40 likes | 44 Views
u091cu092c u092du0940 u0939u092e u0915u094bu0908 u092du0940 u091au0940u095b u0916u093eu0924u0947 u0939u0948u0902 u0924u094b u0939u092eu093eu0930u0947 u091cu0940u0935 u092au0930 u092cu0939u0941u0924 u092au094du0930u0915u093eu0930 u0915u0947 u0938u094du0935u093eu0926 u0915u093e u0905u0928u0941u092du0935 u0939u094bu0924u093e u0939u0948, u091cu0948u0938u0947 u0915u0940 u0915u092du0940 u092eu0940u0920u093e, u0915u092du0940 u0924u0940u0916u093e , u0915u092du0940 u0915u0938u0915u0938u093e u0906u0926u093f u0964 u0907u0938u0940 u0938u094du0935u093eu0926 u0915u094b u0939u092e u0930u0938 u0915u0939u0924u0947 u0939u0947u0902u0964 u0906u092fu0941u0930u094du0935u0947u0926 u0915u0947 6 u0930u0938 u0914u0930 u0909u0928u0915u0947 u092au094du0930u092du093eu0935 u0939u092eu093eu0930u0947 u0936u0930u0940u0930 u092au0930 u0939u094bu0924u0947u0902 u0939u0948u0902u0964
E N D
आयुर्वेदक े 6 रसऔरउनक ेप्रभार्व आयुर्वेदक े 6 रसक्याहै ? जबभीहमकोईभीचीज़खातेहैंतोहमारेजीर्वपरबहुतप्रकारक े स्वादकाअनुभर्वहोताहै, जैसेकीकभीमीठा, कभीतीखा , कभी कसकसाआदद।इसीस्वादकोहमरसकहतेहें।आयुर्वेदक े 6 रस औरउनक ेप्रभार्वहमारेशरीरपरहोतेंहैं। हमाराखानपानऔरउसक ेफायदेरसोोंक ेदहसाबसेतयहोता है।आयुर्वेदाक ेअनुसारदजनखानपानकीचीज़ोोंमेंरसोोंकीतेज़ी होतीहै , उससेहमआयुर्वेददकऔषदिक ेतरहउपयोगकरसकते हैं। आयुर्वेदक ेअनुसारआयुर्वेदक े 6 रसऔरउनक ेप्रभार्वहोते हैं। मीठा अम्ल ( खट्टा) लर्वण ( नमकीन)
कटु ( चरपरा ) दतक्त (कड़र्वा) कषाय (कसैला) सारेरसहमारेजीर्वपरक्रमशहपाएजातेहैं , दजसमेंसेसबसेपहले मिुरयानीमीठारसहोताहैऔरसबसेअदिकबलप्रदानकरनेर्वाला रसमानाजाताहै।इसीक ेसाथक्रमशहरसऔरउसक ेबालकम होतेजातेहैं। रसऔरउससेजुड़ेमहाभूत : - मीठेरसकामहाभूतपृथ्वीऔरजल, अम्लरसकापृथ्वीऔरअदि, लर्वणकाजलऔरअदि, कटुकार्वायुऔरअदि, दतक्तकार्वायुऔर आकाश, कषायकार्वायुऔरपृथ्वीसेहै। आयुर्वेदारसऔरउसेजुड़ेदोष : - मीठारसकफदोषकोबढ़ाताहैऔरर्वात, दपत्तदोषोोंकोघटाता है।अम्लरसदपत्त, कफदोषोोंकोबढ़ताहैऔरर्वातदोषकोघटाता है।लर्वणरसकफ, दपत्तदोषोोंकोबढ़ाताहैऔरर्वातदोषकोघटाता है।कटुरसदपत्त, र्वातदोषोोंकोबढ़ाताहैऔरकफदोषकोघटाता है।दतक्तरसर्वातदोषकोबढ़ाताहैऔरदपत्त, कफदोषोोंकोघटाता है।कषायरसर्वातदोषकोबढ़ाताहैऔरदपत्त, कफदोषोोंकोघटाता है। मीठारस ( मिुररस) : - हमजबभीकोईचीज़खातेहैंऔरउसेखानेक ेबादमुुँहमें दचपदचपापन, ख़ुशी, सोंतुदि, कीप्राप्तिहोतीहै , उसेहममीठारस कहतेहैं।यहएकऐसारसहैदजससेसबसेजयादापोषणप्रािहोता है।येरसकफदोषकोबढ़ाताहै। (आयुर्वेदक े 6 रसऔरउनक े प्रभार्व) आयुर्वेदामेंइसरसकोऔषदिरसमानाजाताहै।इसमेंबहुत
सारेिातुपाएजातेहैं।येरसएकव्यप्तक्तकोबलर्वानऔरउम्रसारेिातुपाएजातेहैं।येरसएकव्यप्तक्तकोबलर्वानऔरउम्र बढ़ाताहै। मीठेरसक ेपदाथथहैंअखरोट, क े ला, मुलेठी,दूि, मिुआदद। अम्लरस : - र्वैसीचीज़ेंदजसक ेसेर्वनसेहमारेआुँखे , मुुँहऔरहोोंठदसक ु ड़जातीहैं औरचबानेक ेबाददाोंतोोंमेंखट्टापनलगेउससेहमअम्लरसकहते हैं।यहरसखानेकोरुदचकारबनाताहैऔरभूखबढ़ानेमेंमदद करताहै।येरसशरीरमेंताकतबढ़ातीहै।अम्लरसक ेपदाथथहैं आमला, नीोंबू, अनार, आम, छाछआदद। लर्वणरस : - र्वैसीचीज़ेंदजनक ेखानेसेमुुँहसेलारतथागलेमेंजलनपैदाकरतीहै उसेहमलर्वणरसकहतेहैं।येहमारेशरीरक ेजकड़नकोदूरकरता हैऔरशरीरक ेमलकोभीसाफ़करताहै।लर्वणरसअन्यरसोोंक े प्रभार्वकोकमकरदेताहै।लर्वणरसक ेपदाथथहैंसेंिानमक,सीसा औरक्षारआदद। कटुरस: - ऐसीचीज़ेंदजसक ेसेर्वनसेमुुँहमेंचुभनऔरजीभक ेअगलेदहस्सेको उत्तेदजतकरनेलगताहैउसेहमकटुरसकहतेहैं।कटुरसकीसेर्वन सेमलप्रभार्वअच्जेतरीक ेसेहोपाताहै।कटुरसक ेपदाथथहैंमररच, पोंचकोल, हीोंगआदद। दतक्तरस: - ऐसीचीज़ेंदजसक ेसेर्वनसेमुुँहमेंकड़र्वापनलगेउसेहमदतक्तरस कहतेहैं।येऐसेरसहैजोखानेकोरुदचकरबनातेहैं।दतक्तरसपेट क ेकीड़े , मिुमेह , खुजली , त्वचारोग, मोटापाआददकमकरते
हैं।दतक्तरसक ेपदाथथहैंदचरायता, नीम, करेला, दगलोय,ख़स आदद।आयुर्वेदक े 6 रसऔरउनक ेप्रभार्व कषायरस: - ऐसीचीज़ेंदजसेखानेसेजीभकोजड़यासुन्नकरदेताहैउसेहम कषायरसकहतेहैं।येरसभोजनकरनेक ेबादक ु छसमयक ेदलए जीभकोसुन्नकरदेताहैदजससेहमेंक ु छसमयक ेदलएकोईभी स्वादकापतानहीोंलगपाताहै।कषायरसक ेपदाथथहैंशहद, कदम्ब, गूलर, कच्छीखाोंड,हरड़, बहेड़ाआदद।