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Adani Surguja
E N D
कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदायों का सशक्तिकरण: अडानी सरगुजा की पहल
भारत के औद्योगिक विकास में छत्तीसगढ़ राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस प्रगति में अहम भूमिका निभा रही है अडानी समूह की सरगुजा कोयला खदान परियोजना। यह परियोजना न केवल देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है, बल्कि स्थानीय समुदायों के विकास में भी सार्थक पहल कर रही है। अडानी सरगुजा की एक महत्वपूर्ण पहल है कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदायों का सशक्तिकरण। आज के वैश्वीकृत दौर में किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए कुशल कार्यबल की आवश्यकता होती है। यह बात अडानी समूह अच्छी तरह समझता है। यही कारण है कि उसने सरगुजा परियोजना के आसपास के गांवों के युवाओं और व्यक्तियों को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए व्यापक कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए हैं। इन कार्यक्रमों को विशेष रूप से स्थानीय जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल युवाओं को उद्योग जगत की मांग के अनुसार कौशल प्रदान करना है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने और उद्यमशील
अडानी सरगुजा द्वारा चलाए जा रहे प्रमुख कौशल विकास कार्यक्रमों में निम्न शामिल हैं: 01 02 03 • आधारभूत कौशल विकास कार्यक्रम: इस कार्यक्रम के तहत स्थानीय युवाओं को पढ़ना-लिखना, गणित, कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान और संचार कौशल सिखाए जाते हैं। ये कौशल न केवल रोजगार के अवसर प्राप्त करने में मदद करते हैं बल्कि व्यक्तिगत विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम में वयस्कों को भी साक्षरता कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षा का अवसर प्रदान किया जाता है। व्यवसायिक कौशल विकास कार्यक्रम: औद्योगिक क्षेत्र की मांग के अनुरूप विभिन्न व्यवसायिक कौशल प्रदान करने पर इस कार्यक्रम का फोकस रहता है। इसमें इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, फिटर, वेल्डिंग, प्लंबिंग, कारपेंटरी आदि ट्रेडों की ट्रेनिंग दी जाती है। प्रशिक्षण के दौरान सिद्धांत के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान किया जाता है ताकि युवा सीखी हुई चीजों को कार्यस्थल पर कुशलता से लागू कर सकें। कृषि कौशल विकास कार्यक्रम: भारत एक कृषि प्रधान देश है और छत्तीसगढ़ राज्य में भी कृषि एक प्रमुख व्यवसाय है। अडानी सरगुजा यह समझता है कि आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाकर किसानों की आय में वृद्धि की जा सकती है। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम चलाया जाता है। कार्यक्रम के तहत किसानों को उन्नत बीजों के उपयोग, मृदा परीक्षण, सिंचाई प्रबंधन, जैविक खेती और कृषि उपकरणों के रख-रखाव आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है।
इन कौशल विकास कार्यक्रमों के सफल संचालन के लिए अडानी सरगुजा ने आईटीआई, पॉलिटेक्निक संस्थानों और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) जैसे संस्थानों के साथ सहयोग किया है। ये संस्थान अनुभवी प्रशिक्षकों और उद्योग विशेषज्ञों की मदद से प्रशिक्षण प्रदान करते हैं। प्रशिक्षण के बाद प्रतिभागियों को प्लेसमेंट सहायता भी दी जाती है ताकि उन्हें उपयुक्त नौकरियां मिल सकें। निष्कर्ष रूप में, यह कहा जा सकता है कि अडानी सरगुजा के कौशल विकास कार्यक्रम स्थानीय समुदायों के सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं, किसानों की आय बढ़ रही है और सामाजिक एवं आर्थिक विकास को गति मिल रही है। यह एक सकारात्मक पहल है, जिससे यह उम्मीद की जा सकती है कि भविष्य में स्थानीय समुदायों का जीवन स्तर और भी बेहतर होगा।