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प्रबंध निदेशक भोरुका पावर कार्पोरेशन

Home >> Division >> LC and ILAS Division >> Indo EU joint seminar. “ कौशल और रोजगार हेतु नीतियों का विकास ” सार्वजनिक – निजी साझेदारी ( प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण ) कौशल विकास, प्रशिक्षण और रोजगार पर इंडो – यूरोप सेमिनार इंटरकॉन्टीनेंटल होटल, नई दिल्ली – 27 एवं 28 नवंबर, 2006. अध्यक्ष

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प्रबंध निदेशक भोरुका पावर कार्पोरेशन

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Presentation Transcript


  1. Home >> Division >> LC and ILAS Division >> Indo EU joint seminar “कौशल और रोजगार हेतु नीतियों का विकास” सार्वजनिक – निजी साझेदारी (प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण) कौशल विकास, प्रशिक्षण और रोजगार पर इंडो – यूरोप सेमिनार इंटरकॉन्टीनेंटल होटल, नई दिल्ली – 27 एवं 28 नवंबर, 2006 अध्यक्ष आईएमसी – अपेक्स हाई टेक इंस्टीट्यूट एवं कौशल विकास टास्क फोर्स बैंग्लोर चेम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज़ एंड कॉमर्स एस. चन्द्रशेखर प्रबंध निदेशकभोरुका पावर कार्पोरेशन

  2. बैंग्लोर चेम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज़ एंड कॉमर्स (बीसीआईसी) बड़े और माध्यम उद्योगों का सबसे शीर्ष क्षेत्रीय संघ है। यह राष्ट्रीय स्तर पर फिक्की और अस्सोचेम से जुड़ा है। बीसीआईसी अपने पेशेवर रुचियों को देश में और विदेशों में सुरक्षा देता और संवर्धित करता है, जिसमें तकनीकी हस्तांतरण, तकनीकी उन्नयन और अनुसंधान एवं विकास शामिल है। इसके सदस्य विनिर्माण और सेवा क्षेत्र की एक विस्तृत श्रेणी में फैले हुये हैं। 95 प्रतिशत पूंजी निवेश और 90 प्रतिशत श्रम रोजगार का प्रतिनिधित्व राज्य के कॉर्पोरेट क्षेत्र में करता है। बीसीआईसीएक संक्षिप्त परिचय

  3. भारत और विदेशों के लिए एक केंद्र बिन्दु BCIC चेम्बर ने ओवरसिस चेम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज़ एंड कॉमर्स के साथ समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किए हैं। बीसीआईसी उत्कृष्ट और व्यापक संपर्कविदेशी राजदूतों तथा भारत के और अन्य देशों के व्यापार मिशन के साथ सहयोग स्थापित किए हैं। बीसीआईसीएक केंद्र बिन्दु

  4. पेशेवर सेवायेँ 14% 21% 26% आईटी/टेलीकॉम/इलेक्ट्रॉनिक्स अन्य 7% बैंकिंग/ फाइनेंशियल बायोटेक/ फ़ार्मा 3% 6% कृषि व्यवसाय 23% इंजीनियरिंग बीसीआईसीसदस्यता

  5. Karnataka – Many firsts to its credit कर्नाटकबहुआयामी राज्य कर्नाटक भारत का आठवाँ बड़ा राज्य है, इसका क्षेत्रफल 192,000 वर्ग किलोमीटर है और इसकी जनसंख्या 52.73 से अधिक है (2001 की जनगणना) कर्नाटक भारत के पाँच शीर्ष औध्योगिक राज्यों में से एक है जिसमे उच्च प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया जाता है। सकाल राज्य घरेलू उत्पाद US $ 34.41 बिलियन (2004-05).देश में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय वाला राज्य। आयात US $ 17.8 बिलियन (2004-05) कर्नाटक निवेश अनुकूल माहौल तथा मजबूत व्यावसायिक परिवेश प्रदान करता है। भारत का सबसे तेज़ वृद्धि करता राज्य 8 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर प्राप्त करने वाला इकलौता राज्य

  6. कर्नाटक कई उपलब्धियां 1Stहाइड्रो इलेक्ट्रिकल पावर स्टेशन 1Stकेंद्र सरकार का सबसे बड़ा निगम टेलीकॉम, मशीन टूल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, घड़ियों तथा अर्थ मूविंग उपकरणों में। 1Stलौह और स्टील संयंत्र 1Stएयरक्राफ्ट उत्पादन इकाई की स्थापना 1Stसूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, बैंग्लोर में 1Stअन्तरिक्ष अनुसंधान तकनीकी केंद्र 1Stराज्य जहां बायोटेक्नोलोजी एंड बायो इन्फोर्मटिक्स संस्थान की स्थापना हुई। 1Stसोना, रेशम और चन्दन के उत्पादन में 1Stराज्य जहां इंटरनैशनल टेक्नोलोजी पार्क की स्थापना हुई।

  7. कर्नाटकप्रमुख आधार क्षेत्र

  8. कर्नाटकएक वैश्विक राज्य विश्व के 9 सृजनात्मक क्षेत्रों मेँ से एक भारत के ज्ञान की राजधानी प्रत्येक सप्ताह एक वैश्विक कंपनी कर्नाटक मेँ आती है। यूएनडीपी द्वारा बैंग्लोर को 4था ‘तकनीकी नवाचार का वैश्विक क्षेत्र’ दर्जा दिया गया है।

  9. औद्योगिक नीति कौशल विकास, पीपीपी मोड के अंतर्गत अधोसंरचना नीति मिल्लेनियम आईटी नीति मिल्लेनियम बायोटेक नीति मिल्लेनियम बीपीओ नीति कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण नीति निर्यात संवर्धन नीति कर्नाटकभविष्य के लिए सोच नीतिगत प्रयासों को तैयार करने के लिए प्रथम

  10. सार्वजनिक निजी साझेदारी के तहत नीतियों का विकास, कौशल हेतु संरचना और ढांचा, तथा रोजगार हमारे विचार हैं:

  11. बीसीआईसी ने कर्नाटक सरकार के साथ 6 जनवरी, 2005 को समझौता ज्ञापन हस्ताक्षर किया है। समझौता ज्ञापन का एक सबसे बड़ा घटक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को उत्कृष्टता के केन्द्रों में सार्वजनिक-निजी-साझेदारी के आधार पर परिवर्तित करना था। बीसीआईसी के बढ़ते कदम – नीतियों का विकास – सार्वजनिक निजी साझेदारी

  12. बीसीआईसी ने बैंग्लोर व्यावसायिक प्रशिक्षण टास्क फोर्स का गठन किया जिसके प्रतिनिधि थे: उद्योग शीर्ष हाई-टेक संस्थान (डीजीईटी) रोजगार एवं प्रशिक्षण निदेशालय – कर्नाटक सरकार बीसीआईसी के बढ़ते कदम – नीतियों का विकास – सार्वजनिक निजी साझेदारी …क्रमशः

  13. बीसीआईसी में एक तकनीकी प्रकोष्ठ की स्थापना हुई जहां कर्मचारी उद्योगों, शीर्ष हाई-टेक संस्थान, अस्सोचोम तथा रोजगार एवं प्रशिक्षण निदेशालय – कर्नाटक सरकार के साथ सहयोग में हैं। संस्थान प्रबंधन समिति (आईएमसी) का गठन रोजगार एवं प्रशिक्षण निदेशालय – कर्नाटक सरकार के सहकार्य में। बीसीआईसी के बढ़ते कदम – नीतियों का विकास – सार्वजनिक निजी साझेदारी …क्रमशः

  14. विशेषीकृत प्रारूप में तीसरे चरण के प्रशिक्षण में उद्योग सहभागिता व्यापार सलाहकार समिति (टीएसी) का गठन विभिन्न क्षेत्रों के लिए किया गया। व्यापार सलाहकार समिति का मुख्य उद्देश्य विशेषीकृत प्रारूप हेतु पाठ्यक्रम रूपरेखा व विशेष सामाग्री तैयार करना। तीसरे चरण में उद्योग और संस्थानों की सहभागिता के लिए कार्यप्रणाली तैयार की गई। बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी

  15. उन्नत प्रारूप के अंत में उन्नत तथा विशेषीकृत प्रारूप की पहचान स्नातक उन्नत प्रारूप में से कोई भी प्रारूप का चयन कर सकते थे और स्नातक इसी प्रारूप को तीन महीनों की अवधि के लिए विशेषीकृत प्रारूप में ले जाते थे, जो स्नातकों की विशिष्टता का क्षेत्र अथवा मूल दक्षता होती थी और प्रत्येक को अन्य दो प्ररूपों से डेढ़ माह के लिए प्रदर्शित किया जाता था। इसके मापदण्डों को इसके अनुसार ही तैयार किया गया था ताकि सभी स्नातक अपने मूल क्षेत्र में विशेषीकृत प्रारूप को ग्रहण कर सकें। बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी... क्रमशः

  16. उत्पादन और विनिर्माण हेतु पीएमटी – 01 सीएनसी मशीनिंग - 24 सप्ताह पीएमटी – 02 सीएडी/सीएएम - 24 सप्ताह पीएमटी – 03 पीएलसी एवं ऑटोमेशन - 24 सप्ताह इलेक्ट्रिकल क्षेत्र हेतु ईएसटी– 01 घरेलू उपकरण - 24 सप्ताह ईएसटी – 02 एचटी, एलटी, सब-स्टेशन एवं केबल जॉइनिंग में प्रयुक्त उपकरण - 24 सप्ताह ईएसटी – 03 इलेक्ट्रिकल मशीन एवं पावर सप्लाइ - 24 सप्ताह आटोमोबाइल क्षेत्र हेतु एएसटी – 01 आटोमोबाइल पेट्रोल/डीजल की सर्विसिंग एवं ओवरहौलिंग – 24 सप्ताह एएसटी –02 ऑटो इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं एयर कंडीशनिंग – 24 सप्ताह एएसटी – 03 फ्युल इंजेक्शन सिस्टम एवं स्टियरिंग की ओवरहौलिंग – 24 सप्ताह बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी... क्रमशः

  17. विशेषीकृत प्रारूप हेतु पाठ्यक्रम रूपरेखा तैयार करना विशेषीकृत प्रारूप हेतु पाठ्यक्रम रूपरेखा तैयार की जाएगी। चिन्हित उद्योग द्वारा तैयार किए गए पाठ्यक्रम में शामिल था: सीएनसी मशीनिंग – एनटीटीएफ़ सीएडी/सीएएम – एमआईसीओ पीएलसी एवं ऑटोमेशन – केन्नमेंटल इंडिया / रॉकक्वेल ऑटोमेशन बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी... क्रमशः

  18. घरेलू उपकरण – वीडियोकॉन एचटी, एलटी, सब-स्टेशन एवं केबल जॉइनिंग में प्रयुक्त उपकरण – एबीबी/अरेवा इलेक्ट्रिकल मशीन एवं पावर सप्लाइ – किर्लोसकर इलेक्ट्रिक/हाइकल मैग्नेटिक्स आटोमोबाइल पेट्रोल/डीजल की सर्विसिंग एवं ओवरहौलिंग – टोयोटा किर्लोसकर मोटर्स / टीवीएस मोटर्स आटोमोबाइल इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं एयर कंडीशनिंग – रोबर्ट बॉश / एमआईसीओ फ्युल इंजेक्शन सिस्टम एवं स्टियरिंग की ओवरहौलिंग – एमआईसीओ/ डेल्फ़ी औटोमोटीव बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी... क्रमशः

  19. बीसीआईसी ने विशेषीकृत प्रारूप हेतु संबन्धित उद्योगों को शामिल करते हुये एक समिति का गठन किया है। बीसीआईसी ने 12 साझेदार उद्योगों को चिन्हित किया है जो तीसरे चरण में विद्यार्थियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण देंगे। अतिथि संकाय पैनल को बीसीआईसी द्वारा बनाए रखा जाएगा जिससे कि तीसरे चरण में विद्यार्थियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा सके। बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी... क्रमशः

  20. विशेषीकृत प्रारूप हेतु परीक्षण की कार्यप्रणाली विशेषीकृत प्रारूप हेतु परीक्षण की कार्यप्रणाली के लिए यह निर्णय लिया गया कि 50% अंक स्नातकों को दिया जाएगा जिन्होने इस विशेषीकृत प्रारूप को 3 महीनों के लिए लिया हो और दो महीनों तथा डेढ़ महीने वाले अन्य दो प्रारूप के लिए 25% अंक प्रत्येक मे दिये जाएंगे। स्नातकों का मूल्यांकन प्रशिक्षण संस्थान और संबन्धित उद्योग, दोनों के स्तर पर किया जाना था। बीसीआईसी के बढ़ते कदम- कौशल हेतु संरचना और ढांचों का विकास- सार्वजनिक निजी साझेदारी... क्रमशः

  21. शासकीय आईटीआई के 24 प्राचार्यों के लिए सेमिनार और कार्यशाला का आयोजन आधुनिक व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रबंधन पर एनटीटीएफ़, एमआईसीओ बॉश, एचएमटी एवं अपेक्स में आयोजित किया था, जिसे संयुक्त तौर पर बीसीआईसी,सीआईआई, अपेक्स हाई-टेक संस्थान और डीईटी कर्नाटक द्वारा प्रमाणित किया गया था। बीसीआईसी के बढ़ते कदम - प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण– सार्वजनिक निजी साझेदारी

  22. आठ सप्ताह का प्रशिक्षण उद्योग पूर्व में ही चिन्हित किए गये हैं और वे प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के इच्छुक हैं। वे: उत्पादन एवं विनिर्माण क्षेत्र केन्नेमेटल इंडिया, मोटर इंडस्ट्रीज़ कं लि, एसीई डिज़ाइनर्स, भारत फ्रिट्ज़ वेर्नेर्स, जीडी इंस्टीट्यूट, फ़ानुक, सीमेन्स, औटोडेस्क बीसीआईसी के बढ़ते कदम - प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण– सार्वजनिक निजी साझेदारी

  23. आटोमोबाइल क्षेत्र रोबर्ट बॉश, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर लि., टीवीएस मोटर कंपनी लि., वॉल्वो, डेल्फी इलेक्ट्रिकल क्षेत्र अलस्थोम, किर्लोसकर इलेक्ट्रिक कं, एर्नेकोन सिस्टम्स, एबीबी, बीएचईएल, भोरुका पावर कार्पोरेशन लि., टाटा बीपी सोलार, जीएमआर बीसीआईसी के बढ़ते कदम - प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण– सार्वजनिक निजी साझेदारी …क्रमशः

  24. नियुक्त प्रशिक्षकों/अनुदेशकों का प्रशिक्षण और प्रदर्शन बीसीआईसी अनुदेशकों हेतु प्रदर्शन/प्रशिक्षण आईटीई सिंगापुर में आयोजित किया जा चुका है, जो प्रशिक्षक/अनुदेशक कि दक्षता मे विकास करता है, और सभी तीन क्षेत्रों में नामतः उत्पादन और विनिर्माण, इलेक्ट्रिकल तथा आटोमोबाइल में उन्हे विश्व स्तर के मानकों पर लाता है। कर्नाटक सरकार का अनुमोदन अपेक्षित है। बीसीआईसी के बढ़ते कदम - प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण– सार्वजनिक निजी साझेदारी …क्रमशः

  25. प्रशिक्षुओं का रोजगार बीसीआईसी का एमआईएस सॉफ्टवेयर पर विशेष पेज होस्ट करने का प्रस्ताव है, जिसे बीसीसीआई और डीजीईटी द्वारा प्रदान किया गया है, जिसमें सभी सीओई स्नातकों के डेटाबेस शामिल होंगे जिन्होंने उन्नत प्रारूप को पूर्ण किया है। प्रशिक्षुओं के पास विकल्प होगा कि जहां कहीं रोजगार उपलब्ध है उनका चयन कर सकें। बीसीआईसी सभी सीओई प्रशिक्षुओं हेतु एमआईएस सॉफ्टवेयर पर जानकारी का नेटवर्क उपलब्ध कराएगा। बीसीआईसी के बढ़ते कदम – रोजगार – सार्वजनिक निजी साझेदारी

  26. अपेक्स आईएमसी अध्यक्ष बीसीआईसी द्वारा नामित किया जाता है। बीसीआईसी द्वारा दो आईएमसी बैठकों को प्रायोजित किया गया। इसके सदस्य प्रमुख उद्योगों और शैक्षिक संस्थानों से हैं। अपेक्स हाई-टेक संस्थान-डीजीईटी को पीपीपी मोड मे सहायता देता बीसीआईसी

  27. बीसीआईसी निम्नलिखित गतिविधियों को अपेक्स मेन समर्थन प्रदान करेगा मास्टर ट्रेनरों और अनुदेशकों का प्रशिक्षण भारतीय प्रशिक्षण को अंतराष्ट्रीय मानकों के साथ शामिल करते हुये। पाठ्यक्रम विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण सिस्टम डिज़ाइन सैटेलाइट आधारित दूरस्थ शिक्षा और इंटरनेट आधारित ई-लर्निंग एमआईएस हेतु इंटरनेट आधारित सॉफ्टवेयर व्यावसायिक कौशल इन्वेंटोरी के लिए। अपेक्स हाई-टेक संस्थान-डीजीईटी को पीपीपी मोड मे सहायता देता बीसीआईसी

  28. उद्योग संघ में व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रकोष्ठ के सृजन को आंशिक तौर पर सरकार द्वारा वित्तीय सहायता दी जानी चाहिए। उद्योग संघ की सेवाओं को टीओआर (कार्यक्षेत्र के साथ नियम एवं निबंधों) के माध्यम से तैयार किया जा सकता है। यह पीपीपी मोड को संस्थागत करेगा। वित्तीय सहायता हेतु सुझाव – पीपीपी

  29. धन्यवाद

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