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NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 9 - जो देखकर भी नहीं देखते

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Shruti110
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NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 9 - जो देखकर भी नहीं देखते

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Presentation Transcript


  1. 9.जोदेखकरभीनहींदेखते कहानीकासारांश: पाठ “जोदेखकरभीनहींदेखते” मेंलेखकनेसमाजकीउसप्रवृ?त्तकोउजागर?कयाहै, िजसमेंलोग अपनेआसपासकीचीजोंऔरघटनाओंकोदेखकरभीअनदेखाकरदेतेहैं।यहपाठहमेंअपनेचारों ओरकीदु?नयाकोगहराईसेसमझनेऔरउसमें?न?हतसमस्याओंऔरसौंदय?कोदेखनेकीप्रेरणा देताहै। मुख्य?वषय: इसपाठकामुख्य?वषयहैलोगोंकीउनचीजोंकोअनदेखाकरनेकीप्रवृ?त्तजोवेरोजमरा?कीिजंदगी मेंदेखतेहैं।लेखककाउद्देश्यपाठकोंकोइसबारेमेंजागरूककरनाहै?कहमेंअपनेआसपासकी चीजोंकोध्यानसेदेखनाचा?हएऔरउनकीमहत्ताकोसमझनाचा?हए। प्रस्तावना: लेखकनेप्रस्तावनामेंबतायाहै?कहमअक्सरअपनी?दनचया?मेंइतनेव्यस्तहोजातेहैं?कहमें अपनेचारोंओरकीचीजोंकाध्यानहीनहींरहता।हमदेखतेतोहैं, ले?कनवास्तवमेंसमझतेनहींहैं ?कहमारेचारोंओरक्याहोरहाहै। उदाहरण: लेखकने?व?भन्नउदाहरणोंक ेमाध्यमसेबतायाहै?कक ै सेलोगरोजमरा?कीिजंदगीमेंदूसरोंकी समस्याओंऔरक?ठनाइयोंकोअनदेखाकरतेहैं।इनमेंशा?मलहैं: 1.सड़कपरबैठे?भखारी:हमअक्सरसड़कपर?भखा?रयोंकोदेखतेहैं, ले?कनउनक ेजीवन कीक?ठनाइयोंकोसमझनेकीको?शशनहींकरते। 2.पया?वरणकानुकसान:हमप्रदूषणऔरपया?वरणकीसमस्याओंकोदेखतेहैं, ले?कन उनक ेसमाधानक े?लएकुछनहींकरते। 3.अन्यसामािजकसमस्याएं:समाजमेंमौजूदकईसमस्याएंजैसेगरीबी, असमानता, और अन्यक?ठनाइयोंकोदेखकरभीलोगअनदेखाकरदेतेहैं। लेखककासंदेश: लेखककामुख्यसंदेशहै?कहमेंअपनीसंवेदनशीलताऔरसहानुभू?तकोबढ़ानाचा?हए।हमेंन क े वलअपनीआँखोंसेदेखनाचा?हए, बिल्क?दलऔर?दमागसेभीसमझनाचा?हए।सच्चेअथ?में देखनेकामतलबक े वलआँखोंसेदेखनानहींहै, बिल्क?दलऔर?दमागसेसमझनाभीहै। ?नष्कष?: अंतमें, यहपाठहमें?सखाताहै?कहमेंअपनेचारोंओरकीदु?नयाकोध्यानसेदेखनाचा?हएऔर उनकीमहत्ताकोसमझनाचा?हए।हमेंउनचीजोंकोभीदेखनेकीको?शशकरनीचा?हएिजन्हें आमतौरपरलोगअनदेखाकरदेतेहैं।इससेनक े वलहमारीसमझबढ़ेगीबिल्कहमसमाजमें सकारात्मकबदलावलानेमेंभीसक्षमहोंगे।

  2. इसप्रकार, “जोदेखकरभीनहींदेखते” पाठहमेंअ?धकजागरूक, संवेदनशीलऔरसहानुभू?तपूण? बननेकीप्रेरणादेताहै।यहहमेंहमारेआसपासकीदु?नयाकोगहराईसेदेखनेऔरसमझनेकीसीख देताहै। NCERT Solutions for Class 6 Hindi Chapter 9 प्रश्न 1. ?नबंधसे प्रश्न 1. ‘िजनलोगोंक ेपासआँखेंहैं, वेसचमुचबहुतकमदेखतेहैं’- हेलेनक े लरकोऐसाक्योंलगता था ? उत्तर: 1. सतहीदेखनेकीप्रवृ?त्त:हेलेनक े लरनेदेखा?कज़्यादातरलोगदृिष्टपर?नभ?ररहतेहुएभी प्रकृ?तऔरजीवनकीगहराईकोनहींदेखपाते।वेक े वलसतहीरूपसेचीजोंकोदेखतेहैंऔरउनक े सारकोसमझनेमें?वफलरहतेहैं। 2. इं??योंकासी?मतउपयोग:हेलेनक े लर, दृिष्टहीनहोनेक ेबावजूद, स्पश?, गंधऔरध्व?नकीइं??यों काउपयोगकरक ेप्रकृ?तकागहनअनुभवकरतीथीं।उन्होंनेमहसूस?कया?कआंखोंपर?नभ?ररहने वालेलोगअपनीअन्यइं??योंकाउपयोगनहींकरतेहैं, िजसक ेकारणवेअनुभवोंकीएकपूरीदु?नया सेवं?चतरहजातेहैं। 3. कल्पनाशीलताऔरसंवेदनाकीकमी:हेलेनक े लरनेमहसूस?कया?कदृिष्टवालेलोगोंमें कल्पनाशीलताऔरसंवेदनाकीकमीहोतीहै।वेक े वलवहीदेखपातेहैंजोउनक ेसामनेहोताहै, जब?कदृिष्टहीनलोगअपनीकल्पनाऔरअन्यइं??योंकाउपयोगकरक ेचीजोंकोअ?धकगहराईसे अनुभवकरसकतेहैं। 4. कृतज्ञताकीकमी:हेलेनक े लरनेदेखा?कदृिष्टवालेलोगअपनीदृिष्टक े?लएकृतज्ञनहींहोतेहैं। वेइसेएकसामान्यचीजमानतेहैंऔरइसकाउपयोगप्रकृ?तऔरजीवनकीसुंदरताकोदेखनेक े ?लएनहींकरतेहैं। 2. प्रकृ?तकाजादू’ ?कसेकहागयाहै? उत्तर: “जोदेखकरभीनहींदेखते” ?नबंधमें, “प्रकृ?तकाजादू” को?नम्न?ल?खतक ेरूपमेंव?ण?त ?कयागयाहै: 1. प्रकृ?तक ेप?रवत?न:?दनऔररात, ऋतुओंकाप?रवत?न, मौसममेंबदलाव, प्रकृ?तक ेअद्भुत प?रवत?नोंकोदशा?तेहैं। 2. प्रकृ?तकीसुंदरता:फूलोंकीखुशबू, प?क्षयोंकामधुरगायन, हवाकास्पश?, सूय?काप्रकाश, प्रकृ?त कीअद्भुतसुंदरताकोदशा?तेहैं।

  3. 3. प्रकृ?तकी?व?वधता:?व?भन्नप्रकारक ेपेड़, पौधे, जानवर, औरजीव-जंतुप्रकृ?तकी?व?वधताको दशा?तेहैं। 4. प्रकृ?तकारहस्य:प्रकृ?तमेंअनेकरहस्य?छपेहुएहैं, जोमनुष्यकोसदैवआक?ष?तकरतेहैं। 5. प्रकृ?तकासंतुलन:प्रकृ?तमेंसभीजीवोंकाएकसंतुलनहोताहै, जोजीवनकोबनाएरखताहै। ?नबंधमेंहेलेनक े लरकाकहनाहै?कजोलोगक े वलआँखोंसेदेखतेहैं, वेप्रकृ?तकाजादूनहींदेख पाते।वेक े वलसतहीरूपसेचीजोंकोदेखतेहैंऔरप्रकृ?तकीगहराईकोनहींसमझपाते।** ले?कनजोलोगअपनीइं??योंकापूण?उपयोगकरतेहैं, वेप्रकृ?तकाजादूअनुभवकरसकतेहैं।वे प्रकृ?तकीसुंदरता, ?व?वधता, औररहस्योंकोसमझसकतेहैं।** 3. ‘कुछखासतोनहीं’ – हेलेनकी?मत्रनेयहजवाब?कसमौक ेपर?दयाऔरयहसुनकरहेलेनको आश्चय?क्योंनहींहुआ? उत्तर:हेलेनकी?मत्रने “कुछखासतोनहीं” यहजवाबतब?दयाजबहेलेननेउनसेजंगलकीसैरक े बारेमेंपूछा।हेलेनकोआश्चय?नहींहुआक्यों?कउनकी?मत्रअक्सरइसतरहक ेउत्तरदेतीथीं। यहजवाब?कसमौक ेपर?दयागया: हेलेनक े लरऔरउनकी?मत्रजंगलमेंघूमनेगईथीं।वापसआनेपरहेलेननेअपनी?मत्रसेपूछा?क “आपनेजंगलमेंक्या-क्यादेखा?” यहजवाबसुनकरहेलेनकोआश्चय?क्योंनहींहुआ: हेलेनकोअपनी?मत्रकीप्र?त??यापरआश्चय?नहींहुआक्यों?कउन्हेंपहलेसेहीपताथा?कउनकी ?मत्रप्रकृ?तक ेप्र?तबहुतसंवेदनशीलनहींहैं।वेक े वलसतहीरूपसेचीजोंकोदेखतीहैंऔरप्रकृ?तकी गहराईकोनहींसमझपातीहैं। हेलेनक े लरकादृिष्टकोण: हेलेनदृिष्टहीनहोनेक ेबावजूदप्रकृ?तकागहराअनुभवकरतीहैं।वेस्पश?, गंधऔरध्व?नक ेमाध्यम सेप्रकृ?तकीसुंदरताकोदेखसकतीहैं।उनकामाननाहै?कजोलोगक े वलआंखोंसेदेखतेहैं, वे वास्तवमेंबहुतकमदेखतेहैं। 4. हेलेनक े लरप्रकृ?तकी?कनचीज़ोंकोछूकरऔरसुनकरपहचानलेतीथीं? पाठक ेआधारपर इसकाउत्तर?लखो।

  4. उत्तर: हेलेनक े लरप्रकृ?तकीअनेकचीज़ोंकोछूकरऔरसुनकरपहचानलेतीथीं।पाठक ेआधारपर, इनमेंसेकुछचीजेंइसप्रकारहैं: स्पश?द्वारा: ● भोज-पत्रक ेपेड़की?चकनीछाल ● चीड़कीखुरदरीछाल ● टह?नयोंमेंनईक?लयाँ ● फूलोंकीपंखु?ड़योंकीमखमलीबनावट ● झरनेक ेपानीकाठंडापन ● घासकीनरमबनावट ● सूरजकी?करणोंकीगमा?हट ● हवाकास्पश? ध्व?नद्वारा: ● प?क्षयोंक ेमधुरगीत ● हवाकीसरसराहट ● प?त्तयोंकीसरसराहट ● झरनेकाकल-कल ● नदीकाबहतापानी ● कीटोंकागुंजन ● जानवरोंकीआवाज गंधद्वारा: ● फूलोंकीखुशबू ● घासकीखुशबू ● ?मट्टीकीखुशबू ● बा?रशकीखुशबू ● पेड़ोंकीखुशबू हेलेनक े लरनेअपनीअन्यइं??योंकाउपयोगकरक ेप्रकृ?तकागहराअनुभव?कया।उन्होंनेमहसूस ?कया?कदृिष्टहीनहोनेकामतलबयहनहींहै?कआपप्रकृ?तकाआनंदनहींलेसकते।

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