• कोयला खदान: यह एक भूमिगत खदान है जिसे नवीनतम तकनीकों और सर्वोत्तम प्रथाओं का उपयोग करके विकसित किया जा रहा है। इसका लक्ष्य प्रति वर्ष लगभग 16 मिलियन टन कोयले का उत्पादन करना है। • थर्मल पावर प्लांट: यह एक 3,960 मेगावाट का सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट है जो अत्याधुनिक उत्सर्जन नियंत्रण प्रणाली से लैस होगा। इससे न केवल बिजली उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि प्रदूषण को भी कम किया जा सकेगा।
बढ़ती प्रगति अडानी सरगुजा परियोजना 2019 में शुरू हुई थी और तब से यह तेजी से आगे बढ़ रही है। आइए देखें कि इसके प्रत्येक घटक में क्या प्रगति हुई है: • कोयला खदान: कोयला खदान के विकास का काम 2020 में शुरू हुआ था। वर्तमान में भू-तकनीकी जांच, सड़क और बुनियादी ढांचे का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। माइन पिट का विकास और कोयला उत्पादन प्रारंभ करने की दिशा में तेजी से कार्य किया जा रहा है।
• थर्मल पावर प्लांट: थर्मल पावर प्लांट का निर्माण 2022 में शुरू हुआ था। इस परियोजना में अब तक सभी प्रमुख उपकरणों के लिए ऑर्डर दे दिए गए हैं और साइट पर निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। पहली इकाई के 2024 में चालू होने की उम्मीद है, जबकि पूरी परियोजना के 2027 तक चालू होने का लक्ष्य रखा गया है।