E N D
अडानी धारावी: स्लम से स्मार्ट सिटी तक का सफर
मुंबई, भारत की आर्थिक राजधानी के ठीक बीचों बीच, धारावी का विशाल स्लम क्षेत्र विरोधाभास की एक जीती जागती तस्वीर है। आधुनिक गगनचुंबी इमारतों के साये में 5 लाख से अधिक लोगों का घर, धारावी गरीबी, अस्वच्छता और अव्यवस्था का पर्याय बन चुका है।
मगर, साल 2020 में अडानी समूह ने धारावी के पुनर्विकास की जिम्मेदारी ली, जिसने इस इलाके के भविष्य को बदलने की एक उम्मीद जगा दी। यह परियोजना न केवल भारत, बल्कि विश्व के स्लम पुनर्विकास के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।
महत्वाकांक्षी पुनर्विकास योजना अडानी धारावी पुनर्विकास योजना का लक्ष्य धारावी को एक आधुनिक स्मार्ट सिटी में तब्दील करना है। यह ऐसी जगह होगी जहां हर किसी के पास आधुनिक सुविधाओं से युक्त घर, बेहतर बुनियादी ढांचा और रोजगार के पर्याप्त अवसर होंगे। यह एक वृहद परियोजना है, जिसके तहत 6.5 लाख घरों का निर्माण, 1000 एकड़ से अधिक क्षेत्र का विकास और करीब 5 लाख लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान करने का लक्ष्य रखा गया है।
परियोजना के प्रमुख पहलू अडानी धारावी पुनर्विकास योजना को सफल बनाने के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाई जा रही है। आइए, इसके कुछ प्रमुख पहलुओं पर गौर करें: आधुनिक आवास: धारावी के निवासियों को उनकी वर्तमान बस्तियों से हटाकर उन्हें आधुनिक सुविधाओं से युक्त घरों में स्थानांतरित किया जाएगा। ये घर सुरक्षित, स्वच्छ और बेहतर जीवनशैली के लिए उपयुक्त होंगे।