30 likes | 41 Views
u0936u0941u0915u094du0930 u0914u0930 u0930u093eu0939u0941 u090fu0915 u0926u0942u0938u0930u0947 u0915u0947 u092au0930u092e u092eu093fu0924u094du0930 u0917u094du0930u0939 u0939u0948u0902u0964 u0936u0941u0915u094du0930 u092au094du0930u0947u092e, u0935u093fu0935u093eu0939, u0938u094cu0902u0926u0930u094du092f u090fu0935u0902 u0936u094du092fu093eu092e u0935u0930u094du0923 u0907u0924u094du092fu093eu0926u093f u0915u093e u0915u093eu0930u0915 u0917u094du0930u0939 u0939u0948u0964 u0930u093eu0939 u0917u0941u092au094du0924 u0938u0902u092cu0902u0927u094bu0902 u090fu0935u0902 u092au094du0930u0947u092e u0938u0902u092cu0902u0927u094bu0902 u0915u093e u0915u093eu0930u0915 u0939u0948u0964 u0935u094du092fu0915u094du0924u093f u0915u094b u0936u094du092fu093eu092e u0930u0902u0917 u0926u0947u0924u093e u0939u0948u0964 u0915u0941u0902u0921u0932u0940 u092eu0947u0902 u0926u094bu0928u094bu0902 u0917u094du0930u0939u094bu0902 u0915u0940 u092fu0941u0924u093f u091cu093eu0924u0915 u0915u094b u0935u093fu092au0930u0940u0924 u0932u093fu0902u0917 u0915u0947 u092au094du0930u0924u093f u092cu0939u0941u0924 u0905u0927u093fu0915 u0906u0915u0930u094du0937u0923 u0926u0947u0924u0940 u0939u0948u0964 u0930u093eu0939 u0915u0947 u0938u093eu0925 u092fu0926u093f u0936u0941u0915u094du0930 u0932u0917u094du0928 u092eu0947u0902 u0939u0948 u0924u094b u2018u0915u094du0930u094bu0927 u092fu094bu0917u2019 u0939u094bu0924u093e u0939u0948u0964 u092fu0939 u092fu094bu0917 u091cu093eu0924u0915 u0915u094b u0915u094du0930u094bu0927u0940 u0938u094du0935u092du093eu0935 u0915u093e u092cu0928u093eu0924u093e u0939u0948 u0914u0930 u0906u091cu0940u0935u0928 u0932u0921u093cu093eu0908-u091du0917u0921u093cu0947 u090fu0935u0902 u0935u093fu0935u093eu0926 u092eu0947u0902 u092bu0901u0938u093eu092fu0947 u0930u0916u0924u093e u0939u0948 u092au0941u0930u0941u0937u094bu0902 u0915u0940 u0915u0941u0902u0921u0932u0940 u092eu0947 u0936u0941u0915u094du0930 u0935u093fu0935u093eu0939 u0914u0930 u092du094bu0917u0935u093fu0932u093eu0938 u0915u093e u0915u093eu0930u0915 u0939u0948u0964 u0930u093eu0939u0941 u0915u0940 u0936u0941u0915u094du0930 u0915u0947 u0938u093eu0925 u092fu0941u0924u093f u0939u094bu0928u0947 u092au0930 u091cu093eu0924u0915 u092eu0947u0902 u092du094bu0917 u0935u093fu0932u093eu0938 u092cu0939u0941u0924 u0905u0927u093fu0915 u0939u094bu0924 u0939u0948 u0907u0928u0915u0940 u092fu0941u0924u093f u0938u092au094du0924u092e u092du093eu0935 u092eu0947 u0939u094bu0928u0947 u092au0930 u0935u093fu0935u093eu0939 u0939u094bu0928u0947 u092eu0947u0902
E N D
वै?दक?यो?तष?व?ान शु? और राहुएक दूसरे क े परम ?म? ?ह ह?। शु? ?ेम, ?ववाह, स?दय? एवं ?याम वण? इ?या?द का कारक ?ह है। राह गु?त संबंध? एवं ?ेम संबंध? का कारक है। ?यि?त को ?याम रंग देता है। कुं डल? म? दोन? ?ह? क? यु?त जातक को ?वपर?त ?लंग क े ??त बहुत अ?धक आकष?ण देती है। राह क े साथ य?द शु? ल?न म? है तो ‘?ोध योग’ होता है। यह योग जातक को ?ोधी ?वभाव का बनाता है और आजीवन लड़ाई-झगड़े एवं ?ववाद म? फ ँ साये रखता है पु?ष? क? कुं डल? मे शु? ?ववाह और भोग?वलास का कारक है। राहुक? शु? क े साथ यु?त होने पर जातक म? भोग ?वलास बहुत अ?धक होत है इनक? यु?त स?तम भाव मे होने पर ?ववाह होने म? सम?या होती है या ?ववाह होने पर झगडेतलाकम?बदलजातेहै। For +91-9083266918 More Details Call To Astrologer Now य?द शु? राह क? यु?त प?त प?नी दोन? क? कुं डल? म? स?तम भाव म? है ?यो?तष ?व?या तो वैवा?हक जीवन म? वै?दक ?यो?तष कुं डल? क?ट एवं संबंध ?व?छेद का कारण भी बन सकती है। ऐसे जातक क े अपने प?त या प?नी क े अलावा दूसर? जगह संबंध अव?य ह? बनते ह?।। ?यो?तष शा??’ क े रच?यता य?द पंचम भाव म? राहू, शु? क? यु?त हो तो वह जा?तका यौन रोग या गभ?पात क? ?शकार हो सकती है। ?यो?तष ?व?या राहुक े साथ शु? क? यु?त से ?यि?त गलत आदत? का ?शकार हो सकता है। युि?त अधम? क े माग? पर चलने को ?ववश हो जाता है।?यो?तष शा?? इसक े
साथ साथ शु? क े शुभ गुण राहुसमा?त कर देता है। और जातक गलत ?वषयो क? तरफ चल पड़ता है।। राह एक ?व?छेदा?मक ?ह है, जब इसका ?भाव स?तम भाव पर पड़ता है या स?तमभाव क े ?वामी व शुद? पर पड़ता है तो यह ?भाव जातक क े ?ववाह म? देर?, व तलाक क? और ले जा सकता है। य?द राहूक े साथ श?न और सूय? का ?भाव भी स?तम भाव पर हो तो अशुभ फल? म? और ती?ता आ जाती है। और ?ववाह टूट जाता है।। िजस जा?तका क े पंचम भाव म? राहू या क े तु होता है, उस जा?तका का मा?सक धम? अ?नय?मत होता है, िजस कारण से जा?तका को संतान होने म? परेशानी हो सकती है। स?तम भाव म? राह, श?न, तथा मंगल क? यु?त हो तो, दा?प?य जीवन क?टमय होता है। स?तम भाव म? राहुहोने से वैवा?हक जीवन को क??मय कर देताहै।औरप?तऔरप?नीसाथसाथनह?रहपाते।। य?द शु? या गु? पर राहूक? ?ि?ट हो तो अंतजा?तीय ?ववाह हो सकता है। ?यो?तष शा?? क े रच?यता अगर यह ?ि?ट स?ब?ध स?तम भाव म? हो तो अंतरजातीय ?ववाह हो सकता है वै?दक ?यो?तष कुं डल? य?द तृतीय भाव मे ?ि?ट संबंध बने तो जातक क े छोटे भाई बहन अंतरजातीय ?ववाह कर सकते है। ?यो?तष शा?? क े रच?यता राहुजब शु? क े साथ ??ी या पु?ष ?कसी क? भी कुं डल? म? अपनी यु?त बनाता है तो जातक अगर पु?ष है तो जातक ?त?रय? सुंदरता पर मो?हत रहता है और अगर यह योग ??ी क? कुं डल? म? होता है तो वह पु?ष? क? तरफ आक?ष?त हो जाती है। ?य??क राहुएक नशा है और राहुजातक को बहुत बहकाता है। ऐसे जातक या जा?तका एक दूसरे क? सुंदरता क े ??त ज?द? आक?ष?त हो जाते है अगर राह को मंगल का भी सहयोग ?मल जाता है और वह पु?ष या ??ी से?स म? पागलपन पर उता? हो जाती है और अनै?तक ?यवहार अपनेप?तयाप?नीसेकरताहै।ऐसेयोगहोताहोतोशाद?शुदाजीवनअ?छानह?ंरहताहै। For +91-9083266918 More Details Call To Astrologer Now कुं डल?म??हयोग, शुभवअशुभ जातक क े ज?म क े समय जो ?ह ि?थ?त आसमान म? होती है, उस ि?थ?त को कागज पर या ?कसी अ?य ?कार से अं?कत ?कये जाने वाले साधन से भ?व?य म? ?योग गणना क े ??त ?योग ?कयेजानेहेतुजोआंकडेसुर??तरखेजातेह?, वहकु?डल?याज?मप?ीकहलातीहै। 1. ?यो?तष?व?याइन?हंद? 2. ?यो?तषशा??क ेरच?यता 3. ?यो?तषशा?? 4. फ?लत?यो?तष 5. वै?दक?यो?तषइन?हंद? 6. वै?दक?यो?तष?व?ान
7. वै?दक?यो?तषकुं डल? 8. ?यो?तष?व?या