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NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 9 – सवैये

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NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 9 – सवैये

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Presentation Transcript


  1. सवैये “सवैये” रसखानकीएकमहत्वपूण?रचनाहैिजसमेंउन्होंनेकृष्णलीलाकाअत्यंतकोमलऔरमा?म?क वण?न?कयाहै।इसरचनामेंब्रजकीगो?पयोंक ेकृष्ण-प्रेमकोक ें द्रमेंरखागयाहै।गो?पयोंकाकृष्णक े प्र?तप्रेमइतनागहराहै?कवेउनक ेदश?नमात्रसेमुग्धहोजातीहैं।कृष्णकीमुरलीकीधुन, उनकी मुस्कान, उनकारूप-सौंदय?, सबकुछगो?पयोंकोमो?हतकरलेताहै।रसखाननेगो?पयोंकीकृष्ण-प्रेम मेंडूबीहुईमनोिस्थ?तकोबेहदमा?म?कतासेव्यक्त?कयाहै।उन्होंनेश्रृंगाररसकीप्रधानताक ेसाथ गो?पयोंकीकृष्णक ेप्र?तअगाधप्रेम, ?वरहकीपीड़ाऔरउनक ेमनकी?वच?लतअवस्थाकोअत्यंत कोमलताऔरसुंदरतासे?च?त्रत?कयाहै। “सवैये” मेंरसखाननेसरलऔरप्रभावशालीभाषाकाप्रयोग ?कयाहै, िजससेगो?पयोंकीभावनाओंकोसहजतासेव्यक्त?कयागयाहै।उन्होंनेअपनेवण?नमें ?चत्रात्मकताकाभरपूरप्रयोग?कयाहै, िजससेपाठककृष्णलीलाकोअपनेसामनेदेखपातेहैं। “सवैये” ब्रजभाषाकीएकमहत्वपूण?रचनाहैऔरइसे?हंदीसा?हत्यकाएकउत्कृष्टउदाहरणमानाजाताहै। NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 9 प्रश्न- अभ्यास 1. ब्रजभू?मक ेप्र?तक?वकाप्रेम?कन-?कनरूपोंमेंअ?भव्यक्तहुआहै। उत्तर : रसखानकाब्रजभू?मक ेप्र?तप्रेमअगाधथा।यहप्रेमधा?म?क, सामािजकऔरप्राकृ?तकसभीपहलुओंसे जुड़ाहुआथा।कृष्णलीलाओंसेसराबोरब्रजभू?मउनक े?लएप?वत्रभू?मथी।वहाँकाहरकोना, हर पेड़-पौधा, हरनदी-तालाबउनक े?लएकृष्णकीयाद?दलाताथा।ब्रजभू?मकाप्राकृ?तकसौंदय?, वहाँका सामािजकजीवन, उनकीसंस्कृ?त, उनकीरी?त-?रवाज – सबकुछक?वकोमो?हतकरताथा।उन्होंने ब्रजभू?मक ेसौंदय?का?वस्तारसेवण?न?कयाहै, उसकीप्रशंसाकीहैऔरवहाँरहनेकीइच्छाव्यक्तकी है।उन्होंनेयहांतककहाहै?कवेब्रजभू?मक े?लएअपनासबकुछन्योछावरकरनेकोतैयारहैं।इस प्रकार, रसखानकाब्रजभू?मक ेप्र?तप्रेमएकगहराऔरबहुआयामीप्रेमथाजोउनकीरचनाओंमेंस्पष्ट रूपसेप?रल?क्षतहोताहै। 2. क?वकाब्रजक ेवन, बागऔरतालाबको?नहारनेक ेपीछेक्याकारणहैं? उत्तर : क?वब्रजक ेवन, बागऔरतालाबको?नहारकरकृष्णलीलाओंकोजीवंतकरताहै।इनस्थानोंपरकृष्ण नेअपनीलीलाएँकीथीं, इस?लएयेस्थानक?वक े?लएप?वत्रऔरभावनात्मकरूपसेमहत्वपूण?हैं।इन स्थानोंकोदेखकरक?वकृष्णकीलीलाओंकोयादकरतेहैंऔरउनक ेप्र?तअपनेप्रेमकोव्यक्तकरतेहैं।

  2. इसक ेअलावा, ब्रजभू?मकाप्राकृ?तकसौंदय?भीक?वकोमो?हतकरताहै।वहाँक ेह?रयाली, खेत-ख?लहान, यमुनानदीकादृश्यक?वकोआनं?दतकरताहै।येस्थानक?वकोशां?तऔरआनंद प्रदानकरतेहैं।उन्होंनेइनस्थानोंपरजाकरअपनेमनकोशांत?कयाहैऔरप्रकृ?तक ेसाथएकात्मता काअनुभव?कयाहै।इसप्रकार, ब्रजक ेवन, बागऔरतालाबक?वक े?लएप्रेम, आस्था, शां?तऔर आनंदक ेस्रोतहैं। 3. एकलकुटीऔरकाम?रयापरक?वसबकुछन्योछावरकरनेकोक्योंतैयारहै? उत्तर : रसखानब्रजभू?मऔरकृष्णलीलाओंक ेप्र?तअगाधप्रेमरखतेथे।उनक े?लएकृष्णकाहररूप, हरवस्तु अत्यंतमहत्वपूण?थी।लकुटीऔरकाम?रया, जोकृष्णक ेग्वालाजीवनसेजुड़ीवस्तुएंहैं, उनक े?लए महानभावनात्मकमूल्यरखतीहैं।येवस्तुएंउन्हेंकृष्णकीयाद?दलातीहैं, उनक ेप्रेमकोजागृतकरती हैं।क?वइनवस्तुओंकोपाकरकृष्णक ेकरीबमहसूसकरेंगे, उनक ेजीवनमेंएकआध्याित्मकअनुभव होगा।इसी?लए, कृष्णक ेप्र?तअपनेअगाधप्रेमक ेकारण, वेइनवस्तुओंक े?लएअपनासबकुछ न्योछावरकरनेकोतैयारहैं।लकुटीऔरकाम?रयाउनक े?लएक े वलवस्तुएंनहींहैं, बिल्ककृष्णक ेप्रेम औरभिक्तकाप्रतीकहैं। 4. सखीनेगोपीसेकृष्णकाक ै सारूपधारणकरनेकाआग्रह?कयाथा? अपनेशब्दोंमेंवण?नकीिजए। उत्तर : सखीनेगोपीसेकृष्णकाऐसारूपधारणकरनेकाआग्रह?कयाथाजोउनकीमनोकामनाओंकोपूराकर सक े , जोउनक ेहृदयकोमो?हतकरसक ेऔरजोउनक ेजीवनमेंआनंदलासक े ।सखीनेशायदगोपीसे कहाहोगा?कवहवृंदावनक ेबालगोपालकारूपधारणकरें, जोमुरलीबजातेहुएगायोंक ेसाथखेलरहे हों।यहरूपगोपीक ेमनमेंबचपनकीमासू?मयतऔरखुशीकोजगासकताथा।या?फर, सखीनेगोपी सेकहाहोगा?कवहराधाक ेप्रेमीकारूपधारणकरें, जोराधाक ेसाथकुं जोंमें?वहारकररहेहों।यहरूप गोपीक ेमनमेंप्रेमऔररोमांचकीभावनाकोजागृतकरसकताथा।इसतरह, सखीनेगोपीसेकृष्ण काऐसारूपधारणकरनेकाआग्रह?कयाथाजोउनकीमनोकामनाओंकोपूराकरसक ेऔरउनक ेजीवन मेंआनंदऔरउत्साहकासंचारकरसक े । 5. आपक े?वचारसेक?वपशु, पक्षीऔरपहाड़क ेरूपमेंभीकृष्णकासािन्नध्यक्योंप्राप्तकरनाचाहता है? उत्तर : रसखानकाकृष्ण-प्रेमइतनागहराहै?कवहकृष्णक ेसािन्नध्यकोहररूपमेंपानाचाहतेहैं।उनक े?लए कृष्णकाहररूपपूजनीयहै, चाहेवहमानवरूपहोयाप्राकृ?तकरूप।ब्रजभू?मक ेपशु-पक्षी, पहाड़-पव?त,

  3. उनक े?लएकृष्णकीलीलाओंक ेसाक्षीहैं।इनप्राकृ?तकसौंदय?मेंभीउन्हेंकृष्णकादश?नहोताहै।वेइन प्राकृ?तकरूपोंमेंभीकृष्णकोपाकरअपनेआपकोकृष्णक ेचरणोंमेंसम?प?तकरनाचाहतेहैं। अद्वैतवादक े?सद्धांतक ेअनुसार, आत्माऔरपरमात्माएकहीहैं, इस?वश्वाससेप्रे?रतहोकर, वे मानतेहैं?कहरजीवमेंपरमात्माकाअंश?न?हतहै।इसप्रकार, पशु-पक्षीऔरपहाड़क ेरूपमेंभीकृष्ण कासािन्नध्यपाकर, वेमोक्षकीकामनाकोपूराकरनाचाहतेहैं। 6. चौथेसवैयेक ेअनुसारगो?पयाँअपनेआपकोक्यों?ववशपातीहैं? उत्तर : चौथेसवैयेमेंगो?पयाँकृष्णक ेसामनेअपनीइच्छाशिक्तखोदेतीहैं।कृष्णकारूपअत्यंतमोहकहोता है।उनकीमुस्कान, उनकीआँखें, उनकासमग्रव्यिक्तत्वगो?पयोंकोअपनीओरआक?ष?तकरताहै। कृष्णकीमुरलीकीमधुरधुनभीगो?पयोंकोमो?हतकरलेतीहै।वेइसधुनकोसुनकरअपनेआपको ?नयं?त्रतनहींकरपातीहैं।कृष्णक ेप्रेममेंइतनीडूबीरहतीहैं?कवेलोक-लाजकाभूलजातीहैं।वे अपनेघरोंसे?नकलकरकृष्णकोढूंढने?नकलजातीहैं।इसप्रकार, कृष्णकारूपऔरउनकीमुरलीकी धुनगो?पयोंकोइतनाप्रभा?वतकरतीहै?कवेअपनीइच्छाशिक्तखोदेतीहैंऔरकृष्णक ेप्र?तआकष?ण मेंडूबजातीहैं। NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 9 7.भावस्पष्टकीिजए- (क) को?टकएकलधौतक ेधामकरीलक ेकुं जनऊपरवारौं। (ख) माइरीवामुखकीमुसका?नसम्हारीनजैहै, नजैहै, नजैहै। उत्तर : (क) को?टकएकलधौतक ेधामकरीलक ेकुं जनऊपरवारौं। ● अथ?:मैंलाखोंसोनेक ेमहलोंऔरआरामदायकबगीचोंकोछोड़कर, कांटेदारझा?ड़योंऔरघने जंगलोंमेंजानेकोतैयारहूं। ● भाव:क?वरसखानब्रजकीप्राकृ?तकसुंदरतासेइतनेमो?हतहैं?कवेमानव-?न?म?तसुखोंको त्यागनेक े?लएतैयारहैं।उनक े?लएब्रजकी?मट्टी, कांटेदारझा?ड़याँ, घनेजंगलसबकुछ ?प्रयहैं।वेइनसबमेंकृष्णकीलीलाओंक ेदश?नकरतेहैं।यहपंिक्तक?वकीकृष्ण-प्रेमकी गहराईकोदशा?तीहै।

  4. (ख) माइरीवामुखकीमुसका?नसम्हारीनजैहै, नजैहै, नजैहै। ● अथ?:हेमेरी?प्रया! तेरेमुखकीमुस्कानकोमैंसंभालनहींपाता, ?फरसंभालनहींपाता, ?फर संभालनहींपाता। ● भाव:क?वयहांराधासेकहरहेहैं?कवेउनकीमुस्कानक ेमोहसेमुक्तनहींहोपारहेहैं। राधाकीमुस्कानइतनीमनमोहकहै?कक?वउसमेंखोजातेहैं।यहपंिक्तराधाकीसुंदरता औरउनकीमुस्कानक ेप्रभावकोदशा?तीहै। 8. ‘का?लंदीकूलकदंबकीडारन’ मेंकौन-साअलंकारहै? उत्तर : “का?लंदीकूलकदंबकीडारन” मेंअनुप्रासअलंकारहै। स्पष्टीकरण: ● अनुप्रासअलंकार:जब?कसीवाक्ययापंिक्तमेंएकहीवण?यावण?समूहकीआवृ?त्त बार-बारहोतीहै, तोउसेअनुप्रासअलंकारकहतेहैं। ● उदाहरणमें: ○ “का?लंदीकूलकदंबकीडारन” में ‘क’ वण?कीबार-बारआवृ?त्तहोरहीहै। ○ “क” वण?कीइसलगातारआवृ?त्तक ेकारणवाक्यमेंएकलयऔरसंगीतपैदा होताहैजोकानोंकोसुहावनालगताहै। NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 9 9.काव्य-सौंदय?स्पष्टकीिजए- यामुरलीमुरलीधरकीअधरानधरीअधरानधरौंगी। उत्तर : “यामुरलीमुरलीधरकीअधरानधरीअधरानधरौंगी” – इसपंिक्तमेंकाव्यसौंदय?काअद्भुतसमावेश है। ‘म’ वण?कीआवृ?त्तसेअनुप्रासअलंकारकासृजनहुआहै, जोपंिक्तकोसंगीतमयबनाताहै। ‘धरी’ और ‘धरौंगी’ शब्दोंकाप्रयोगभीपंिक्तमेंएक?वशेषलयऔरभावउत्पन्नकरताहै।गोपीकीकृष्णक े प्र?तगहरीभिक्तऔरईष्या?काभावइसपंिक्तमेंखूबसूरतीसेव्यक्तहुआहै।वहकृष्णकीमुरलीसे ईष्या?करतीहैक्यों?कमुरलीहीकृष्णक ेहोंठोंकोछूतीहै।इसप्रकार, यहछोटीसीपंिक्तमेंअनुप्रास, भाव, औरगहनताकाअद्भुतसमन्वयहैजोइसेकाव्य-सौंदय?कीदृिष्टसेअत्यंतप्रभावशालीबनाताहै।

  5. NCERT Solutions for Class 9 Hindi Chapter 9 रचनाऔरअ?भव्यिक्त 10. प्रस्तुतसवैयोंमेंिजसप्रकारब्रजभू?मक ेप्र?तप्रेमअ?भव्यक्तहुआहै, उसीतरहआपअपनी मातृभू?मक ेप्र?तअपनेमनोभावोंकोअ?भव्यक्तकीिजए। उत्तर : अपनीमातृभू?मक ेप्र?तप्रेम हेमातृभू?म, तूमेरेहृदयकीधड़कन, तूमेरीआन, तूमेराजीवन। तेरी?मट्टीमेंखेला, तेरीगोदमेंसोया, तेरेआँचलमें?लपटा, मैंबड़ाहुआ। तेरेहरकणमेंबसतीहैमेरीआत्मा, तेरेहरनदीमेंबहताहैमेराखून। तेरेहरपव?तकीचोटीपरलहराताहैमेराझंडा, तेरेहरनगरमेंगूँजताहैमेरागान। तेरे?लएकुबा?नकरदूँमैंअपनाजीवन, तेरीरक्षाक े?लएलडूँगामैंप्राण। तूमेरीमां, तूमेरीबहन, तूमेरीजान, तेरेचरणोंमेंनमन, मेरीमातृभू?म।

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