1 / 38

Sikander-e-Azam plus Capsule for GUARANTEED Enlargement

Men want better sex to drive women wild. You may have heard about penis enlargement solutions like stretchers or pumps.

hakeem3
Download Presentation

Sikander-e-Azam plus Capsule for GUARANTEED Enlargement

An Image/Link below is provided (as is) to download presentation Download Policy: Content on the Website is provided to you AS IS for your information and personal use and may not be sold / licensed / shared on other websites without getting consent from its author. Content is provided to you AS IS for your information and personal use only. Download presentation by click this link. While downloading, if for some reason you are not able to download a presentation, the publisher may have deleted the file from their server. During download, if you can't get a presentation, the file might be deleted by the publisher.

E N D

Presentation Transcript


  1. कईनवयुवकमानिसकरोगीहोतेह�कईनवयुवकमानिसकरोगीहोतेह� वा�वम�उ��बीमारीनहींहोतीहैचालाकऔरबाजारीहकीम इनकीकमजोरीसेलाभउठाकरइनक ेस�ेहकोबढ़ातेह�और �स्थपु�षकोरोगीबनादेतेह�। ऐसेनवयुवकअपनीअ�ानताक ेकारणकभीकभीआ�ह�ा करलेतेह�।�ोंिकवेसमझतेह�िकउनकाजीवनअब�थ�हो गयाहैवेअपनीपूण�अवस्थापरनहींआसकते।मगरयह उनकीभूलहैऐसेरोिगयोकोहमिबनादवाईिदयेखुराकआिद क ेबारेम�उिचतसलाहदेकरउनकोठीककरदेतेह�।िचिक�ा स��ीिनः शु�परामश�क ेिलएिमलेयायाफोनकरपरामश� ल�।

  2. भूिमका म�नेअपनेअनुभवक े�ाराअिधकतरनवयुवकोंकोअ�ानताक े कारणगलतमाग�परिनराशाक ेअंधकारम�भटकते�एदेखाहै �ोंिकयौनिवषयतथाइसकीअ�ाईबुराईनतोकोईमाता- िपताअपनीसंतानकोबतातेह�औरनहीहमारेदेशम�अभी इसिश�ाकाप्रचारिकयाजाताहैिजसकारणअिधकतर नवयुवकसहीिदशासेभटकजातेह�तथाकईप्रकारकीयौन संबंधी��दोष, प्रेमह, शीघ्रपतन, नपुंसकताआिदकमजो�रयों क ेिशकारहोजातेह�।इनरोगोंसेपीि़डतरोगोंकोघबरानानहीं चािहएिजसप्रकारबुखार, खांसीजुकामआिदकाइलाजकराने सेरोगम�आरामआजाताहैउसीप्रकारअ�ीिचिक�ासे सभीयौनरोगोंकीिशकायतदूरहोकरमनु�कोनया�ा� प्रा�होजाताहै। एकस�ेिचिक�कक ेनातेनवयुवकोंएवंपु�षोंक ेमनम�बैठी �ईगलतधारणाओंकोिनकालकरउ��पूण��पसे�स्थ बनानेम�सहयोगदेनाहीहमाराउ�े�है।हमाराहाशमी दवाखानासन! 1929 सेअपनीवै�ािनकसलाहएवंसफल इलाजसेरोिगयोंकोअिधकसेअिधक���िनरोगहोंयही हमारीअिभलाषाहै।

  3. म�नेयहवेबसाइटउ�ींभटक े�एनौजवानोंक ेिलएबनाईहै तािकवेइसेपढ़क ेअपनीअसलीश��कोपहचाने, अपनेमन म�बैठी�ईहीनभावनाकोदूरकरक ेअपना�ा�ठीककर सक ेिजससेवेभीअपनेजीवनकोसुखीएवंआन�मयबना सक े । सफलजीवनकामह� पूरेसंसारकाचक्र�ीऔरपु�षपरआधा�रतहोताहै।कोई भीबालकअपनेबचपनकीसीमालांघकरजब��होकर पु�षकहलानेलगताहैतोहीपु�षकीयहीइ�ाहोतीहैिक वहसुन्र�ीकापितबनसक ेऔरउसक ेसाथअपनागृहस्थ जीवनसुखमयिबताएतथा�स्थविनरोगसंतानउ��करक े अपनीवंशबेलकोआगेबढ़ाएमगरसंसारम�च����ही ऐसेभा�शालीहोतेह�जोइसगृहस्थसुखकाआन�उठानेम� समथ�होतेह�अ�थाअिधकांश���तोबचपनकीक ु संगित एवंगलितयोंक ेकारणअपनीजवानीक ेिदनोंम�बुढ़ापेकोगले लगालेतेह�तथािज�गीकाअसलीआन�िलएिबनाही असमथ�एवंिनढालहोजातेह�। प्रक ृ ितनेपु�षएवं�ीकोएकदूसरेकापूरकएवंसहयोगी बनायाहैतथावेएकदूसरेक ेिबनाअधूरेह�।जबदोनोंिमलकर एकहोतेह�तथादोनोंहीअपनेजीवनकावा�िवकआन�

  4. उठातेह�तभीउनकाजीवनसफलकहलाताहै।�ीपु�षक े जीवनकोसफलबनानेक ेिलएसै�काब�तयोगदानहै। यिदपितप�ीकावैवािहकजीवनपूरीतरहसेस�ु�रहताहै तोवेदोनोंमानिसकवशारी�रक�पसेपूरीतरह�स्थएवं िनराशरहसकतेह�।अ�थाउनक ेबीचरोग, रोगक�, कलह कीदीवारखड़ीहोजातीहैजोधीरेधीरेपितप�ीक ेमधुरएवं पिवत्र�र�ोंकीनींविहलादेतीहैतथाअ�म�कईतरहक े भयानकप�रणामसामनेआतेह�।इनसभीबातोंकाकारणकई बारसै�अंगोंक ेप्रितअ�ानताहोतीहै�ोंिकयहतोआपको मालूमहीहैिकजबभीब�ोंकोसै�क ेप्रितक ु छजाननेकी िज�ासाहोतीहैअिधकांशमांबापइसिवषयकोझूठमूठबातों सेब�ोंकोटालदेतेह�लेिकनब�ोंक ेमनम�इसिवषयको जाननेक ेिलएउ�ुकताहीबनीरहतीहैतथावेअपनेसेबड़े ब�ोंएवंगलीमौह�ेक ेबुरीसंगतवालेिमत्रोंआिदसेसै� काबेतुका�ानप्रा�करक ेअपनाकोमलमनम���ग�ा करक ेअपनेजीवनकोबबा�दकरलेतेह�।�ानरहे, सै�क े प्रितब�ोंकोसही�ानदेनेसेइतनानुकसाननहींहोताहै िजतनािकइसिवषयकोिछपानेसेहोताहैइसिलएमांबापको चािहएिकवेब�ोंक े��होनेपरउ��इसबातक ेबारेम� अ�ीतरहसेसमझाएंतािकवेगलतरा�ेपरभटककरअपने जीवनक ेसाथ�खलवाड़नकरसक �िजससेउनकाजीवन हमेशाक ेिलएसुखमयबनसक े ।

  5. यहवेबसाइटउनभटक े�एनवयुवकोंक ेिलएिलखीगईहैजो सै�कीअ�ानताक ेकारणगलतसंगतएवंगलितयोंक ेकारण �यंअपनेहीहाथोंअपनेजीवनकोबबा�दीक ेरा�ेपरडाल चुक ेह�तथासहीिदशाकीतलाशम�नीमहकीमोंएवराजा महाराजाओंवालेचकाच�धिव�ापनोंक ेचुंगलम�फ ं सकरअपने जीवनकोदुखदायीबनाचुक ेह�।संसारम�सभी���एवं िचिक�कएकजैसेनहींहोते।हमाराभीयहपु�किलखनेका एकमात्रयहीउ�े�हैिकआपअपनेसै�रोगएवंकमजोरी दूरकरनेक ेिलएसहीिचिक�ा�ाराअपनेशरीरको�स्थएवं िनरोगबनाकरअपनेभिव�एवंिववािहतजीवनकोमधुरएवं आन�मयीबनासक � बचपनकीभूल – जवानीकाखून ई�रनेपु�षकोश��शालीइंसानबनाकरइससंसारम� इसिलएभेजाहैिकवहनारीसौ�य�क ेसिमश्रणसेनईपौध लगाकरक ु दरतकासौंपाकामपूराकरसक ेिदनभरम�इंसान कोजोक�औरपरेशािनयांिमलतीह�वहउनसबकोरातकी िवश्रामबेलाम�रितसुखक ेसाथभूलकरहरनईसुबहिफरसे ताजाऔरचु�होकरअपनाकाय�प्रार�करसक े ।उिचत परामश�एवंसलाहिलएिबनाशादीपरेशानीकाकारणबन सकतीहै।हमारेपासरोजब�तसेपस�नललैटरआतेह�िजनम� ब�तसेपु�षअपनीकमजोरीएवंिववािहतजीवनकी परेशानीक ेकारणआ�ह�ाकरनेकािजक्रकरतेहै।लेिकन जोआ�ह�ानहींकरतेवेघरसेभागजातेह�औरउनकी

  6. पि�यांलाजशम�छोड़करपराएपु�षोंकासहारालेनेपरपि�यांलाजशम�छोड़करपराएपु�षोंकासहारालेनेपर मजबूरहोजातीह�।यहसबइसिलएहोताहैिकसमयपरउ�� सहीमाग�दश�ननहींिमलता।� ू लोंम�उ��यहबाततोबताई जातीहैिकग�ेनाखूनोंकोमुंहसेनहींकाटनाचािहए�ोंिक ग�ेनाखूनोंक ेज�रएग�ीपेटम�जाकरबीमा�रयांपैदाकरती हैलेिकनयहकोईनहींसमझतािकग�ेिवचारोंसेमनु�का शारी�रकवमानिसक�पसेिकतनाबड़ानुकसानहोताहै िजसक ेिकतनेभयंकरप�रणामिनकलतेह�।फल��पनतीजा यहहोताहैिकिजसअंगसेमनु�कोसबसेअिधकसुख िमलनािनि�तहैउसीअंगकोक�ीअवस्थाम�तिकएयाहाथ कीरगड़सेिवक ृ तकरिदयाजाताहैउसकोइ�ींसाधनों�ारा क�करक ेअपनेजीवनकोमझधारम�छोड़िदयाजाताहै। जीवनर�-वीय� जवानीजीनेकासबसेसुहावनासमयहै।कईनौजवानतोसीधे हीबचपनसेबुढ़ापेकीतरफचलेजातेह�, उ��पताहीनहीं होतािकजवानोंकीकीमतवजवानीकास�ाआन��ाहै? अिधकतरनवयुवकगलतसंगतक ेकारणअपनेशरीरसे�यं ही�खलवाड़करतेह�तथासहीरा�ेसेभटककरवेयौन स��ीअनेकोंरोगोसेिघरकरअपनीसुनहरीिज�गीको तबाहकरदेतेह�।आजकललगभग 75 प्रितशतनौजवानिकसी निकसी�पसेयौनरोगोंसेपीि़डतह�तथाअपनेजीवनक े वा�िवकआन�सेअंजानह�।आजक ेनवयुवक�िणक आन�क ेिलएअपनेहीहाथोंअपनीिज�गीखराबकरनेपर

  7. तुले�एह�।वेइधर-उधरक ेग�ेवातावरणअ�ीलिफ��व सै�ीउप�ासवपित्रकाएंदेखकरवपढ़करअपनेजीवनका अनमोलर�वीय��बबा�दकरदेतेह�।वेइधरउधरक े कग�े वातावरणअ�ीलिफ��वसै�ीउप�ासवपित्रकाऐंदेखकर वपढ़करअपनेजीवनकाअनमोलर�वीय��बबा�दकरदेते ह�।तथाकईप्रकारक ेघृिणतरोगोंसेिघरकरअपनीिज�गी बबा�दकरलेतेह�।यहीशरीरकीजानहैिजसे���िनकालने म�आन�प्रा�करताहै।इसीवीय�कोअपनीशरीरम�संग्रह िकयाजायेतोआप�यंहीसोिचएिकतनाआन�प्रा�होगा। वीय�न�होनेक ेबादभटक े�एनवयुवकसहीिदशाक ेआस मक �चकाच�धवालेिव�ापनोंवप्रचारवालीफाम�िसयोंएव ��िनकोंक ेच�रम�पड़करअपनाधनसमयव�ा� गवांकरअपनेजीवनसेिनराशहोजातेह�।वीय�िकसप्रकारसे न�होताहैऔरउससेशरीरको�ा�ाहािनउठानीपड़तीहै उसकािववरणआगेिदयाजारहाहैउनिनराशरोिगयोंकोहम स�े�दयसेअपनापरामश�द�गेतथासहीिदशाका�ान कराएंगे। ह�मैथुन हाथसेअपनेवीय�कोन�करनेकोहस्थमैथुनकहतेह�, क ु छ नवयुवकविकशोरगलतसंगतम�बैठकर, उ�ेजकिफ�े देखकरयाअ�ीलपु�क �पढ़करअपनेमनकोकाबूम�नहीं रखपातेतथािकसीएका�म�जाकरसबसेआसानतरीका अपनेहीहाथोंसेअपनावीय�िनकालनेकोअपनातेह�उ��यह

  8. नहींपतािकवेऐसाकामकरक ेअपनीिज�गीम�जहरघोल रहेह�िजसकाप�रणामयहहोताहैिकइ�ीिनब�लहोजातीहै पतलापन, टेढ़ापन, छोटापनवनीलीनस�उभरनीशु�हो जातीह�औरअ�म����नपुंसकताकीओरबढ़जाताहै। शरीरम�अ�िधककमजोरीआजातीहै। थोड़ीसीबातचीतकरक ेिदमागचकराजाताहैतथाचाहकरभी इसिक्रयाकोछोड़नहींपाता।हमअपनेसफलइलाजसेऐसे अनिगनतनौजवानोंकीहस्थमैथुनकीआदतछुड़ाचुक ेह�जो यहकहतेथेिकयहआदतछ ू टतीनहींहै। ��दोष सोतेसमयिदनयारातकोईभीसमयहोअपनेमनम�बुरेवग�े िवचारोंक ेकारणसोतेसमय��म�िकसीसु�री�ीको देखकरयाअपनीक ु संगितका�ालआतेहीअपनेआपवीय� िनकलजाताहैइसीको��दोषकहतेह�।यिद��दोषमहीने म�दो-तीनबारहोतोकोईबातनहींिक�ुहररोज़यास�ाहम� दोतीनबारहोजायेतोयहरोगभीकमभयंकरनहींहै।यूंतो ��दोषप्रायःसोते�एइ�ीम�तनावआनेक ेबादहीहोताहै िक�ुयहरोगबढ़जानेपरइ�ीम�िबनातनावभीहोजाताहैजो िकगंभीर�स्थितहै।इसप्रकारवीय�कानाशहोनाशरीरको खोखलाबनादेताहैिजसकाअसरिदमागपरपड़ताहै।या�ा� कमजोरहोजातीहैवीय�पतलाहोजाताहै।अ�म�नपुंसकता

  9. कीनौबतआजातीहैलेिकनहमारेपासऐसेनु�ेह�िजनक े सेवनसेउपरो�सभीिवकारन�होकरशरीरकोश��स�� बनातेह�। शीघ्रपतन स�ोगक ेसमयतुरंतवीय�कािनकलजानाशीघ्रपतनकहलाता है।अ�िधक�ी-प्रसंग, ह�मैथुन, ��दोष, प्रमेहइ�ािद कारणोंसेहीयहरोगहोताहै।सहवासम�लगभग 10-20 िमनट कासमयलगताहैलेिकन 3-4 िमनटसेपहलेहीिबना�ीको स�ु�िकएअगर�लनहोजाएतोइसेशीघ्रपतनकारोग समझनाचािहए।जबयहरोगअिधकतापरहोताहैतो�ीसे संभोगकरनेसेपहलेहीस�ोगका�ालकरनेपरयाकपड़े कीरगड़सेहीिचपिचपीलारक े�पम�वीय�पातहोजाताहै। यिदथोड़ीसीउ�ेजनाआतीभीहैतोइ�ीप्रवेशकरतेही �लनहोजाताहै।उससमयपु�षकोिकतनीशिम��गी उठानीपड़तीहैतथा�ीसेआंखिमलानेकाभीसाहसनहीं रहता।�ीशम�वसंकोचक ेकारणअपनेपितकीइसकमजोरी कोिकसीक ेसामनेनहींकहतीलेिकनअ�रहीअ�रऐसे कमजोरपितसेघृणाकरनेलगतीहैिजसकारणउसका िववािहतजीवनदुखमयबनजाताहै।मद�कीकमजोरीऔर शीघ्रपतनकीबीमारीसेऔरतभीबीमारहोसकतीहै।ऐसेरोग

  10. कासमयरहतेउिचतइलाजअव�करनालेनाचािहएतािककासमयरहतेउिचतइलाजअव�करनालेनाचािहएतािक रहासहाजोशएवं�ा�भीसमा�नहोजाए।हमारेपास ऐसीिशकायत�दूरकरनेक ेिलएऐसेश��शालीनु�ोंवाला इलाजहैिजसक ेसेवनसेजीवनकावा�िवकआन�िमलता है।स�ोगकासमयबढ़जाताहैशरीरह�पु�तथाश�� स��होजाताहै।�ीकोपूण��पसेस�ुि�होकरस�ोगकी चम�सीमाप्रा�होतीहै।िववािहतजीवनकावा�िवकआन� प्रा�होकरउनकाजीवनसुखमयबनजाताहै। नपुंसकता युवाअवस्थाम��ीस�ोगयासंतानपैदाकरनेकीअयो�ता कोनपुंसकताकहतेह�।इसदशाम�संभोगकीकामनाहोते�ए भीपु�षकीइ�ीम�उ�ेजनानहींहोतीइ�ीबेजानमांगक े लोथड़ेकीतरहिगरीरहतीहै।उसकाआकारभीकम�ादा, पतलायाटेढ़ाहोसकताहै।नस�उभरीप्रतीतहोतीह�।कामे�ा होते�एभीइ�ीम�तनावनहींआतायिदपु�षक ेअपने भरसकप्रय�सेथोड़ीब�तउ�ेजनाइ�ीम�आतीभीहैतो स�ोगक ेसमयशीघ्रही�िलतहोजाताहै।ऐसेपु�षकोन तो�ीही�ारकरतीहैऔरनहीसंतानपैदाहोतीहै।हमारे सफलनु�ोंवालेइलाजसेनपुंसकताक ेसभीिवकारठीकहो जातेह�तथारोगीकोिफरसेपु�ष�वस�ोग�मताप्रा�

  11. होकरएकनईश��, � ू ित�, उ�ाहव�ा�प्रा�होजाता है। इंिद्रय-आकारक ेभेद अब�ीऔरपु�षक ेगु�ास्थानोक ेआकारप्रकारपरिवचार कर�गे।पु�षकािलंगलंबाईसेऔर�ीकीयोिनगहराईसे नापीजातीहै। संभोगकास��मनऔरकायादोनोंसेहोताहै।जहांतक मनक ेस��का�ानहै, इसम��ीऔरपु�षकापार��रक आकष�णऔरपर�रशरीरिमलनेकीप्रबलआकां�ाहै।जहां तककायाअथा�तशरीरक ेस��काप्र�है, इसम�पु�षक े िश�अथा�तिलंगऔर�ीकीयोिनक ेस�ोगकीतीव्रइ�ाहै, िजसम�एकयादोनोंप�ोंकािवशेषिविधसेिनजजनने��योंका पर�रिघसनायारगड़ना, फल��पपु�षकावीय�पातहोना और�ीकोएकिवशेषप्रकारक ेसुखयाआन�कीअनुभूित होना, मैथुनकाय�म�कालकीअिधकताऔरइसकाय�कीिविध हीमु�कारणहै।

  12. िलंगक ेआकारक ेअनुसारपु�षक ेतीनभेद ह�। 1. शश (खरगोश), 2. वृष (बैल)और 3. अ� (घोड़ा)।यिद पु�षकािश�छोटाहैतोवह ‘शश’, यिदम�महोतो ‘वृष’ औरयिदबड़ाहोतो ‘अ�’ कहलाताहै। इसीप्रकार�ीक ेतीनभेदहोतेह�। 1. मृगी (ह�रणी), 2. बढ़वा (घोड़ी)और 3. ह��नी (हिथनी)। यिद�ीकीयोिनछोटीयानीकमगहरीहोतोवह ‘मृगी’, यिद म�मगहरीहोतो ‘बढ़़वा’ औरयिदअिधकगहरीहोतोवह ‘ह��नी’ कहलातीहै। िलंगकीमोटाईऔरल�ाईम�कमीआतेजाना उ�ेिजतअवस्थाम�िश�कील�ाईओरमोटाईब�तहदतक इसबातपरिनभ�रकरतीहैिकउ�ानक े �िकतनासश�है। जैसेहीम���म�कामजाग्रतहोताहैवैसेहीसेरीब्रम (cerebrum) उ�ानक े �कोिलंगक े�ंजीिटशूम�र�भेजने काआदेशभेजताहै।यिदउ�ानक े �सश�हैतोवहउसी अनुपातम�उतनाहीअिधकर�िलंगम�एकित्रतकरनेम�समथ� होताहैिजसक ेफल��पिलंगकाआकारउसीअनुपातम� बड़ाहोजाताहै।अगरउ�ानक े �दुब�लहोचुकाहैतोिलंगकी

  13. ल�ाई, चैड़ाईअपे�ाक ृ तकमहोतीहै।नपुंसकताकीओरबढ़ रहेयुवकोंम�जहांकामक े �दुब�लपड़जातेह�वहांउ�ानक े � िवशेष�पसेप्रभािवतहोताहैऔरदुब�लउ�ानक े �पया�� मात्राम�िलंगम�र�एकित्रतकरनेम�असमथ�होनेक ेकारण िलंगकाआकरप्राक ृ त�पम�नहींआपाताहै।जैसे-जैसेउ�ान क े �कीदुब�लताबढ़तीजातीहैवैसे-वैसेिलंगकील�ाई�और चैड़़ाईकमहोतीजातीहै।उ�ेिजतिलंगक ेसामा�सेकम आकारकोदेखकरिन�ष�िनकालनाचािहएिकउ�ानक े � िनब�लहोचुकाहै।यिदयहदुब�लताबढ़तीरहतीहैतोएक अवस्थाऐसीआतीहैजबउ�ानक े �म�िब� ु लर�नहींभर पाताऔरप�रणाम��पिलंगम�उ�ाननहींहोता।इसकोही पूण�नपुंसकताकहतेह�।ऐसीअवस्थाउ��होइसिलए उ�ेिजतिलंगक ेआकारम�कमीदेखतेहीउिचतिचिक�ा समयरहतेहीकरालेनीचािहए। िलंगम�वृ��क ै सेस�वहै? जबकोई���सै�सेस���तकामुकिच�नकरताहैया कोईअ�ीलिकताब, याउसक ेबारेम�सोचताहै, या�ीसे स�ोगकीइ�ारखताहैतोउसक ेम���क ु छिवशेष हाम�नकास्रवणकरतेह�जोिलंगम�र�क ेप्रवाहकोतीव्रकर देताहैऔरकॉप�सक े वेरनोसम(Corpus Cavermosum)

  14. नामकऊतकम�र�इक�ाहोकरिलंगकाआकारबढ़ादेतानामकऊतकम�र�इक�ाहोकरिलंगकाआकारबढ़ादेता है।पूण�उ�ेिजतअवस्थाम�िलंगक ेइनउतकोंम�र�अपनी अिधकतममात्राम�होताहै।इसअवस्थाम�िलंगअिधकठोस, �ढ़वसीधाहोजाताहै।वीय��लनक ेसमयजब��� मानिसक�पसेसंतु�होजाताहैतोदूसरेहाम�नकॉप�स �ो�न्जयोसमकोउ�ेिजतकरतेहैजोवीय�कोवेगवगितप्रदान करतेह�।इसपूरीप्रिक्रयाम�िकसीभीकमीकीवजहसेपूरातंत्र हीगड़बड़ाजाताहै। पतले, टेढे, छोटेवआगेसेमोटेवपीछेसेपतलेिलंगउ�पूरी प्रिक्रयाम�िकसीनिकसीदोषसेपीि़डतहोतेह�।इसप्रकारक े िलंगवालेलोगोंम�क े वेरनोसमऔर�ा�न्जयोसमकीकोिशकाऐं पूरीतरहसेसुगिठतनहींहोतीिजनसेइनम�अिधकर�ग्रहण करनेकी�मतावइनकोिशकाओंम�अिधकसमयतकर� रोक ेरखनेकी�मतानहींहोती। हमारेहब�लखानेवलगानेक ेइलाजसेकॉप�सक े वेरनोसमऔर कॉप�स�ा�न्जयोसमऊतकोंम�वृ��होतीहै, इनऊतकोंकी कोिशकाओंकाआकारबढजाताहैिजनम�र�इक�ाहोताहै िजसक ेफल��पिलंगक ेआकारम�वृ��होतीहैऔर इसक ेसाथ-साथिलंगम�उ�ान�मताभीबढ़जातीहै। इसइलाजसे 20-30 प्रितशतिलंगआयतनवृ��स�वहैतथा िलंगम� .5 इंचसे 2 इंचतककीवृ��होजातीहै।िलंगक ेइन ऊतकोंवपेशीकोसुगिठतकरनेक ेिलएहब�लइलाजकी

  15. आव�कताहोतीहैिजससेशीघ्रलाभहोताहै।इसइलाजसेआव�कताहोतीहैिजससेशीघ्रलाभहोताहै।इसइलाजसे शीघ्रपतनदूरहोताहै, नपुंसकतावयौनसम�ाओंसेमु��, िलंगकील�ाईवमोटाईम�वृ��, वीय�म�शुक्राणुओंकीवृ��, प्रो�ेटग्र��कीकाय��मताकोबढ़ाताहै, बार-बारपेशाबसे छुटकाराहोताहै, यौन�मताबढ़ाताहै, िलंगम�पूण�कठोरताव उ�ेजनाहोतीहै, आ�िव�ासबढ़ाताहै, टे�ो�ेरोनहाम�नकी वृ��करताहै।इसइलाजकाकोईसाईडइफ ै �भीनहींहोता है। शुक्रहीनता कईपु�षोंकोयौनस��ीकोईरोगनहींहोतातथासहवासक े समयउनक ेिशशनम�उ�ेजनावतनावभीसामा����जैसा हीहोताहै।स�ोगश��भीपूण�होतीहैिक�ुउनक ेवीय�म� संतानउ��करनेवालेशुक्राणुयातोिब� ु लहीनहींहोतेया ब�तकमजोरएवंमंदगितसेचलनेवालेहोतेह�िजससेपु�ष संतानउ��करनेयो�नहींमानाजातासकता।कईबारइस रोगक ेसाथ���कीिपछलीगलितयोंक ेकारणयाअ�िधक वीय�नाशक ेकारणऔरभीकईरोगलगे�एहोतेह�तोऐसे रोगोंक ेिलएयूनानीएवंश��शालीनु�ों�ारातैयारइलाज सबसेबेहतरमानाजाताहै।हमारेऐसेहीसफलइलाजम� असं�रोगीभाईजोिनराशहोकरसंतानपैदाकरनेकीचाहत हीमनम�सेिनकालचुक ेथेअबविनराशाकोआशाम�बलकर संतानपैदाकरनेयो�बनचुक ेह�।

  16. सुजाक : यहरोगभयानकएवंछ ू तकारोगहैयहरोगग�ी��योंव वे�ाओंक ेसाथस�ोगकरनेसेहोताहै।इसकीिनशानीयहहै िकस�ोगक ेक ु छिदनबादरोगीक ेपेशाबम�जलनहोनी शु�होजातीहै।पेशाबलालऔरगम�आताहैपेशाबकरते इतनीजलनहोतीहैिकरोगीसचमुचकराहनेलगताहै।क ु छ िदनोंक ेबादगु�इंद्रीम�सेपीपिनकलनीशु�होजातीहैऔर कभीकभीपेशाबक ेसाथखूनभीआनाशु�होजाताहै।�ों �ोंयहरोगपुरानाहोताहैदद�जलनएवंचुभनघटतीजातीहै। क े वलपीपबहतारहताहै।यहपीपइतनाजहरीलाहोताहैिक यिदबे�ानीम�िकसीरोगीकीआंखपरलगजाएतोअ�ाहोने कीआशंकारहतीहै।इसरोगक ेकीटाणुधीरेधीरेर�मेप्रवेश करक ेअ�अंगोंपरभीअसरडालतेहै।यिदरोगक ेजराभी ल�णिदखाईद�तोआपतुरंतिचिक�ाकराएं।हमारेइलाजसे इसरोगक ेअनेकोंरोगीठीकहोकरतन्दु��जीवन�तीत कररहेह�। गम� (आतशक) यहरोगभीसुजाककीतरहअ��भयानकरोगोंम�सेएकहै। यहभीबाजा�औरतोंक ेसंसग�सेहोताहै।इसरोगम�स�ोग क ेक ु छिदनबादइ�ीपरएकमसूरक ेदानेकीतरहफ ु �ी होतीहैजोज�ीहीफ ै लकरज�बनजाताहै।आतशकदो

  17. प्रकारकाहोताहै।एककाप्रभावइ�ीपरहोताहैतथादूसरेकाप्रकारकाहोताहै।एककाप्रभावइ�ीपरहोताहैतथादूसरेका प्रभावर�परहोताहै।शरीरक ेिकसीभीभागपरफ ू ट िनकलताहै।इसकापहलाभागमामूलीहोताहै।यिदइसक े इलाजम�देरीयालापरवाहीकीजाएतोयहरोग���कीकई पीि़ढयोंतकपीछानहींछोड़ता।पहलीश्रेणीकाघावइ�ीपर होताहैलेिकनदूसरीश्रेणीम�आतशककाजहरर�म�फ ै लने क ेकारणशरीरपरकालेकालेदागतथाखुजलीवतांबेक ेरंग कीछोटीछोटीफ ु ��यांउ��होजातीहै।जबयहरोगबढ़ जाताहैतोइसकाप्रभावहि�योंम�चलाजाताहै।कोि़ढयोंकी तरहबड़ेबड़ेघावहोजातेह�।नाककीह�ीगलजातीहै।यिद इसरोगक ेकीटाणुिदमागपरअसरकर�तोअंधाभीहोसकता हैतथाअ�म�मृ�ुतकसंभवहै।इसिलएइसरोगक ेजराभी प्रकटहोतेहीतुर�इसकाइलाजकरालेनाचािहए�ोंिकययह छ ू तकारोगहैिकसीऔरसेलगकरिकसीओरकोलगतारहता है।हमारेसफलइलाजसेऐसेरोगोंसेिनराशरोगी�स्थहोकर अपनािनरोगीजीवन�तीतकररहेह�। �ीरोग मािलकने�ीऔरपु�षकोएकदूसरेक ेिलएबनायाहैलेिकन दोनोंकीशरीरसंरचनाअलगअलगहोतीहै।जोलोगक े वल �ीसंरचनाम�क े वल�ीकोहीहोतेह�उ���ीरोगकहतेह�।

  18. येरोगभीकाफीक�कारीहोतेह�।कमर, शरीरम�दद�होताहै, शरीरथकाथकासारहताहै, कामकाजम�मननहींलगतातथा �ीअपनीआयुसेपहलेही�ा�वसौ�य�खोबैठतीहै। अपनीउम्रसेबड़ीिदखाईदेनेलगतीहैमैथुनश��भीकमहो जातीहैतथाअपनेपितकोपूरीतरहसेसहयोगनहींदेपाती, िजसकारणपितप�ीदोनोंकािववािहतजीवनदुखमयहोजाता है।इसकाअसरआनेवालीस�ानयाब�ोंपरभीपड़ताहै। पा�रवा�रकढांचाचरमराजाताहै।�ीरोगकईप्रकारक ेहोते ह�।लेिकनक ु छरोग��योंम�अिधकतरखानपान, रहन, सहन, जलवायुयावातावरणक ेकारणहोतेह�। जोिभ�िभ�प्रकारक ेहोतेह�- मािसक-धम�स��ीदोषः �ीयोिनक ेप्र�ेकमासजोर�आताहैउसेमािसकधम� कहतेह�।�ीकीसेहतवस�ानउ�ि�इसीमािसकधम�क े चक्रपरआधा�रतहै।मािसकधम�ठीकसमयपरिबनाक�व उिचतमात्राम�आनेसेगभा�धारणकी�मतारहतीहैऔर स�ोगभीआन�पूण�होताहैलेिकनयिदमािसकधम�िनयिमत मात्रायाअविधसेकम�ादाहोतथाअिधकक�पूण�होतो इससे�ीक े�ा�परबुराअसरपड़ताहैतथातरहतरहक े रोगलगजातेह�।�ीिनब�लऔरकमजोरहोजातीहै।यौवन समा�होजाताहै।हमारेसफलइलाजसेअिनयिमतमािसक धम�िनयिमतहोकरिबनाक�क ेखुलकरआनेलगताहै।ब�

  19. मािसकधम�चालूहोजाताहैतथामािसककाअिधकआनामािसकधम�चालूहोजाताहैतथामािसककाअिधकआना ठीकहोकर�ीकाचेहरािनखरकरखोयासौ�य�पुनःलौटने लगताहै। क�पूण�मािसकधम�ः यूंतोयहिशकायतिकसीभी�ीकोहोसकतीहैलेिकन िवशेषकरकमउम्रकीयुवितयोंम�अ�रपाईजातीहैउ�� मािसकधम�आनेपरइतनाक�वदद�होताहैजोकहानहींजा सकता।एकदोिदनपहलेसेहीबैचेनीहोनेलगतीहैतथा मसिकक ेिदनपेटवटांगोंम�दद�क ेकारणशरीरबेजानहो जाताहै।तथामािसकअिनयिमतहोजाताहै। अिधक�ावः इसदशाम�मािसकधम�िनयिमतहोताहैलेिकनर��ाव मात्रासेकाफीअिधकहोताहै।साधारणतःमािसक�ाव 4-5 िदनम�हीब�होजानाचािहएिक�ुइसिवकारम� 6 से 8 िदन तकयाकभीकभीइससेभीअिधकहोताहै।ऐसीहालतम��ी क े�ा�परब�तबुराअसरपड़ताहै।कमजोरी, च�र, अंधेरा, हाथ, पैर, शरीरम�दद�आिदकीिशकायतहोजातीहै। उिचतइलाज�ाराऐसीहालतठीकहोजातीहै।

  20. �ेतप्रदर (िलको�रया) यहरोग��योंक े�ा�परबुराअसरडालताहै।सामा��प सेयोिनकागीलारहनाकोईदोषनहींहैलेिकनक ु छ��योंको गभा�शयकीिझ�ीवयोिनमाग�सेतरलद्र�का�ावइतना अिधकहोताहैिकपहने�एअ�रक ेकपड़ोंपरभीदागया ध�ेपड़जातेह�।यह�ावपानीजैसापतलाभीहोसकताहै औरअंडेकीजद�जैसागाढ़ाभी।�ीकीजबकामे�ाबढ़तीहै तथास�ोगक ेप्रितलालसाअिधकहोतीहैतो�ावऔर अिधकहोताहै।योिनमाग�म�खुजलीभीरहतीहै।यिदअिधक खुजलायाजायेतोउसस्थानपरसूजनभीआजातीहैजबयह रोगबढ़जाताहैतोकमरवपेड ूम�दद�, भूखनलगनावचेहरा मुरझाजाना, चेहरेपरध�े, िदलधड़कना, िसरचकरानाआिद अनेकोंिशकायत��ीकोहोजातीहै।िजससेगभ�धारणकी �मताकमहोजातीहै।इसकाइलाजसमयपरहीकरालेना आव�कहै।अ�थारोगबढ़जाताहैतथािफरिचिक�ाम� किठनाईपैदाहोतीहै। िनसंतानलोगोंक ेज�रपरामश� िववाहक ेबादहर�ीपु�षकीयहीइ�ाहोतीहैिकउनक े घरभीएकन�ामु�ािशशुफ ू लक े�पम�उनकीगृहस्थीकी

  21. बिगयाम��खले।पु�षकीकामनायहीरहतीहैिकउसिशशुक े �पम�उसकीवंशबेलिवकिसतहोतथापीढ़ीदरपीढ़ीउसका भीनामचलतारहेलेिकनसंताननहोनेपरघरकीखुशी, कलह औरअशांितम�बदलजातीहै।कईभोले-भालेलोगतोढोंगीसाधु संतोंवताबीजग�ोंक ेच�रम�पड़करअपनासमयऔर पैसा�थ�म�हीगवांदेतेह�।िजनक ेयहांसंताननहींहोतीउ�� पहलेस�ाननहोनेक ेकारण�ीकोहीदोषदेतेह�लेिकनदोष �यंम�हीहोताहैऔरवसंतानक ेिलएदूसरीशादीभीकरलेते ह�।ऐसी�स्थितिज�गीकोऔरभीअिधकअ���करदेती है।िनस�ानलोगोंकोहमारायहीपरामश�हैिकसबसेपहले पितप�ीदोनोंअपनाभलीभांितशारी�रकजांचवज�रीटे� करवाएंतािकअसलीदोषकापताचलसक ेिफरउसीदोषका उपयु�इलाजिकसीयो�िचिक�कसेकराएंतािकउनको ज�ीहीस�ानसुखप्रा�होसक े ।यमंतोजहजगहआपको संतानप्रा��क ेबड़ेबड़ेिव�ापनदेखनेकोिमलजाएंगेलेिकन असलीइलाजवहीिजससेक ु छलाभकीआशािमलेइसक ेिलए हमआपकोसहीऔरउिचतपरामश�द�गेतथाहमारायही उ�े�रहेगािकआपइधरउधरनभटक ��थम�अपनासमय औरपैसेबबा�दनकर�तथासहीलाभवसहीिदशा�ानप्रा� करसक � ।

  22. �ीरोगजिनतस�ानहीनता ऐसीअवस्थाम�पु�षतोस�ानपैदाकरनेयो�होताहैतथा उनम�शुक्राणुभीसामा�अवस्थाम�पायेजातेह�।लेिकनउनकी प�ीकीगभ�धारण�मताकमयासमा�होजातीहै।कभीकभी �ीगभा�शयम�सूजनहोतीहैिजससेनलोंवपूडेम�दद�बना रहताहै, मािसकचक्रअिनयिमतहोजाताहै।प्र�ेक�ीक े गभा�शयक ेसाथदोिड�नलीहोतीहैिजसम�सेप्र�ेकमास मािसकधम�क ेबादगभ�धारणकरनेवालेिड�िनकलतेह�तथा पु�षसंसग�सेिनकले�एवीय�म�िमले�एशुक्राणुओंकीप्रती�ा करतेह�।�ानरहे, पु�षक ेवीय�म�असं�शुक्राणुहोतेह�यिद �ी�स्थविनरोगहोतोउसक ेिड�क ेिलएएकहीशुक्राणु काफीहोताहैजोिड�निलकाम�हीिड�सेिमलकरतथानली क ेआ��रकनसोंम�प्रवािहतहोकरगभा�शयम�प�ंचजाताहै जहांवहअंक ु �रतहोनेलगताहैिजससेसंतानकीनींवपड़जाती है।गभा�शयक ेमुखसेलेकरयोिनमुखतककईप्रकारकी ग्र��याहोतीह�, िजनम�कईप्रकारक ेरसबनतेह�जोपु�ष�ारा रोिपतशुक्राणुओंकोलेकरिड�तकसुरि�तप�ंचातेह�तथा �ीकोगभ�वतीहोनेसेपूरासहयोगदेतेह�।यिदइनग्र��योंम� कोईखराबीहोगीतोइनम�शुक्राणुएवंिड�र�करसनहीं बन�गेफल��पशुक्राणुयोिनएवंगभा�शयक ेबीचहीन�हो

  23. जानेपरगभ�नहींठहरेगा।ऐसीहालतम��ीकोिकसीयो�वजानेपरगभ�नहींठहरेगा।ऐसीहालतम��ीकोिकसीयो�व अनुभवीिचिक�कसेउिचतपरामश�एवंज�रीटै�क ेबाद अपनाइलाजकरालेनाचािहए�ीक ेप्रजननग्र��यांठीक प्रकारसेकामकरनेलगेगभा�शयम�यिदसूजनहोतोसमा�हो सक े , नलोंवपेड ूकादद�आिददूरहोकरमािसकचक्रिनयिमत होजाएतथागभ�धारणश��बढ़करगभा�धानहोसक े ।हमारे पासभीऐसासफल्इलाजहैिजनक ेसेवनसे�ीस�ानउ�ि� म�बाधकसभीिवकारोंकोदूरकरक ेअपनीगभ�धारण�मता बढ़सकतीहैतथागभ�वतीहोसकतीहै। कामयाबीकाराज हाशमीदवाखानािव�म�अपनीतरहकाएकमात्रअ�ाधुिनक दवाखानाहैिजसम��ीपु�षोकीशारी�रकवमदा�ना कमजो�रयोंकाअपनेतजुब�क ेआधारपरहब�लइलाजिकया जाताहै।रोगीकी�स्थित, प्रक ृ ित, उम्रऔरमौसमको�ानम� रखकरपूरीहमदद�वगंभीरताक ेसाथरोगीक ेिलएजड़ी- बूिटयों,रस, द्र�एवंभ�ोंसेयु�नु�ोंसेतैयारइलाजचुना जाताहैतािकरोगीकोअपनीसम�ाओंवकमजो�रयोंसे हमेशाक ेिलएज�ीहीछुटकारािमलजाए।इसीकारणसे रोगीब�तदूर-दूरसेहमारेदवाखानेम��यंइलाजप्रा�करने क ेिलएआतेह�।हमरोगीकोअसलीवशीघ्रगुणकारीऔषिधयों सेबना�आहब�लइलाजदेतेह�औरउसम�सौफीसदीअसली

  24. जड़ी-बूिटयों, भ�ोंकाइ�ेमालकरतेह�।हमारेपासअनिगनत रोगीभाईयोंपरआजमाए�एगु�प्राचीननु�ेहैजोरोगीको िनरोगवत���बनाकरिज�गीभरसुखीबनाएरखतेह�। धातु, संतानहीनता, �ीरोगआिदरोगकोईघृिणतव लाइलाजरोगनहींह�इसिलएइनरोगोंसेपीि़डत रोिगयोंकोघबरानानहींचािहएब��समझदारी सेकामलेनाचािहए, उ�मिचिक�ासेयहरोग हमेशाक ेिलएदूरहोजातेह�।इनरोगोंसेपीि़डत होनाकोईपापनहींहै, इसिलएकभीभीशम� संकोचनहींकरनीचािहए।वा�वम�अ�ानतावश भटक े�एरोिगयोंक ेमनम�सेगलतधारणाओको िनकालकरिनरोगबनानाऔरसहीइलाजकरना हीहमाराउ�े�है। ��दोष, नामद�, शीघ्रपतन, अनेकरोगोंकीदवा-सै� सै�अनेकरोगोंकीदवाभीहै।जहांपरिववािहतजीवनम� सै�एकदूजेक ेबीचसुख, आनंद, अपनापनलाताहै, वहीं एकदूजेक े�ा�एवंसौ�य�कोभीबनाएरखताहै।सै�से शरीरम�अनेकप्रकारक ेहाम��उ��होतेह�, जोशरीरक े

  25. �ा�एवंसौ�य�कोबनाएरखनेम�सहायकहोतेह�।सै�म��ा�एवंसौ�य�कोबनाएरखनेम�सहायकहोतेह�।सै�म� एंडािफ � नहाम�नकीमात्राबढजातीहै, िजससे�चासुंदर, िचकनी, वचमकदारबनतीहै।ए�ोजनहाम�नशरीरक ेिलए चम�ारहै, जोएकअनोखेसुखकीअनुभूितकराताहै।उनम� उ�ेजना, उ�ाह, उमंगऔरआ�िव�ासभीअिधकहोता है।सै�सेपरहेजकरनेवालेशम�, संकोचवतनावसेपीि़डत रहतेह�।िदमागकोतरोताजारखनेवतनावकोदूरकरनेक े िलएिनयिमतसै�एकअ�ाउपायहै।सै��दयरोग, मानिसकतनाव, र�चापऔरिदलक ेदौरेसेदूररखताहै। सै�सेदूरभागनेवालेइनरोगोंसेअिधकपीि़डतरहतेह�। सै�एकप्रकारका�ायामभीहै।इसक ेिलएखासिक�क े सूट, शूजयामंहगीए�रसाइजसामग्रीकीआव�कतानहीं होती।सै��ायाम, शरीरकीमांसपेिशयोंक े�खंचावकोदूर करताहैऔरशरीरकोलचीलाबनाताहै।एकबारसंभोग िक्रयाकरनेसे, िकसीथकादेनेवाले�ायामयातैराकीक े 10- 20 च�रोंसेअिधकअसरदारहोतीहै।सै�िवशेष�ोंक े अनुसारमोटापादूरकरनेक ेिलएसै�काफीसहायकिस( होताहै।सै�सेशारी�रकऊजा�खच�होतीहै, िजससेिकचब� घटतीहै।एकबारकीसंभोगिक्रयाम� 100 से 500 क ै लोरीऊजा� खच�होतीहै। आह, उह, आउच, कमरदद�, पीठदद�, गद�नदद�सेपरेशानप�ी आजनहीं, अभीनहींकरतीह�, लेिकनयिदवहिबनािकसीभय क ेपितक ेसाथसंभोगिक्रयाम�शािमलहोजाएतोउसक ेदद�

  26. कोउड़नछ ूहोनेम�देरनहींलगती।िसरदद�, माइग्रेन, िदमाग कीनसोंम�िसक ु ड़न, उ�ाद, िह�ी�रयाआिदकासै�एक सफलइलाजहै।अिनद्राकीबीमारीम�िब�रपरकरवट बदलनेयाबालकनीम�रातभरटहलनेक ेबजाएबेडपरबगल म�लेटीयालेटेसाथीसेसै�कीपहलकर�, िफरदेख�िकखरा�ट� आनेम��ादादेरनहींलगती।िनयिमत�पसेसंभोगिक्रयाम� पितकोसहयोगदेनेवाली�ीमाहवारीक ेसम�िवकारोंसे दूररहतीहै।राित्रक ेअ��मपहरम�िकयागयासै�िदनभर क ेिलएतरोताजाकरदेताहै।सै�कोिसफ �यौनस��तक हीसीिमतनरख�।इसम�अपनीिदनचया�कीछोटी-छोटीबांते, हंसी-मजाक, �श�, आिलंगन, चुंबनआिदकोशािमलकर�। संभोगिक्रयातभीपूण�मानीजाएगी।सै�क ेबारेम�यहबात �ानरख�िकअपनीप�ीक ेसाथयाअपनेपितक ेसाथिकया गयासै��ा�एवंसौंदय�कोबनाएरखताहै।इसप्रसंगम� यहबातिवशेष�ानदेनेयो�हैिकजहांिववािहतजीवनम� प�ीक ेसाथसंभोगिक्रयाअनेकतरहसेलाभप्रदहै, वहींअवैध �पसेवे�ाओंवबाजा�औरतोंक ेसाथबनाएगयेसै� स��ोंसेअिनद्रा, �दयरोग, मानिसकिवकार, ठंडापन, िसफिलस, सुजाक, गने�रया, एड्सजैसीअनेकप्रकारकी बीमा�रयाँउ��होसकतीह�।यिदआपसफलवसंतुि�दायक सै�करनेम�असमथ�ह�औरसै�सेस���तिकसीभी कमजोरीयािशकायतसेपरेशानह�तोबेिझझकिमल�।

  27. स�ोगकासमयिकतनाहोनाचािहएस�ोगकासमयिकतनाहोनाचािहए यहएकऐसाप्र�हैहैजोप्रायःरोगीभाईहमसेपूछतेरहतेह�िक स�ोगकासमयिकतनाहोनाचािहए? इसस��म�अलग अलगिचिक�कोंकीअलगअलगरायहै, क ु छिचिक�कयह मानतेह�िकस�ोगकीअविध 3-4 िमनटहोनीचािहए, जबिकक ु छयहमानतेह�िकयोिनम�िलंगप्रवेशक ेबाद 15 िमनटतकस�ोगिकयाजानाचािहए।इसस��म�हमारीराय यहीहैिकस�ोगकीआदश�अविधवहहोनीचािहएिजसम��ी वपु�षदोनोंउ�ेजनाकीचरमसीमापरप�ंचजाएऔरदोनों हीस�ोगकाशारी�रकवमानिसकआन�प्रा�करसक े । यिदिकसी�ीवपु�षक ेबीचस�ोगक ेसमयदोनोंक े आन�कीचरमसीमातकप�ंचनेक ेपहलेही�स्ख्लतहोजाता हैऔरस�ोगम�िकसीएककोपूराआन�प्रा�नहोतोउन दोनोंकािववािहकजीवनबेकारहोजाताहै।ऐसेम�िकसीयो� िचिक�ककीसलाहलेनीचािहए, िजससेस्थायीइलाजकराने क◌ेबादपितप�ीदोनोंपूरीतरहस�ु�होकरअपनेवैवािहक जीवनकावा�िवकआन�उठाते�एसुखमयजीवन�तीत करसक े ।

  28. शा�ो�-यूनानीनु�े सिदयोंसेयूनानीइलाजकोहरवग�कीतरफसेयहाँतकिक देशिवदेशम�भीमा�तािमलतीआरहीहै�ोंिकआजकी आधुिनकऐलोपैिथकिचिक�ामनु�कीिजनतकलीफोंका इलाजनहींकरसकतीउ�ींतकलीफोंकाइलाजयूनानी िचिक�ासेसुलभहै।यूनानीइलाजसेजिटलसेजिटल शारी�रक�ािधयोंकाभीसफलइलाजहोसकताहै। हजारोंवष�पहलेऐलोपैथीइलाजकाचलननहींथातबमनु�क े सभीरोगोंकाइलाजयूनानीप�ितसेहीहोताथा।िजससे मनु�पूरीतरहसेआरामपाजाताथा।आजक ेयुगम�भीवही नु��, जड़ी-बूिटयां, खिनजों, द्र�ों, क ु �ों, रसायनोंएवंकीमती भ�ोंआिदसेप�र� ृ तवै�ािनकप(ित�ारातैयारिकयेजातेह� िजनकाअसरभीकाफीतेजवप्रभावशालीहोताहै। क ु छलोगोंनेलालचवशअिधकधनबटोरनेक ेिलएशु�जड़ी बूिटयोंवद्र�ोंक ेबदलेनकलीरंगोवरसायनोंकाप्रयोगकरक े अपनेइलाजकोराजामहाराजावनवावोंवालाइलाजबताकर यूनानीकोबदनामकरिदयाहैइसकामतलबतोयहीहैिक पहलेयूनानीइलाजिसफ �राजामहाराजाओंकाहीिकयाजाता था, साधारणजनताकानहीं।इ�ींसबबातोंको�ानम�रखकर हमन�शु�यूनानीतरीक ेसेदुल�भअसलीजड़ी-बूटी, असली द्र�ोंवरसायनोंतथाकीमतीभ�ों, क ु �ोंसेइलाजतैयार करक ेउनिनराशरोिगयोंकीसेवाकरनेकासंक�िलयाहैजो

  29. कईप्रकारक ेरोगोंसेिघरकरअपनेजीवनकोनक �बनाचुक े ह�।तथाराजामहाराजावनवाबोंवालेइलाजकीसाम�यनहीं रखते।ऐसेरोगीिनराशनहोंहमसेिमल�यािलख�उ��सही रा�ाबताकरभटक े�एतथािनराश�एरोिगयोंको�ा� लाभप्रा�कराकरउ��सहीिदशाप्रदानकर�गे। आजक ेयुगम�पहलेतोअसलीव�ुकोप्रा�करनाहीकिठन हैयिदप्रा�भीहोगईतोकौनिचिक�कइतनाकिठनप�रश्रम यापैसाखच�करताहैलेिकनहमारेपासिसफ �रोगीकाक�ाण है, रोगीकारोगदूरहोतथावहजीवनभरसुखीरहेतािकहम� भीयशप्रा�होहमइसीउ�े�कोलेकरउ�मसेउ�म इलाजतैयारकरतेह�।इलाजवहीिजससेरोगउम्रभरक ेिलए कटजायेऔररोगीकोएकदम�स्थविनरोगबनादे।ऐसे प्रभावशालीइलाजकावण�नप्राचीनशा�ोंवग्र�ोंम�है।हमारे इलाजकाभीमूलआधारयहीग्र�ह�। जड़ी-बूिटयोंएवंभ�ोंकामह� यूंतोइलाजम�प्रयोगहोनेवालीअनिगनतजड़ी-बूिटयां, खिनज वभ��ह�यिदहमसभीकावण�नकरनेतोइसक ेिलएएक मोटीपु�कअलगसेिलखनीपड़जाएगीलेिकनहमयहां आपकीजानकारीक ेिलएक ु छचुनी�ईजड़ीबूिटयोंएवंभ�ों क ेनामिलखरहेह�िजनक ेगुणअलग-अलगह�तथायेसबरोगी कीपूरीहालत, रोग, उम्रवमौसमक ेअनुसारइलाजम�प्रयोग कीजातीह�।

  30. हीरकभ�, मु�ाभ�, �ण�भ�, अभ्रकभ�, लोहाभ�, य�भ�, िस( मकर�ज, कहरवा, िप�ी,जाफरान, अ�र, मु�, जायफल, जािवत्री, वंशलोचन, अ�गंधा, िशलाजीत, छोटी इलायची, हरड़, बहेड़ा, आँवला, गोख�, कोंचबीज, मूसली, शतावरी, सालबिमश्री, मुलहठी, अकरकरा, सेमलकीजड़, िवधाराआिदअनेकोंऐसेरस-रसायनह�िजनक ेप्रभावअलग- अलगहोतेह�तथाइनक ेसेवनसेिदमागीनाि़डयोंऔरग्र��यों कीश��बढ़तीहै,वीय�पु�होताहै।िदमाग, िजगर, गुदा�, मसाना, अ�कोषआिदअंगोंकीकमजोरीदूरहोजातीहै। थकावट, डर, वहम, घबराहट, क्रोध, च�र, बैचेनी, िचड़िचड़ापन, कामम�मननलगना, टांगों, बांहोंवकमरम�दद�, थोड़ासाकामकरनेसेसांसफ ू लना, भूखकमलगना, क�, पेटगैस, र�कीकमी, शीघ्रपतन,��दोष, प्रमेह, पेशाबका बारबारआना, नपुंसकता, कमजोरीआिदसभीिशकायत�दूर होजातीह�इसम�ऐसीजड़ी-बूिटयांवभ��भीह�िजनसेखाया- िपयाशीघ्रहीपचजाताहैशरीरकोभीलगनेलगताहै, नयाखून बनताहै, िजससेचेहरेपरनईरौनकवचमकआजातीहैिदल म�उ�ाहऔरशरीरम�� ू ित�पैदाहोतीहैखोई�ईमदा�नाव शारी�रकताकतवापसलौटआतीहैशरीरउमंगोंवजवानी कीबहारोंम�लहलहाउठताहै।���कोपूण��पसेपु�ष कहलानेकाअिधकारप्रा�होताहै।

  31. सफलजीवनकारह� 1.सुबहसवेरेउठकरप्रितिदनसैरकर�यिदहोसक ेतोक ु छ �ायामकर�।भोजनह�ा, स�ुिलतवज�ीहीहज़म होनेवालाकर�।राित्रकोभोजनसोनेसे 2-3 घंट�पहलेही करल�।क�नरहनेदे। 2.ह�मैथुननकरे, ग�ेउप�ासतथाअ�ीलसािह�न पढ़ेमनक ेिवचारशु�अ�ासािह�पढ़ेजबभीमनम� बुरेिवचारआय�तोअपनेप्रभुकोयादकर�। 3.सोनेसेपहलेमूत्र�ागअव�करल�तथारातम�जबभी नींदखुलेतोपेशाबकरल�, सुबहशौचसमयपरजाय�। अपनीगु�े�ीकीसफाईहररोजनहातेसमयकर�। अ�थामैलजमकरखुजलीउ��करेगी। 4.वे�ाओंक ेसंपक �सेहमेशादूररह�उनकास�क �ही अनेकरोगोंकामूलकारणहै।एड्सजैसीप्राणघातक बीमारीभीहोसकतीहैतथातन,मनधनतीनोंकाहीनाश होताहै। 5.मािसकसमयम��ीसेसं�ोगकदािपनकर�इससेकई तरहकीबीमा�रयाँहोजातीहै।अिधकस�ोगनकरे। िदनप्रितिदनक ेस�ोगसेनतो�ीकोसंतुि�होतीहै तथानहीपु�षम�श��रहतीहै।यादरख�, ��या अिधकसं�ोगसेप्रस�नहीरहतीजबभीस�ोगकर�जी भरक ेकरेतािक�ीकोपरमसंतुि�प्रा�हो।

  32. 6.कभी-कभीशरीरम�तेलकीमािलशकर�।मािलशकरनेसे6.कभी-कभीशरीरम�तेलकीमािलशकर�।मािलशकरनेसे शरीरसुगिठतहोगाकमजो◌ेरीसु�ीदूरहोगीतथाचेहरे परचमकआयेगीराित्रकोअिधककपड़ेपहनकरनहीं सोनाचािहए। 7.िववाहसेपहलेशारी�रकिनरी�णिकसीअनुभवीवयो� िचिक�कसेअव�करालेनाचािहए�ां◌ेिकथोड़ीसी कमीआपक ेपूरेिववािहतजीवनम�दरारडालसकतीहै। 8.िकसीरोगकासंक्रमणहोतेहीतुर�अपनाइलाजकराना चािहए�ोंिकसमयपरइलाजनहोनेपररोगक ेअिधक बढ़जानेकाडररहताहैिफररोगकोपूरीतरहदूरकरने क ेिलएअिधककिठनाईउठानीपड़सकतीहै। 9.बादएकप�ात्एकठीकिनि�तअ�रालपरभोगिवलास करनागृहस्थजीवनकाब्र�चाय�है।स�ोगकाउ�म समयराित्र 12 बजेसे 4 बजेतकहै।स�ोगसेपहलेिकसी प्रकारकानशानकर�। 10. प्र�ेक���म�एकअमृतक ु �हैजोइ�ी�ारा टपक-टपककरबहजाताहै।इ�ीक ेऊपरिनय�ण रखकरइसअमृतक ु �कीर�ाकीजासकतीहै। पित-प�ीकापहलािमलनसुहागरात सुहागरातकायहप्रथमिमलनक े वलशारी�रकिमलनहीनहीं होताब��मानिसकवआ��किमलनहै।इसघड़ीम�दो

  33. िज�एकजानहोजातेह�तथादोजानेअबतकअलगअलगिज�एकजानहोजातेह�तथादोजानेअबतकअलगअलग थीं।इसरातकोपहलीबारएकहोजातीहैतथायहीघड़ी वैवािहकजीवनकीनींवकाप�रबनजाती है।तथासफल जीवनक ेसुनहरीभिव�कािनमा�णकरतीहै।इसरातकीनींव ब�तहीमजबूतहोजानीचािहएतािककभीभीथोड़ीहलचल क ेकारणवैवािहकजीवनम�दरारपड़जाये।यहरातएक दूसरेकोसमझनेकीरातहोतीहैयहीकारणहैिकक ु छलोग शादीहोनेपरशादीम�आए�ए�र�ेदारोंवअ�प�रवारजनों सेभरेघरपरपितप�ीएकदूसरेकोसमझनेम�किठनाई महसूसकरतेह�तथावकहींपव�तीयस्थानयािकसीरमणीक स्थलपरएका�म�जाकरएकदूसरेकोगहराईसेजाननेकी िज�ासारखतेह�।हनीमूनयासुहागरातसभीदेशोंवसभी जाितयोंम�प्रचिलतहैतथासभीजगहइसकासमानमह�है। यिदआपअपनीनईदु�नक ेस�ेजीवनसाथीनबनपाएतो सेजक ेसाथीभीनबनपाएंगे।नईदु�नक े वलआपकोएक कामी���ववासनाकालोभीभंवरासमझकर�यंकोबिल काबकरासमझनेलगेीइसिलएप्रथमिमलनकीघि़डयाजीवन कीब�तहीअनमोलघि़डयाहोतीहै।यिदअपने�खे�वहार परज�बाजीसेकोईपु�षअपनेकोसंभालनहींपातातो उसकीसुहागरातदुभा��राित्रम�बदलजातीहै।आजक ेयुगम� लड़िकयांभीिशि�तहोतीह�तथासमाजम�वातावरणकोभली प्रकारसेसमझतीह�इसीक ेफल��पप्र�ेकलड़कीअपने िववािहतजीवनकाएकशुखहालिचत्रअपनेिदलिदमागम�

  34. रखतीहैतथाउसीिचत्रक ेअनुसारहीअपनापितचाहतीहै। यिदपितअपनीनईदु�नक े�दयकोजीतलेनेम�सफलहो जाताहैतोिन�यहीयहउनक ेवैवािहकजीवनकाशुभारंभहै। पहलीरातम�पितकोस�ोगक ेिलएकभीभीउतावलानहीं होनाचािहएब��उसक ेप्र�ेकव�ुजैसे�परंग, आंख�, होंठ, नाक, चेहरेकीबनावट, कपड़ोंकीआिदकीखूबप्रशंसा करनीचािहए।अपनीनईदु�नक ेसामनेभूलकरभीिकसी दूसरीलड़कीया�ीक ेसौ�य�, गुणोंवकपड़ोंआिदकीप्रशंसा नकर�इसक ेआपकीप�ीम�हीनभावनाआजाएगीतथाआपक े साथपूरासहयोगदेपायेगी।पहलेआपप�ीक ेमनकोवशम� करेऔरअपनेऊपरएकसीमातकिनयंत्रणरख�, जबउसे आपकायहप्रेमीवसफलपु�षका�पमु�करदेगातोवह आपकोखुशीवपूण�सहयोगक ेसाथअपनासव��अप�णकर देगी।नईदु�नक ेिलएपहलासहवासक�दायकहोताहै इसिलएपहलेशु�म�उसक ेक�का�ानरखते�एधीरेधीरे हीउसकासंकोचिझझकदूरकरनेकीचे�ाकर�। प्र�ेकनविववािहताक ेिलएयहअ��आव�कहैिकवे अपनीसुहागरातकीघड़ीम�कोईशराबयानशेकीव�ुका सेवननकर�िजससेउनक ेआगामीिववािहतजीवनपरबुरा प्रभावपड़े।यहरातजीवनम�क े वलएकहीबातआतीहै।इसी रातकीयाद��ीपु�षअपनेजीवनभरक ेिलएगांठम�बांधलेते ह�तथाक ु छअ�ानीलोगयहीसमझतेह�िकपहलीरातस�ोग म�र�आनाज�रीहैजोनववधुक ेकौमाय�कीिनशानीहोती

  35. हैउनकीयहधारणािब� ु लगलतहै�ोंिकक ु छलड़िकयोंम� योिन�ेदकीिझ�ीब�तस�होतीहैतथाक ु छकीयह िझ�ीब�तपतलीवकोमलहोतीहैजोबचपनम�खेलक ू द, बस, गाड़ीम�चढ़तेउतरतेसमयसाधारणचोटसेभीफटजाती है।फल��पस�ोगसेपहलेहीफटचुकनेक ेकारणर� आनेकाप्र�हीपैदानहींहोताइसिलएर�नआनेपरअपनी नईदु�नक ेच�रत्रका�थ�हीशकनहींकरनाचािहएअ�था िववािहतजीवनएकदुखोंकी�ालाबनकरसारीिज�गी आपकोजलातीरहेगी। एकअसफलपु�षकादुख, ह�मैथुन कईिदनपहलेम�अपनेदवाखानेम�हमेशाकीतरहअपनेरोगी भाइयोंकोदेखरहाथातोउनम�एकरोगीकाफीिनराशउदास वसहमा�आसाबैठाथा।जबउसकीबारीआईतोम�नेउससे सबसेपहलेयहीपूछािकतुमइतनेघबराये�ए�ोंहोतोउस युवकरोगीकासब्रबांधटूटगयातथाउसकीआंख�म�आंसू छलछलाआए।म�नेउसेपूरीतस�ीदीतथाम�नेकहािक अपनीपरेशानीबताओतथािच�ाकीकोईबातनहींहैतब उसनेबतायािकम�एकस�ािनतम�वग�यप�रवारसेस�� रखता�ंतथाअभीथोड़ेहीिदन�एअपनीकॉलेजकीपढ़ाई पूरीकीहै।अतःअपनेिव�ाथ�जीवनम�गलतसंगतम�पड़ गया।ह�मैथुनभीिकया।जबक ु छसमझआईतोह�मैथुन कीइ�ाकोदबायातथा��दोषहोनेलगािफरपेशाबम�लार सीिनकलनेलगीिजससेमुझेबेहदकमजोरीमहसूसहोनेलगी।

  36. उठते-बैठतेशरीरदद�, च�र, अंधेरावसांसफ ू लनेतथािदन भरसु�ीछायीरहतीहै, िकसीकामम�मननहींलगता।चूंिक अबम���होया�ंमेरेमातािपतामेरीशादीकरनेपरजोर देरहेह�लेिकननजाने�ोंम�शादीक ेनामसेपरेशानहोगया �ं�ोंिकम�अपनेआपकोउपरो�कमजो�रयोंक ेकारण िववाहयो�नहींसमझताऔरनहीयहचाहता�ंिकमेरी कमजोरीवहालतकीवजहसेमेरीआनेवालीप�ीकाजीवन भीदुखमयहोजायेअतःम�आपकानामवइलाजकीप्रशंसा सुनकरआपक ेपासआया�ं।म�नेउसकीपूरीहालतजानकर उसकीपूरीतरहशारी�रकजांचकी।अबवहिब� ु लठीक बोलरहाथा।वा�वम�हीवहअपनीअ�ानतावशअपनी जवानीकोदोनोंहाथोंसेलुटाकरअपनेपु�ष�म�घुनलगवा चुकाथा।म�नेउसेअपनापरामश�ियातथापूरीलगनवमेहनत सेअसलीवनायाबनु�ों�ाराउसकाइलाजतैयारकरवाया िजसक ेसेवनसेउसकीखोई�ईशारी�रकवमदा�नाश��उसे दोबारािमलनीशु�होगई।एकमहीनेक ेबादहीउसकीशादी होगईतथापहलीरातसेअबतकपूरीतरहस�ु�हैतथा अपनेिववािहतजीवनकाभरपूरलु�उठारहाहै। इसीप्रकारक ेअनेकोंरोगीभाई�यंहमारेपासआकरया अपनीपूरीहालतपत्रम�िलखकरअपनाइलाजप्रा�करतेह� िजनक ेसेवनसेवपूरीतरहसे�स्थविनरोगहोकरहमारे इलाजकीप्रशंसाकरनानहींभूलते।आभीिमलेयािलख�, पत्र �वहारपूण�तःगु�रखाजाताहै।प्र�ेकपत्रको�ानसे

  37. पढ़कररोगीकीपूरीहालतपरिवचारकरनेक ेबादहीपरामश� याइलाजसंभवहोताहै। मदा�नाकमजोरीकाइलाज क े सरक�ूरीवालाहाशमीहाईपावरकोस�नयाखूनपैदाकरक े नक े वलकमजोरीदूरकरताहै, ब��प्रेमहरोग, ��दोष, शीघ्रपतनन�करकमर, गुद�विज�म�जबद��ताकतबढ़ाता है, खोई�ईसेहत, ताकतजवानीवापसलानेक ेिलएदुिनयांक े कोनेकोनेम�हाशमीहाईपावरकोस�क ेपास�लरोजानाजातेह� तथालाखोंलोगहाशमीहाईपावरइलाजसेनयाजीवन�तीत कररहेह�कमजोरीचाहेिकसीभीकारणहोकमजोरसे कमजोरइंसानबूढ़ेतथािववािहतभीसेहत, ताकत, जवानीप्रा� करसकतेह�, �स्थनवयुवकभीहाशमीहाईपावरकोस�का प्रयोगकरक ेअपनीताकतकई◌ुनाबढ़सकतेह�।वीय�शहद कीतरहगाढ़ाहोजाताहैशरीरकीसारीकमजोरीदूरहोकर शरीरह�पु�होकरताकतवरवफ ु त�लाहोजाताहै, मुदा�सेमुदा� नसों, नाि़डयोंम�खोईताकतिफरसेप्रा�करनेक ेिलएितला इरानीहाशमीहाईपावरकोस�क ेसाथहोनेपरसोनेपरसुहागे काकामकरताहैयहकोस�िब� ु लशु�मौिलकएवंअ��

  38. ब�मू�औषिधयोंसेतैयारिकयाजाताहैहाशमीहाईपावरब�मू�औषिधयोंसेतैयारिकयाजाताहैहाशमीहाईपावर कोस�कामू�मौसम, आयु, रोगअनुसार। सम�हालवपतागु�रखाजाताह� िमलनेकासमय: प्रा�: 10 बजेसेसांय 6 बजेतकदवाखानाप्रितिदनखुलताह� हमारीकहीकोईब्रांचनहीह� हाशमीदवाखाना , मौह०काजीजादा, अमरोहा िनः शु��ा�परामश�क ेिलए कॉलकर�, 9997782987

More Related