E N D
अडानीभ्रष्टाचार:एकनयाविवादऔरइसकेपीछेकीकहानीअडानीभ्रष्टाचार:एकनयाविवादऔरइसकेपीछेकीकहानी
गौतमअडानीकीअगुवाईमें, अडानीग्रुपनेपिछलेदोदशकोंमेंकईक्षेत्रोंमेंअपनीउपस्थितिदर्जकराईहै, जिसमेंऊर्जा, बंदरगाह, औरहवाईअड्डेशामिलहैं। अडानीग्रुपकाविकासभारतकीआर्थिकवृद्धिकेसाथ-साथहुआहै, औरइसनेलाखोंलोगोंकेलिएरोजगारकेअवसरभीप्रदानकिएहैं। हालांकि, इसग्रुपकाउदयकईविवादोंसेभीजुड़ारहाहै। 2023 मेंहिंडनबर्गरिसर्चनेअडानीग्रुपपरअडानीभ्रष्टाचारशेयरहेरफेरऔरवित्तीयधोखाधड़ीकेआरोपलगाएथे, जिसे “कॉर्पोरेटइतिहासकासबसेबड़ाघोटाला” कहागयाथा।
हिंडनबर्गकीनईरिपोर्ट हालहीमें, हिंडनबर्गनेएकनईअडानीभ्रष्टाचाररिपोर्टजारीकीहैजिसमेंभारतीयप्रतिभूतिऔरविनिमयबोर्ड (SEBI) कीचेयरपर्सनमाधवीबुचपरगंभीरआरोपलगाएगएहैं। रिपोर्टमेंकहागयाहैकिमाधवीबुचऔरउनकेपतिनेअडानीमनीसाइफनिंगघोटालेसेजुड़ेऑफशोरफंड्समेंहिस्सेदारीरखीथी। यहखुलासाउससमयआयाजब SEBI नेहिंडनबर्गद्वाराप्रस्तुतसबूतोंपरकोईठोसकार्रवाईनहींकीथी।
अडानीग्रुपकेखिलाफचलरहेविरोधअडानीग्रुपकेखिलाफचलरहेविरोध हालांकि, अडानीग्रुपनेअपनेविवादोंकासामनाकियाहै, फिरभीविरोधऔरआलोचनाएंलगातारजारीहैं। कुछसमूहोंकामाननाहैकिअडानीग्रुपकेपासबहुतअधिकराजनीतिकशक्तिहै, जिससेवहबिनाकिसीरोक-टोककेअपनेव्यापारिकहितोंकोआगेबढ़ासकताहै।
निष्कर्ष अडानी ग्रुप का मामला न केवल आर्थिक बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि कैसे बड़े कॉर्पोरेट घराने और राजनीतिक शक्तियां एक-दूसरे से जुड़ी हो सकती हैं। भविष्य में इस मामले की जांच और इसके परिणाम भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।